मानव अधिकार और उनका संरक्षण पर कविता- कविता: मानव अधिकारों की रक्षा-

Started by Atul Kaviraje, February 21, 2025, 09:42:52 PM

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Atul Kaviraje

मानव अधिकार और उनका संरक्षण पर कविता-

कविता: मानव अधिकारों की रक्षा-

हर इंसान का है एक हक,
जीने का, बोलने का, ये है सबका मख। 🌏
धार्मिक, जाति, रंग न हो कोई भेद,
सभी को मिले सम्मान, यही है हमारा संकल्प। ✊

स्वतंत्रता का जो भी हो सपना,
हर एक को मिले, ये है हमारा अपनापन। 🕊�
शिक्षा, स्वास्थ्य, और जीवन की बात,
मानवाधिकार से ही होती है शुरुआत। 📚❤️

किसी का भी न हो शोषण,
सुरक्षा का हो हर जगह समर्पण। 🔒
आओ मिलकर करें हम इसका प्रचार,
मानव अधिकार, सबको मिले इसका प्यार। 🌈

संक्षिप्त अर्थ: यह कविता मानव अधिकारों के महत्व और उनके संरक्षण की आवश्यकता को दर्शाती है। इसमें यह बताया गया है कि सभी इंसानों को समान अधिकार मिलने चाहिए और किसी प्रकार का भेदभाव नहीं होना चाहिए।

चित्र और प्रतीक:

🌏 (विश्व) - सभी मानव का समान अधिकार
✊ (हाथ उठाना) - संघर्ष और समानता
🕊� (पक्षी) - स्वतंत्रता का प्रतीक
📚 (किताब) - शिक्षा का अधिकार
🔒 (ताला) - सुरक्षा और संरक्षण
🌈 (इंद्रधनुष) - विविधता और एकता

यह कविता सरल तुकबंदी में है और इसे सभी आयु वर्ग के लोग आसानी से समझ सकते हैं।

--अतुल परब
--दिनांक-21.02.2025-शुक्रवार.
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