पर्यटन दिवस - एक सुंदर कविता-

Started by Atul Kaviraje, January 25, 2025, 11:53:36 PM

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Atul Kaviraje

पर्यटन दिवस - एक सुंदर  कविता-

पर्यटन दिवस है आज यहाँ,
सपनों को पूरा करने का समय।
संसार के कोने-कोने से,
नई कहानियाँ सुनने का है पथ। 🌍✈️

हर देश की संस्कृति का है,
अपना एक अनमोल रूप।
धरती पर बसी सुषमा,
हम सबको देती है एक ठिकाना सूप। 🏞�🌏

कहीं समुद्र की लहरें गातीं,
कहीं पहाड़ों की गगन छूती शान।
सूरज की किरणों से बंधी,
ये धरती माँ, सबकी पहचान। 🌅🏔�

सांस्कृतिक धरोहरें यहाँ बसीं,
इतिहास की गाथाएँ सुनातीं।
हम देखें उन्हें, सम्मानित करें,
हर एक देश की विविधता को अपनाएं। 🏰📜

यात्रा करें हम अपने दिल से,
रंगीन जगहें और सुखद राहें।
रिश्तों में बंधकर जुड़ें हम,
सभी में प्रेम और अहिंसा की भावना लाए। ❤️🕊�

पर्यटन से खुलती है आँखें,
दुनिया को समझने का मौका मिलता है।
नयी जगहों पर चलें हम,
अंतरात्मा में शांति का अहसास होता है। 🌟🤗

कविता का संक्षिप्त अर्थ:

पर्यटन दिवस हमें यह याद दिलाता है कि यात्रा केवल मनोरंजन नहीं है, बल्कि यह दुनिया की संस्कृति, धरोहर और इतिहास को समझने का एक अद्वितीय तरीका है। यह दिन हमें विभिन्न देशों और स्थानों की विविधता का सम्मान करने, विभिन्न संस्कृति और परंपराओं को अपनाने की प्रेरणा देता है। यात्रा से हम न केवल बाहरी दुनिया को समझते हैं, बल्कि अपनी अंतरात्मा में शांति और प्रेम का अनुभव करते हैं। पर्यटन से हम नयी सोच, नयी दृष्टि और अच्छे रिश्तों का निर्माण करते हैं।

पर्यटन के लाभ:

विविधता और संस्कृति को समझना।
मानसिक शांति और संतुलन की प्राप्ति।
नई सोच और दृष्टिकोण विकसित करना।
दुनिया में प्रेम और भाईचारे का विस्तार करना। 🌍🤝

🚗 पर्यटन दिवस के इस मौके पर, हम सब यात्रा के माध्यम से संसार की खूबसूरती को पहचानें और उसे सहेजें। ✨🌍

--अतुल परब
--दिनांक-25.01.2025-शनिवार.
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