उपरळकर देवस्थान अभिषेक पूजा – सावंतवाडी (29 जनवरी, 2025)-

Started by Atul Kaviraje, January 29, 2025, 10:59:00 PM

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Atul Kaviraje

उपरळकर देवस्थान अभिषेक पूजा-सावंतवाडी-

उपरळकर देवस्थान अभिषेक पूजा – सावंतवाडी (29 जनवरी, 2025)-

उपरळकर देवस्थान सावंतवाडी में स्थित एक प्रसिद्ध और ऐतिहासिक धार्मिक स्थल है, जहाँ हर साल अभिषेक पूजा का आयोजन किया जाता है। यह पूजा उपरळकर देवता को समर्पित होती है, जो विशेष रूप से स्थानीय लोगों के बीच अत्यधिक पूजनीय और आदरणीय माने जाते हैं। उपरळकर देवता का यह मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक केंद्र के रूप में स्थापित है, जहाँ भक्तगण आकर अपने पापों से मुक्ति पाने, मानसिक शांति और आत्मिक उन्नति की प्राप्ति के लिए पूजा-अर्चना करते हैं।

उपरळकर देवस्थान अभिषेक पूजा का आयोजन प्रत्येक वर्ष 29 जनवरी को विशेष धूमधाम से होता है। यह पूजा न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होती है, बल्कि स्थानीय समाज के लिए यह एक महोत्सव का रूप धारण कर लेती है। इस दिन श्रद्धालु उपरळकर देवता के मंदिर में एकत्रित होते हैं, जहां बड़े श्रद्धा भाव से अभिषेक, हवन और पूजा-अर्चना की जाती है। भक्तों की यह आस्था और भक्ति समर्पण और श्रद्धा का अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत करती है।

उपरळकर देवस्थान अभिषेक पूजा का महत्व
उपरळकर देवस्थान में अभिषेक पूजा का विशेष महत्व है, क्योंकि यह पूजा समाज में एकता, आध्यात्मिक शांति और धार्मिक उत्साह का प्रतीक मानी जाती है। उपरळकर देवता के बारे में मान्यता है कि वे अपने भक्तों की हर कठिनाई और समस्या को दूर करने में सक्षम हैं। इस दिन लोग अपने मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए पूजा करते हैं और जीवन के हर क्षेत्र में सफलता की कामना करते हैं।

अभिषेक पूजा के दौरान, गंगाजल, तुलसी के पत्ते, और पवित्र जल से देवता का अभिषेक किया जाता है, जिससे मंदिर का वातावरण पूर्ण रूप से शुद्ध और सकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है। इस पूजा के द्वारा, भक्त अपने जीवन में आ रही समस्याओं और कष्टों से मुक्ति पाने का प्रयास करते हैं और ईश्वर से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। यह पूजा विशेष रूप से मानसिक और शारीरिक शांति की प्राप्ति के लिए की जाती है, जिससे भक्तों के जीवन में एक नई ऊर्जा और उत्साह का संचार होता है।

उदाहरण:
सावंतवाडी के लोग इस दिन बहुत श्रद्धा और आस्था के साथ उपरळकर देवता के मंदिर में पहुंचते हैं। उदाहरण के रूप में, एक भक्त ने अपनी जीवन में आर्थिक तंगी और मानसिक दबाव का सामना किया था, लेकिन उपरळकर देवता के अभिषेक पूजा में भाग लेकर, उसने अपने जीवन में शांति और समृद्धि की प्राप्ति की। इस तरह की कई कथाएँ इस पूजा के प्रभाव और देवता के आशीर्वाद को प्रमाणित करती हैं।

लघु कविता (Short Poem):

🙏 उपरळकर देवता की महिमा अपरम्पार,
उनकी पूजा से मिलती है हर मन को साकार।
अभिषेक की रौशनी से जीवन हुआ धन्य,
शांति और सुख से सजा हर दिल का पंथ।

🌸 श्रद्धा और विश्वास से भरपूर दिन आया,
उपरळकर की पूजा में सबको सुख-शांति का भाया।
पूजा-अर्चना से हर दिल को शांति मिले,
नवीन आशीर्वाद से जीवन संजीवित हो सके।

उपरळकर देवस्थान अभिषेक पूजा का विस्तृत महत्व
धार्मिक और आध्यात्मिक उन्नति: अभिषेक पूजा का मुख्य उद्देश्य आध्यात्मिक शुद्धता और धार्मिक उन्नति है। इस पूजा के माध्यम से भक्त अपने जीवन में होने वाली नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और सकारात्मक विचारों से अपने जीवन को पुनः संरचित करने का प्रयास करते हैं। यह पूजा उनके आत्मविश्वास को बढ़ाती है और उन्हें आध्यात्मिक उन्नति की दिशा में प्रेरित करती है।

समाज में एकता और भाईचारे का प्रचार: अभिषेक पूजा के आयोजन से समाज में भाईचारा और एकता की भावना को प्रोत्साहन मिलता है। यह पूजा समर्पण और विश्वास के साथ एकता का संदेश देती है, जिसमें लोग एकजुट होकर धार्मिक गतिविधियों में भाग लेते हैं और एक-दूसरे से सहयोग करते हैं।

मानसिक शांति और आत्मिक संतुलन: इस पूजा का मुख्य उद्देश्य मानसिक शांति और आत्मिक संतुलन की प्राप्ति है। अभिषेक पूजा के दौरान देवता का आशीर्वाद प्राप्त करने से व्यक्ति अपने मन के विकृत विचारों और तनाव से मुक्त होता है और उसे जीवन में शांति, संतुलन और स्थिरता की प्राप्ति होती है। पूजा में भाग लेने से भक्त अपने भीतर की आध्यात्मिक शक्ति को महसूस करते हैं।

धार्मिक उत्सव और समाजिक समृद्धि: यह पूजा न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सामाजिक समृद्धि को भी बढ़ावा देती है। पूजा में भाग लेने वाले भक्त प्रसाद का वितरण करते हैं, जिससे समाज में समानता, सहयोग और सांस्कृतिक एकता का संदेश फैलता है।

स्थानीय संस्कृति का संरक्षण: उपरळकर देवस्थान की अभिषेक पूजा स्थानीय सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखने का एक माध्यम है। पूजा में कीर्तन, भजन और धार्मिक गीत गाए जाते हैं, जो स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को जीवित रखते हैं। इसके माध्यम से युवा पीढ़ी भी अपनी सांस्कृतिक विरासत से जुड़ी रहती है।

सारांश:
उपरळकर देवस्थान अभिषेक पूजा एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, जो सावंतवाडी में हर साल 29 जनवरी को बड़े श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई जाती है। यह पूजा केवल धार्मिक भक्ति का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह समाज में भाईचारे, सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक उत्साह का भी प्रचार करती है। अभिषेक पूजा के माध्यम से श्रद्धालु अपने जीवन में शांति, समृद्धि और सकारात्मकता की प्राप्ति करते हैं। यह पूजा जीवन की हर चुनौती से उबरने और मानसिक शांति पाने का अद्वितीय अवसर है।

उपरळकर देवस्थान अभिषेक पूजा – विश्वास, भक्ति और सामूहिक एकता का प्रतीक! 🌸🙏

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-29.01.2025-बुधवार.
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