पशुपालन और इसका पर्यावरणीय महत्व - हिंदी कविता-

Started by Atul Kaviraje, February 17, 2025, 07:31:29 PM

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Atul Kaviraje

पशुपालन और इसका पर्यावरणीय महत्व - हिंदी कविता-

कविता:

चरण 1:
पशुपालन का महत्व, पर्यावरण में है बहुत,
जानवरों से हमें मिलता है, जीवन का हर एक स्वाद। 🐄🍞
गाय, बकरी, मुर्गा, सबका योगदान बड़ा,
इनकी देखभाल से बढ़ती है हमारी समृद्धि का खजाना। 🌱🐑

अर्थ:
पशुपालन न केवल हमारे भोजन का स्रोत है, बल्कि यह हमारे पर्यावरण के संतुलन में भी मदद करता है। विभिन्न जानवरों से हमें बहुत लाभ मिलता है।

चरण 2:
पशुओं से हमें मिलता है, दूध, मांस और ऊन,
इनसे जुड़ी है हमारी रोज़ी-रोटी, जैसे हो कोई बुन। 🐄🥛🧶
इनकी देखभाल करने से, भूमि होती है समृद्ध,
प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग हम करते हैं, लेकिन सतर्क और सही। 🌾🌍

अर्थ:
पशुपालन से हमें न केवल खाद्य पदार्थ मिलते हैं, बल्कि यह पर्यावरण में भी योगदान देता है, जैसे भूमि को समृद्ध बनाए रखना और संसाधनों का सतत उपयोग।

चरण 3:
पशुपालन से मिलती है, जैविक खाद और ऊर्जा,
जो खेतों में काम आती है, बढ़ाती है फसल की तरक्की। 🌾💪
पशुओं की त्वचा से बनते हैं कपड़े और अन्य चीजें,
ये सभी संसाधन हमारे जीवन को बनाते हैं और भी आसान। 🧥👕

अर्थ:
पशुपालन से हमें जैविक खाद और ऊर्जा मिलती है, जिससे कृषि कार्य को बढ़ावा मिलता है। इसके अलावा, पशुओं से अन्य उपयोगी सामग्री भी प्राप्त होती है, जैसे ऊन और चमड़ा।

चरण 4:
किसान और पशुपालक, दोनों का है साथ,
ध्यान रखो, इनकी देखभाल से बढ़ता है जीवन का रथ। 🚜🐂
जलवायु परिवर्तन को भी रोक सकते हैं हम,
जब करेंगे पशुपालन से जुड़ी सहेज और समझदारी की बात। 🌦�💧

अर्थ:
किसान और पशुपालक मिलकर पर्यावरण और कृषि के कार्यों को बढ़ावा देते हैं। यदि हम पर्यावरण को बचाने के लिए पशुपालन का सही तरीके से पालन करें, तो हम जलवायु परिवर्तन को भी नियंत्रित कर सकते हैं।

निष्कर्ष:

पशुपालन केवल हमारे भोजन का स्रोत नहीं है, बल्कि यह हमारे पर्यावरणीय संतुलन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पशुओं के माध्यम से हमें न केवल दूध, मांस, और ऊन जैसी चीजें मिलती हैं, बल्कि यह कृषि में भी मददगार है।

जब हम पशुपालन का सही तरीके से पालन करते हैं, तो हम प्राकृतिक संसाधनों का अधिकतम उपयोग करते हुए, पर्यावरण की रक्षा कर सकते हैं। 🌍🌱🐄

🐾🚜

--अतुल परब
--दिनांक-16.02.2025-रविवार.
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