८ फरवरी, २०२५ - जया एकादशी-

Started by Atul Kaviraje, February 09, 2025, 07:13:20 PM

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Atul Kaviraje

जया एकादशी-

८ फरवरी, २०२५ - जया एकादशी-

जया एकादशी हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखने वाला एक महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार है, जिसे विशेष रूप से भक्तिपूर्वक और श्रद्धा भाव से मनाया जाता है। यह व्रत विशेष रूप से हर साल माघ महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है। जया एकादशी का व्रत भगवान विष्णु के पूजन के रूप में किया जाता है और इसे विशेष रूप से आत्मा की शुद्धि, पुण्य लाभ और समृद्धि के लिए माना जाता है।

जया एकादशी का महत्त्व:
जया एकादशी का नाम खुद में ही इसका महत्व दर्शाता है। "जया" का अर्थ होता है "विजय" या "सफलता," और इस दिन को मनाने से व्यक्ति के जीवन में हर प्रकार की अडचने दूर होती हैं, तथा आध्यात्मिक रूप से एक व्यक्ति को जीत और विजय की प्राप्ति होती है। इस दिन व्रति को विशेष रूप से उपवासी रहकर भगवान विष्णु के साथ साधना और पूजा करने की सलाह दी जाती है। इसके माध्यम से भक्त भगवान विष्णु के प्रति अपनी श्रद्धा और विश्वास को प्रकट करते हैं और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने की कोशिश करते हैं।

जया एकादशी को भगवान विष्णु के साथ-साथ उनके अवतार श्रीराम और श्रीकृष्ण की पूजा भी की जाती है। इसके अलावा, यह दिन जीवन के सभी कष्टों से मुक्ति पाने, पापों को समाप्त करने और भगवान के कृपा से जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति के लिए उपयुक्त माना जाता है।

उदाहरण:
एक प्रसिद्ध कथा है, जिसमें भगवान विष्णु ने यह कहा था कि जो व्यक्ति जया एकादशी का व्रत करता है, वह संपूर्ण पापों से मुक्त होकर मोक्ष की प्राप्ति करता है। एक बार, एक राजा ने इस व्रत को श्रद्धा भाव से किया और इसके प्रभाव से उसकी समृद्धि और राज्य में सुख-शांति आई। राजा ने जब यह देखा, तो उसने पूरी प्रजा को भी जया एकादशी का व्रत करने का आदेश दिया, जिससे प्रजा का जीवन भी सुखमय हो गया। यह कथा हमें यह सिखाती है कि श्रद्धा, भक्ति और समर्पण से किया गया प्रत्येक कार्य शुभ परिणाम लाता है।

भक्तिभावपूर्ण कविता (लगु कविता):-

जया एकादशी आई, मन में प्रेम समाए,
भगवान की भक्ति में, सब दुख दूर हो जाए।
व्रत से पावन हुई, आत्मा की शुद्धि,
जया एकादशी के दिन, भगवान की हो वंदना सच्ची। 🙏🌸

कविता का अर्थ:

यह कविता जया एकादशी के दिन भगवान विष्णु की भक्ति और व्रत के महत्व को दर्शाती है। इसमें कहा गया है कि जया एकादशी के दिन, व्यक्ति का मन प्रेम और श्रद्धा से भर जाता है, और उसकी आत्मा की शुद्धि होती है। यह दिन भगवान की पूजा करने और उनके आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए एक विशेष अवसर है। कविता में यह संदेश है कि यदि हम सही भावना और समर्पण से भक्ति करते हैं, तो भगवान हमें हर रूप में आशीर्वाद प्रदान करते हैं।

जया एकादशी का महत्व (विवेचन):
जया एकादशी का व्रत हमारे जीवन में शांति, सुख, और सफलता लाने के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। यह एक अवसर है जब हम अपने पापों को समाप्त करने के लिए भगवान की शरण में जाते हैं। इस दिन का पालन करते हुए, हम अपने जीवन के भौतिक और मानसिक तनाव को कम कर सकते हैं और आध्यात्मिक रूप से उन्नति की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।

जया एकादशी का व्रत करने से मनुष्य को न केवल संसारिक सुख मिलता है, बल्कि आत्मिक शांति और मोक्ष प्राप्ति के मार्ग भी खुलते हैं। यह व्रत न केवल व्यक्तिगत लाभ के लिए होता है, बल्कि समाज और परिवार के सुख और समृद्धि के लिए भी किया जाता है। जब हम इस व्रत को पूरे श्रद्धा भाव से करते हैं, तो भगवान विष्णु की कृपा से हमारे जीवन की सारी परेशानियाँ समाप्त हो जाती हैं और हम भगवान के आशीर्वाद से समृद्ध और शांतिपूर्ण जीवन जी सकते हैं।

जया एकादशी पर कुछ विचार:
"जया एकादशी हमें यह सिखाती है कि आत्मा की शुद्धि, भक्ति और समर्पण से जीवन में हर प्रकार की अडचनों को पार किया जा सकता है। यह व्रत केवल पूजा का नहीं, बल्कि जीवन में सच्ची श्रद्धा और ईश्वर के प्रति अडिग विश्वास का प्रतीक है।"

इस जया एकादशी पर, भगवान विष्णु के दर्शन करें, उनके नाम का जप करें और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को पवित्र और सुखमय बनाएं।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-08.02.2025-शनिवार.
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