शब-ए-बारात – एक भक्ति भावपूर्ण कविता-

Started by Atul Kaviraje, February 15, 2025, 06:41:40 PM

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Atul Kaviraje

शब-ए-बारात – एक भक्ति भावपूर्ण कविता-

🌙 रात की छांव में फैली रोशनी,
वो शब-ए-बारात की रात है प्यारी।
सच्चे दिल से उठे दुआ के सुर,
खुशियाँ और मुक्ति की आस है भारी। 🙏✨

यह रात है एक अनमोल उपहार,
सभी के दिलों में हो प्रेम का आकार।
गुनाहों का सफ़ाया, पापों की माफी,
मिलते हैं भगवान से आशीर्वाद की चाँदी। 🙌❤️

ज़िन्दगी के हर मोड़ पर हमें,
मिलती है इबादत का एक सफर।
शब-ए-बारात में मिले हैं बहाने,
खुदा की रहमत में मिलता है असर। 💫🌹

सब्र से गुज़रें, उम्मिदें और प्यार,
हमारी सारी तकलीफें, हो जाएं बेकार।
प्रभु की महिमा में डूबे हुए,
हमारी पुकारें जाएं दूर आसमान तक। 🕊�🌌

अर्थ:

शब-ए-बारात एक विशेष रात है, जब हम अपने गुनाहों की माफी के लिए दुआ करते हैं। यह रात हमें अपने पापों को धोने का और प्रभु से आशीर्वाद प्राप्त करने का अवसर देती है। इस रात का महत्व इतना गहरा है कि इससे हमें अपने जीवन की राह सही करने, सब्र और प्यार का संदेश मिलता है। यह रात हमारे दिलों में शांति और आनंद की अनुभूति देती है और भगवान से नज़दीकी की ओर एक कदम और बढ़ाती है।

चरण:

🌙 रात की चाँदनी में दिल से दुआ करें।
🙏 आशीर्वाद की एक झलक पाएंगे।
❤️ प्रेम और सच्चाई से हम अपने पापों को धोएं।
💫 हर कठिनाई को खत्म कर, प्रभु के आशीर्वाद में समाएं।

पिक्चर्स, SYMBOLS और EMOJIS:

🌙✨🙏🕊�💫🌹🕯�

नोट: शब-ए-बारात एक ऐसे अवसर को दर्शाता है जब हम अपनी गलतियों को मानकर खुद को सुधारने की कोशिश करते हैं। यह रात हमारे जीवन में एक नई उम्मीद और खुशी का संचार करती है, क्योंकि इसमें भगवान की विशेष कृपा हम पर बरसती है।

--अतुल परब
--दिनांक-14.02.2025-शुक्रवार.
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