राष्ट्रीय बालिका दिवस पर कविता-

Started by Atul Kaviraje, January 24, 2025, 10:49:01 PM

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Atul Kaviraje

राष्ट्रीय बालिका दिवस पर कविता-

बालिका का हक है शिक्षा का राग,
हर बेटी को मिले बराबरी का भाग।
कभी न हो कोई भेदभाव, न हो डर,
बेटियों के सपने हों पूरे, यही है हक का असर।

हर लड़की को मिले अपनी आवाज,
हर कदम पर मिले उसे नया उत्साह।
सशक्त हो वह, अपने अधिकारों को जानें,
अपने सपनों को उड़ान दें, यह शिक्षा का सम्मान है।

बेटियों की शक्ति का करें हम सम्मान,
समाज को हो समझ, यह है सशक्ति का ध्यान।
हर लड़की को मिले समान अवसर,
तभी समाज होगा सशक्त, तभी मिलेगा समृद्धि का सफर।

हम सबका कर्तव्य बनाएं, हर बेटी को महत्त्व,
हर बालिका हो सुरक्षित, यही हो हमारा उद्देश्य।
रखें हमेशा अपने दिल में ये विचार,
बालिका का जीवन हो खुशहाल, यही हो हमारा प्यार।

अर्थ:

यह कविता राष्ट्रीय बालिका दिवस के महत्व को दर्शाती है, जिसमें लड़कियों को समान अधिकार, शिक्षा और सुरक्षा का समर्थन करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है। जब तक हम लड़कियों को सशक्त नहीं बनाएंगे, समाज में वास्तविक परिवर्तन संभव नहीं होगा। यह कविता हमें याद दिलाती है कि लड़कियों को हर क्षेत्र में समान अवसर मिले, ताकि वे अपने सपनों को पूरा कर सकें और समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें।

इमोजी और प्रतीक:

🎂 वृद्धि और समृद्धि का केक: हम सब मिलकर बालिकाओं के उज्जवल भविष्य के लिए काम करें।
🌸 फूल: लड़कियों का सम्मान और उनका अद्वितीय रूप।
🌟 तारा: बालिकाओं की शक्ति और उनकी महत्ता।
🎈 बलून: बालिकाओं का उत्साह और आत्मविश्वास।
📚 पुस्तक: शिक्षा और ज्ञान का प्रतीक।
💪 मसल्स: सशक्त और आत्मनिर्भर बालिका।
👧 लड़की का आइकन: लड़कियों की शक्ति और सम्मान।
🏆 ट्रॉफी: लड़कियों की सफलता और उनकी उन्नति।

निष्कर्ष:

हमारे समाज में लड़कियों को बराबरी के अधिकार, शिक्षा और अवसर मिलने चाहिए ताकि वे अपने सपनों को पूरा कर सकें और समाज में अपनी भूमिका निभा सकें। राष्ट्रीय बालिका दिवस का यह संदेश है कि हम सभी को अपनी बेटियों को सशक्त बनाने के लिए कदम उठाने चाहिए। बालिका का सम्मान ही समाज की असली शक्ति है।

--अतुल परब
--दिनांक-24.01.2025-शुक्रवार.
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