स्वच्छ भारत अभियान प्रभाव-1

Started by Atul Kaviraje, January 18, 2025, 10:32:03 PM

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Atul Kaviraje

स्वच्छ भारत अभियान प्रभाव-

परिचय

स्वच्छ भारत अभियान, जिसे भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्टूबर 2014 को गांधी जयंती के अवसर पर लॉन्च किया था, भारत में स्वच्छता को बढ़ावा देने और खुले में शौच से मुक्त करने का एक महत्वाकांक्षी राष्ट्रव्यापी अभियान है। यह अभियान न केवल देशभर में स्वच्छता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है, बल्कि समाज में जागरूकता, जिम्मेदारी और सामाजिक मूल्य भी उत्पन्न कर रहा है। स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य न केवल पर्यावरण को स्वच्छ और सुंदर बनाना है, बल्कि हमारे समाज की मानसिकता में भी बदलाव लाना है, जिससे लोग अपने आस-पास की सफाई का जिम्मा स्वयं उठाएं।

स्वच्छ भारत अभियान के प्रभाव

स्वच्छ भारत अभियान का प्रभाव केवल सफाई तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके कई सकारात्मक सामाजिक, मानसिक और पर्यावरणीय प्रभाव भी हैं। इस अभियान के चलते देशभर में कई बदलाव देखने को मिले हैं। यह अभियान पूरी तरह से जन जागरूकता पर आधारित है, और इसे सफलता प्राप्त करने के लिए लोगों की भागीदारी बहुत महत्वपूर्ण है।

1. पर्यावरण पर प्रभाव
स्वच्छ भारत अभियान ने हमारे पर्यावरण को स्वच्छ और हरा-भरा बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। देशभर में कचरा निस्तारण के नए तरीके अपनाए गए हैं, और प्लास्टिक के इस्तेमाल को कम करने की कोशिश की जा रही है। जगह-जगह पर कचरे को इकट्ठा करने के लिए अलग-अलग डस्टबिन्स लगाए गए हैं, ताकि कचरे का सही तरीके से निस्तारण किया जा सके।

उदाहरण:
महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में स्वच्छ भारत अभियान के तहत कचरे के पृथक्करण की प्रक्रिया शुरू की गई है। इस पहल ने न केवल सफाई को बढ़ावा दिया है, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया है कि कचरे को रिसायकल कर पर्यावरण को बचाया जा सके।

2. स्वास्थ्य पर प्रभाव
स्वच्छता अभियान के तहत स्वच्छता की आदतों को बढ़ावा देकर, कई स्वास्थ्य समस्याओं में कमी आई है। खुले में शौच की समस्या को दूर करने के लिए शौचालयों का निर्माण किया गया, जिससे संक्रमण और बीमारियों की दर में गिरावट आई है।

उदाहरण:
केंद्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा शौचालय निर्माण के कार्यक्रमों को लागू करने के बाद, खुले में शौच करने की आदत में कमी आई है, जिससे दस्त, मलेरिया और डायरिया जैसी बीमारियों में कमी आई है।

3. मानसिकता में बदलाव
स्वच्छ भारत अभियान ने लोगों की मानसिकता में भी बदलाव लाया है। पहले लोग स्वच्छता को अपनी जिम्मेदारी नहीं मानते थे, लेकिन इस अभियान के चलते अब लोग अपने आस-पास की सफाई के लिए जिम्मेदार महसूस करने लगे हैं। गांवों और शहरों में सफाई को लेकर लोग और सरकारी संस्थाएं मिलकर काम कर रहे हैं।

उदाहरण:
उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गांव में लोगों ने स्वच्छता अभियान के तहत गांव के आसपास साफ-सफाई करना शुरू किया, और गांव के युवा वर्ग ने इस काम में सक्रिय रूप से भाग लिया। इससे न केवल गांव की सुंदरता बढ़ी, बल्कि लोगों में सामाजिक जिम्मेदारी का अहसास भी हुआ।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-18.01.2025-शनिवार.
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