सूर्य देव और उनका 'कर्मफल' समाज पर प्रभाव 🌞- कविता:-

Started by Atul Kaviraje, January 19, 2025, 10:18:42 PM

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Atul Kaviraje

सूर्य देव और उनका 'कर्मफल' समाज पर प्रभाव 🌞-
कविता:-

🌅 सूर्य देव का प्रभात उज्जवल,
दूर करे हर रात की ग़म,
जग में जो भी सच्चा कर्म करें,
उसे मिलेगा फल, शुद्ध और दम। 🌞

🌞 सूर्य का उजाला देता है जीवन,
धरती पर फैलता है नया ध्वनि,
जो करेगा कर्म, शुभ और सच्चा,
उसका हर कदम होगा सजीव साक्षी। 🌱

🌞 सूर्य देवता कर्मफल के राजा,
हर आत्मा में है उनकी नज़र,
जो कर्म करता है सही दिल से,
उसे मिलता है जीवन में ख़ुशहाली, सच्चा असर। 🌸

🌞 सूर्य की किरणों में शक्ति बसी,
जो हर अंधकार को दूर करे,
जो सच्चे कर्मों से चलता है,
उसका हर दिन उज्जवल नज़र आता है। ✨

अर्थ: सूर्य देव का प्रत्येक कर्म फल देता है। जैसे सूर्य की किरणों से अंधकार समाप्त होता है, वैसे ही जब हम सही कर्म करते हैं, तो हमारे जीवन में भी अच्छाई और सकारात्मकता का आगमन होता है। सूर्य देव का प्रत्येक कर्म सही दिशा में, समय पर और निरंतर होता है, जिससे हम भी उनसे प्रेरणा लेकर अपने कर्मों में स्थिरता और समर्पण दिखा सकते हैं।

🌞 सूर्य देव के शरण में, कर्मफल से हमें मिलती है सफलता,
जब हम सत्य की राह पर चलें, तो हर कदम हो सफलता का झलका। 🌼

🌞 जैसे सूर्य हर रोज़ उगता है,
हमारे कर्म भी हर रोज़ फलते हैं।
सूर्य देव की कृपा से,
हर कार्य सफल होता है, ये सत्य है। 💫

निष्कर्ष:
सूर्य देव का 'कर्मफल' समाज में सकारात्मक प्रभाव डालता है। वे जीवन को ऊर्जा, शक्ति और दिशा प्रदान करते हैं। उनके कर्मों से हम यह सीख सकते हैं कि कर्म कभी व्यर्थ नहीं जाते; चाहे कठिनाइयाँ हों या समय कठिन हो, अगर हम सच्चे कर्मों का पालन करते हैं, तो हमें उसी का लाभ मिलता है। सूर्य देव की तरह हमें भी अपनी जिम्मेदारी और कर्तव्य में निरंतरता बनाए रखनी चाहिए। 🌞

--अतुल परब
--दिनांक-19.01.2025-रविवार.
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