कविता: अंतर्राष्ट्रीय रस्साकशी दिवस पर-

Started by Atul Kaviraje, February 20, 2025, 07:19:31 PM

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Atul Kaviraje

कविता: अंतर्राष्ट्रीय रस्साकशी दिवस पर-

अंतर्राष्ट्रीय रस्साकशी दिवस पर🤼�♂️

रस्साकशी का खेल, है सबको भाए,
साथ मिलकर खींचें, जब हम सब आए। 🌟
दोनों ओर की ताकत, दिखाए जब जोश,
यह खेल है एकता का, बढ़ाए हमारी कोशिश। 💪

कभी जीत, कभी हार, यही है खेल का सार,
सिखाए हमें संयम, और धैर्य का आधार। 🧘�♂️
साथ चलें जब सभी, हो खुशी का संचार,
रस्साकशी का ये दिन, लाए नई बहार। 🌼

बच्चों से लेकर बड़े, सब मिलकर खेलें,
एकता में है शक्ति, यह बात न भूलें। 🤝
खेल का ये उत्सव, है दोस्ती की पहचान,
रस्साकशी का जश्न, मनाए हर एक जान। 🎊

आज के इस खास दिन, मिलकर करें जश्न,
हर चेहरे पर मुस्कान, यही है सच का रेशम। 😊
आओ सब मिलकर कहें, खेल का है आनंद,
अंतर्राष्ट्रीय रस्साकशी दिवस, बनाएं हम शानदार। 🎉

अर्थ:
यह कविता अंतर्राष्ट्रीय रस्साकशी दिवस पर इस खेल की महत्ता, एकता, और दोस्ती को दर्शाती है। यह खेल न केवल शारीरिक शक्ति का प्रतीक है, बल्कि सहयोग और टीमवर्क का भी सिखाता है।

चित्रे और चिन्हे:

🤼�♂️ (रस्साकशी)
🌟 (उत्साह)
💪 (शक्ति)
🧘�♂️ (धैर्य)
🌼 (खुशबू)
🤝 (साझेदारी)
🎊 (उत्सव)
😊 (मुस्कान)
🎉 (जश्न)

यह कविता सरल, सीधी और अर्थपूर्ण है, जो अंतर्राष्ट्रीय रस्साकशी दिवस के महत्व को उजागर करती है।

--अतुल परब
--दिनांक-19.02.2025-बुधवार.
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