"नरम लालटेन के साथ शांत बगीचा"-2

Started by Atul Kaviraje, January 22, 2025, 12:06:59 AM

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Atul Kaviraje

शुभ रात्रि, मंगलवार मुबारक हो

"नरम लालटेन के साथ शांत बगीचा"

🌙🌿 पहला चरण
चाँद की रौशनी, बगीचे में फैली,
नरम लालटेन, जैसे छांव में पलती।
पेड़ों के बीच, हवा में गूंज,
संग-संग चलते, पत्तों का आलिंगन। 🌱✨

संक्षिप्त अर्थ:
यह कविता बगीचे में शांति और सुंदरता का चित्रण करती है, जहाँ चाँद की रौशनी और नरम लालटेन की चमक मिलकर एक खूबसूरत माहौल बनाती है। पेड़ों और पत्तों की खामोश बातचीत होती है, जो पूरी जगह को एक शांतिपूर्ण वातावरण देती है।

🌸🌟 दूसरा चरण
लालटेन की रौशनी, धीमी और सधी,
हर कोने में बसी, एक जादुई अदा।
फूलों की खुशबू, हवा में तैरती,
मन को सुकून देती, जैसे सागर लहराती। 🌷💫

संक्षिप्त अर्थ:
लालटेन की हल्की रौशनी बगीचे को एक जादुई अहसास देती है, और फूलों की खुशबू इस शांति को और बढ़ाती है। यह वातावरण मन को सुकून और शांति प्रदान करता है।

🍃💖 तीसरा चरण
चमकती राहों पर, फिज़ा की ठंडी बयार,
लालटेन की रौशनी, जैसे हो प्यार।
चुपके से आती, हवा की आवाज़,
सुनते हुए बगीचे की धड़कन की एक लाज। 🍂🌙

संक्षिप्त अर्थ:
ठंडी बयार और लालटेन की रौशनी इस बगीचे में एक प्यार भरी भावना लाती है। हवा की हल्की आवाज और बगीचे का सौम्य वातावरण मिलकर एक अनमोल अनुभव देते हैं।

🌼✨ चौथा चरण
दूर तक फैला, बगीचे में मन का उल्लास,
नरम लालटेन, रौशनी का एहसास।
यह बगीचा खुद में एक कविता सा है,
हर कदम में संगीत, हर सांस में प्यार सा है। 🌹🎶

संक्षिप्त अर्थ:
बगीचा न सिर्फ एक स्थान है, बल्कि एक संगीत और प्यार का प्रतीक बन जाता है। लालटेन की रौशनी और सौम्यता वातावरण को एक खास जादू प्रदान करती है, जो दिल को छूने वाला होता है।

🌷🌙 अंतिम चरण
शांत बगीचे में, वह नरम रौशनी,
संग-संग चलती, हवा की मनमोहनी।
हर पल यहाँ एक नई उम्मीद सी,
लालटेन की रौशनी में बसी प्यारी बातों की। 🌸💫

संक्षिप्त अर्थ:
बगीचे में नरम रौशनी के साथ हवा और वातावरण हर पल नई उम्मीदों और प्यारी बातों से भर देता है। यह शांति का एक स्थान है, जहाँ हर भावना का एक सुंदर संगम होता है।

🌿 संदेश और विचार:
यह कविता उस शांत बगीचे की सुंदरता और उसकी शांति को दर्शाती है, जहाँ नरम लालटेन की रौशनी और बगीचे के प्राकृतिक तत्व एक-दूसरे के साथ मिलकर आत्मा को शांति और संतुष्टि देते हैं। यह हमें यह याद दिलाती है कि कभी-कभी हमें शांति और आनंद के लिए बस एक जगह की आवश्यकता होती है, जहाँ हम खुद से जुड़ सकें।

चित्र और इमोजी:
🌙🌷🌸🍃💫

--अतुल परब
--दिनांक-21.01.2025-मंगळवार.
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