भगवान शनि और 'सौरमंडल' में उनकी स्थिति - एक भक्तिभावपूर्ण हिंदी कविता-

Started by Atul Kaviraje, February 15, 2025, 07:23:30 PM

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Atul Kaviraje

भगवान शनि और 'सौरमंडल' में उनकी स्थिति - एक भक्तिभावपूर्ण हिंदी कविता-

सौरमंडल में है एक ग्रह बहुत खास,
शनि देव का नाम लाजवाब और शानदार।
सूर्य से छठे स्थान पर, विशाल ग्रह है वह,
गहरे रंग में लहराता, अडिग खड़ा है वह। 🌌🪐

ग्रहों में सबसे भारी, शनि का आकार,
उसकी शक्ति और प्रभाव, हैं सच्चे दयालु यार।
उसके वलयों में छिपा है एक राज़,
समझने से ही मिलता है, जीवन का संतुलन और शांति का अज। ⚖️✨

कर्मों का देवता, देता है हर किसी को फल,
जो अच्छे कर्म करते हैं, उनका मिलता है हल।
शनि के प्रभाव से, जीवन बदलता है,
कभी कठिनाइयाँ तो कभी सुख-समृद्धि का पल मिलता है। 💫🌿

हे शनि देव, आपकी महिमा अपार,
आपके आशीर्वाद से जीवन हो जाता है साकार।
साथ ही साथ, आप सिखाते हैं, कर्म का धर्म,
समय के साथ चलने से ही मिलती है स्थिरता का शांति मर्म। 🙏🔱

अच्छे कर्मों से तुम्हारी कृपा पाई जाती है,
बुरे कर्मों से दंड मिलता है, यह सिखाई जाती है।
जो पूजा करते हैं तुम्हारी निष्ठा से,
उनके जीवन में शांति होती है सबसे सही। 🌟🛕

अर्थ:
यह कविता भगवान शनि के महत्व और सौरमंडल में उनके स्थान को भक्ति भाव से प्रस्तुत करती है। शनि ग्रह सूर्य से छठे स्थान पर स्थित है और इसका आकार और प्रभाव बहुत विशाल है। शनि देव कर्मों के अनुसार फल देने वाले देवता माने जाते हैं और उनकी पूजा जीवन में संतुलन और शांति लाती है। शनि की पूजा से अच्छे कर्मों का फल मिलता है और बुरे कर्मों का दंड मिलता है। शनि देव की कृपा से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

चरण:

🙏 शनि देव की पूजा और ध्यान करें।
🌿 अच्छे कर्म करें और अपने जीवन में संतुलन बनाए रखें।
💫 शनि के व्रत और अनुष्ठान से शांति और समृद्धि प्राप्त करें।
🛕 शनि देव की कृपा से जीवन को सही दिशा दें।

पिक्चर्स, SYMBOLS और EMOJIS:
🌌🪐⚖️💫🌿🛕🙏
 
--अतुल परब
--दिनांक-15.02.2025-शनिवार.
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