राम और सीता के बीच प्रेम का आदर्श ❤️🌺-

Started by Atul Kaviraje, February 19, 2025, 08:05:54 PM

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Atul Kaviraje

राम और सीता के बीच प्रेम का आदर्श ❤️🌺-

1. पहला चरण:

🌺 राम का नाम, सीता की पहचान,
प्रेम की ये कहानी, है सच्ची और महान।
अयोध्या की धरती, गूंजे प्रेम के सुर,
दोनों का बंधन, है सच्चे दिल का नूर।

अर्थ: इस चरण में राम और सीता के प्रेम की महानता और अयोध्या की पवित्रता का उल्लेख किया गया है।

2. दूसरा चरण:

🌞 सीता की सुंदरता, जैसे चाँद की रैन,
राम का बलिदान, जैसे सूरज की किरण।
एक-दूसरे के लिए, कर्तव्य का पालन,
प्रेम की इस गाथा में, दिखे अद्भुत जाल।

अर्थ: यहाँ सीता की सुंदरता और राम के बलिदान को प्रेम के आदर्श रूप में प्रस्तुत किया गया है।

3. तीसरा चरण:

🦋 वनवास का समय, सीता का साथ,
राम के प्रति निष्ठा, न कभी हुआ विराम।
हर कठिनाई में, सीता ने दिया बल,
प्रेम की इस परीक्षा में, दोनों हुए सफल।

अर्थ: इस चरण में वनवास के दौरान सीता की निष्ठा और संघर्ष का उल्लेख किया गया है।

4. चौथा चरण:

🌈 रावण का संहार, प्रेम की विजय,
राम और सीता का मिलन, लाया सुख की माया।
धर्म और प्रेम का, लिया उन्होंने पाठ,
सच्चे प्रेम की मिसाल, बने सबके लिए बात।

अर्थ: यहाँ राम और सीता के मिलन की खुशी और प्रेम की विजय का वर्णन किया गया है।

5. अंतिम चरण:

🙏 प्रेम का यह आदर्श, सिखाता हमें आज,
एक-दूसरे का सम्मान, प्यार में हो साज।
राम और सीता की गाथा, सदा रहे अमर,
प्रेम की इस ज्योति से, जगमगाए हर घर।

अर्थ: इस अंतिम चरण में राम और सीता के प्रेम से मिलने वाला आदर्श संदेश दिया गया है।

चित्र और प्रतीक:

❤️ (प्रेम)
🌺 (सुंदरता)
🌞 (बलिदान)
🦋 (संघर्ष)
🌈 (विजय)
🙏 (आभार)

संक्षिप्त अर्थ:
यह कविता राम और सीता के बीच प्रेम के आदर्श को दर्शाती है, जिसमें उनकी निष्ठा, बलिदान और एक-दूसरे के प्रति सम्मान का महत्व बताया गया है। राम और सीता का प्रेम केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि समाज के लिए भी एक प्रेरणा है। यह कविता भक्ति भाव से भरी हुई है, जो हमें सच्चे प्रेम और रिश्तों के मूल्य को समझाती है।

--अतुल परब
--दिनांक-19.02.2025-बुधवार.
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