"खूबसूरती से सजी हुई बच्ची"

Started by Atul Kaviraje, January 31, 2025, 02:56:15 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

"खूबसूरती से सजी हुई बच्ची"

एक बच्ची इतनी प्यारी, इतनी पवित्र, इतनी चमकीली,
रंगों से सजी, एक शुद्ध आनंद। 🌸👶
छोटे जूते और एक छोटी सी टोपी,
एक नज़ारा इतना प्यारा, और यह एक सच्चाई है! 🎀✨

चमकती आँखों और एक कोमल सी मुस्कान के साथ,
वह दुनिया को देखने लायक बनाती है। 😊💖
हर कदम, एक छोटा सा नृत्य,
उसकी मौजूदगी में, दिल एक मौका लेते हैं। 💃🌟

छोटी सी पोशाक, इतनी कोमल और साफ-सुथरी,
हर विवरण, इतना नाजुक और प्यारा। 👗🎀
उसकी खुशी, उसकी हँसी, हवा में भर जाती है,
तुलना से परे एक अनमोल पल। 🌷🌸

उसके गाल गुलाबी हैं, उसकी त्वचा इतनी गोरी है,
एक परी की तरह, हर जगह प्यार है। 😇💞
उसकी हंसी, एक धुन, इतनी मीठी और सच्ची,
उसकी हंसी, सुबह की ओस की तरह। 🎶🌼

उसमें, दुनिया को नई उम्मीद मिलती है,
एक खूबसूरत आत्मा, इतनी ताज़ा, इतनी सच्ची। 💖🌍
वह एक आशीर्वाद है, एक उपहार है, इतना दिव्य,
एक खूबसूरती से सजी हुई बच्ची, इतना बढ़िया प्यार। 🌟👶

संक्षिप्त अर्थ:

यह कविता एक बच्चे की मासूमियत और सुंदरता का जश्न मनाती है, जो आकर्षक ढंग से सजे-धजे और खुशी से भरा हुआ है। यह एक बच्चे की शुद्ध, बेदाग आत्मा को दर्शाता है और कैसे उनकी उपस्थिति उनके आसपास की दुनिया को रोशन करती है। कविता बचपन के आश्चर्य पर जोर देती है, जहां प्यार, हंसी और खुशी भरपूर होती है।

👶💖✨🎀🌸

--अतुल परब
--दिनांक-31.01.2025-शुक्रवार.
===========================================