श्री स्वामी समर्थ और उनकी 'दीनदयाल' शिक्षाएँ-

Started by Atul Kaviraje, January 23, 2025, 11:05:39 PM

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Atul Kaviraje

श्री स्वामी समर्थ और उनकी 'दीनदयाल' शिक्षाएँ-

श्री स्वामी समर्थ, जिन्होंने मानवता की सेवा में अपनी पूरी जिंदगी समर्पित की, उनके जीवन का आधार 'दीनदयाल' था। वे न केवल भक्तों को साधना के उच्चतम शिखर तक पहुँचने की शिक्षा देते थे, बल्कि उन्होंने समाज के हर तबके के प्रति दया और करुणा का भाव भी जागृत किया। स्वामी समर्थ की शिक्षाएँ हमें यह सिखाती हैं कि भक्ति का असली रूप केवल भगवान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हर प्राणी के प्रति प्रेम और करुणा में भी दिखता है। उनके जीवन और शिक्षाओं में जो दीनदयालता थी, वही उनके भक्ति मार्ग का मुख्य आधार बन गई।

कविता में श्री स्वामी समर्थ की 'दीनदयाल' शिक्षाएँ:

श्री स्वामी समर्थ के चरणों में बसा,
दीनदयालता का मंत्र सजा।
सच्ची भक्ति, सच्चा प्रेम,
दीनों के लिए समर्पण का था वही श्रेय। 🙏💖

स्वामी समर्थ का संदेश यही था,
'दीन दुखियों का साथ, यही धर्म है सच्चा।'
निष्कलंक प्रेम से, करुणा का छाया,
स्वामी ने सबको यही शिक्षा बताई। 🌸✨

जो दीन-हीन को गले लगाए,
उसकी भक्ति का हर रूप दिव्य पाए।
स्वामी के चरणों में विश्वास रख,
हर मुश्किल से पार पाने का रास्ता मिल जाए। 🌿🕉�

दीनदयालता के बिना नहीं कोई जीवन,
स्वामी ने यह समझाया सब को साक्षात रूप में।
हमारे दिलों में प्रेम हो अपार,
तभी सच्ची भक्ति का मिलेगा संसार। 🌼💫

भक्ति में समर्पण सच्चा यही है,
हर दर्द में साथ चलना यही प्रकट है।
स्वामी की कृपा से मन हो सुखी,
सच्ची भक्ति से हो जीवन तरूण। 🌻

स्वामी के चरणों में मिलती शक्ति,
दीनदयालता की वही असली भक्ति।
उपदेश में उनकी सिखाई राह,
समर्पण से प्राप्त होता भगवान का ज्ञान। 🌿💖

स्वामी के दर्शन से हर दिल हो जाए शुद्ध,
दीन-दुखियों के दर्द को वह हरें।
उनके चरणों में शरण पाए जो,
उसका जीवन हो सुखमय और सुंदर हो। 🌺✨

स्वामी की भक्ति में सच्चाई पाओ,
'दीनदयाल' के मार्ग पर चलो।
उठाओ दिल से प्रेम और दया का प्याला,
तभी सच्ची भक्ति का मिलेगा स्वाद प्यारा। 🕊�🙏

निष्कर्ष:

स्वामी समर्थ की भक्ति में गहराई है, जिसमें 'दीनदयालता' का अभूतपूर्व महत्व है। उन्होंने यह समझाया कि सच्ची भक्ति केवल ध्यान और साधना से नहीं, बल्कि समाज के गरीब, असहाय और दुखी लोगों के प्रति दया और करुणा में भी निहित है। उनके जीवन से हमें यह सिखने को मिलता है कि जब हम दूसरों के दर्द और दुख में शामिल होते हैं और उन्हें अपनी सहायता देते हैं, तब हम सच्चे भक्त बनते हैं। स्वामी समर्थ की शिक्षाएँ हमें यह प्रेरणा देती हैं कि भगवान तक पहुँचने का एकमात्र रास्ता शरणागति और समर्पण में है।

--अतुल परब
--दिनांक-23.01.2025-गुरुवार.
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