सरलष्कर मालोजी घोरपडे पुण्यदिन - कविता-

Started by Atul Kaviraje, February 01, 2025, 11:15:46 PM

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Atul Kaviraje

सरलष्कर मालोजी घोरपडे पुण्यदिन - कविता-

सरलष्कर मालोजी घोरपडे का पुण्यदिन आया,
उनकी वीरता और भक्ति की गाथा हम सब ने गाया। 🏹
धन्य हैं उनके चरण, जो हर दिल में बसीं,
भारत भूमि के वीर योद्धा, सच्चे संगीनी। 🇮🇳

पुण्य भूमि पर वह चढ़े, युद्ध में शौर्य दिखलाया,
मालोजी घोरपडे ने अपने कर्तव्य का पालन निभाया। ⚔️
सच्चे नायक थे वे, हर कठिनाई से लड़ा,
देश के लिए जीवन, उन्होंने निःस्वार्थ अर्पित किया। 🙏

सरलष्कर का बलिदान, आज भी हम याद करते हैं,
उनकी दी हुई राह पर, हम सभी आगे बढ़ते हैं। 💪
धीर-वीर, सच्चे संकल्प वाले थे वे,
गाथा उनकी अब भी दिलों में बसी है। 💖

हर वीरता, हर संघर्ष में उनकी याद दिलाई जाती है,
मालोजी घोरपडे का पुण्यदिन, श्रद्धा से मनाई जाती है। 🌼
हम सब पर उनका आशीर्वाद बना रहे सदा,
सच्चे योद्धा की पूजा हो, यही है हमारी ख्वाहिश। 🌸

कविता का अर्थ:

यह कविता सरलष्कर मालोजी घोरपडे के पुण्यदिन की श्रद्धांजलि में है। मालोजी घोरपडे एक महान योद्धा और मराठा साम्राज्य के प्रमुख नेता थे। उनका जीवन कर्तव्य, बलिदान और वीरता से भरा हुआ था। कविता में उनके शौर्य और देश के प्रति निस्वार्थ प्रेम को याद किया गया है। उनका पुण्यदिन हम सबके दिलों में उनकी यादें और प्रेरणा को जीवित रखता है। उनकी दी हुई राह और उनके बलिदान से हमें प्रेरणा मिलती है कि हम भी अपने कर्तव्यों का पालन करें।

चित्र और प्रतीक:

🏹: युद्ध और शौर्य का प्रतीक।
🇮🇳: भारतीय ध्वज, देशभक्ति का प्रतीक।
⚔️: युद्ध का प्रतीक, मालोजी घोरपडे की वीरता को दर्शाता है।
🙏: पूजा और सम्मान का प्रतीक।
💪: बल, शक्ति और संघर्ष का प्रतीक।
💖: प्रेम और श्रद्धा का प्रतीक।
🌼: पुण्य दिवस का प्रतीक, श्रद्धा और सम्मान।
🌸: पुष्प अर्पण और भक्ति का प्रतीक।

निष्कर्ष:

यह कविता सरलष्कर मालोजी घोरपडे के पुण्यदिन पर उनकी वीरता, बलिदान और देश के प्रति समर्पण को श्रद्धांजलि अर्पित करती है। उनका जीवन एक प्रेरणा है, जो हमें अपने कर्तव्यों को निष्ठा से निभाने की प्रेरणा देता है। यह कविता उनके पुण्यतिथि पर उन्हें सम्मानित करने के लिए है, ताकि उनकी गाथा हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहे।

--अतुल परब
--दिनांक-01.02.2025-शनिवार.
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