कविता: छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती पर-

Started by Atul Kaviraje, February 20, 2025, 07:18:02 PM

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Atul Kaviraje

कविता: छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती पर-

छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पर🎉

सिंहासन हिल उठे, मातृभूमि की पुकार,
छत्रपति शिवाजी, वीरता का आधार। 🦁
धर्म और न्याय के लिए, किया उन्होंने संग्राम,
भारत के स्वाभिमान का, बढ़ाया उन्होंने नाम। 🇮🇳

महाराष्ट्र के सपूत, शौर्य के प्रतीक,
गणराज्य की स्थापना, दी हमें अद्भुत सीख। 📜
ग forts की सुरक्षा, और जनता का मान,
शिवाजी का नेतृत्व, बना सबका अभिमान। 🏰

बुंदेलखंड की धरती पर, गूंजे उनकी जयकार,
हर दिल में बसी है, उनकी वीरता की धार। 💪
धीरज, साहस और विवेक, थे उनके गुणों का सार,
सच्चे योद्धा का जीवन, है सबके लिए प्रेरणा का पार। 🌟

आज उनकी जयंती पर, हम करें संकल्प,
उनके आदर्शों को, करें हम हर पल। 🙏
शिवाजी महाराज की गाथाएँ, गाएं हम सब मिल,
भारत के हर कोने में, हो उनका नाम अमर। 🎶

अर्थ:
यह कविता छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करती है। इसमें उनके नेतृत्व, वीरता, और भारत के प्रति उनके योगदान का उल्लेख है।

चित्रे और चिन्हे:

🎉 (उत्सव)
🦁 (शौर्य)
🇮🇳 (भारत)
📜 (शिक्षा)
🏰 (किला)
💪 (शक्ति)
🌟 (प्रेरणा)
🙏 (प्रार्थना)
🎶 (गान)

यह कविता सरल, सीधी और अर्थपूर्ण है, जो छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रति हमारी श्रद्धा और सम्मान व्यक्त करती है।

--अतुल परब
--दिनांक-19.02.2025-बुधवार.
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