हुतात्मा दिवस - 30 जनवरी-कविता:-

Started by Atul Kaviraje, January 30, 2025, 10:59:38 PM

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Atul Kaviraje

हुतात्मा दिवस - 30 जनवरी-कविता:-

हुतात्मा दिवस आया है, वीरों को हम याद करें,
सत्य के रास्ते पर, हम हमेशा चलें। 🙏🇮🇳

जिन्होंने अपनी जान दी, देश की खातिर बली,
उनकी कुर्बानी से ही, मिली हमें ये आज़ादी। 💔🌹

हृदय में उनके विचार, सदा ज़िंदा रहेंगे,
हमारे कदम उनके पदचिन्हों पर बढ़ते रहेंगे। 👣✨

भारत माता की धरती, वीरों के खून से रंगी,
उनकी शहादत से ही, स्वतंत्रता मिली अंगी। 🇮🇳🕊�

आज हम सब एक साथ, कृतज्ञता से उनका नाम लें,
उनके सपनों को साकार करने, हम मिलकर कदम बढ़ाएं। 🌟🤝

कविता का अर्थ:

यह कविता हुतात्मा दिवस पर उन शहीदों की याद में समर्पित है, जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए अपनी जान की आहुति दी। कविता में यह संदेश है कि हम हमेशा उनके बलिदान को याद करेंगे और उनके द्वारा दिखाए गए सत्य, साहस और बलिदान के रास्ते पर चलेंगे। उनके द्वारा दी गई स्वतंत्रता की कीमत को समझते हुए हमें अपने कर्तव्यों को निभाना चाहिए और उनके सपनों को साकार करने का संकल्प लेना चाहिए।

यह कविता एक प्रेरणा है कि हम अपनी स्वतंत्रता और राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी को निभाने में न कभी पीछे हटें और न कभी उनके बलिदानों को भूलें।

इमोजी और चित्रार्थ:

🇮🇳🕊�✊💔🌹👣✨🌟

--अतुल परब
--दिनांक-30.01.2025-गुरुवार.
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