भ्रष्टाचार: एक गंभीर समस्या - एक सुंदर हिंदी कविता-

Started by Atul Kaviraje, March 18, 2025, 07:40:46 PM

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Atul Kaviraje

भ्रष्टाचार: एक गंभीर समस्या - एक सुंदर हिंदी कविता-

💰 भ्रष्टाचार की आग में जलते हैं सभी,
⚖️ न्याय का मोल भी कम होता है कभी।
🌍 समाज में बढ़ रहा यह गंदा असर,
🔥 हर किसी को बना रहा है डर।

प्रत्येक चरण का अर्थ:

पहला चरण: भ्रष्टाचार ने समाज को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है, जिसके कारण हर किसी की जीवन गुणवत्ता पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है।
दूसरा चरण: यह समाज के न्याय और ईमानदारी के मापदंडों को प्रभावित कर रहा है, जिससे हर व्यक्ति पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
💵 सत्ताओं में व्याप्त यह गहरी बीमारी,
🚨 हर वर्ग में हो रही है यह काली सवारी।
🎭 सभी ने इसे अपनाया, डर से या स्वार्थ से,
🤔 अंतिम समय में यह दिखाता है अपनी सच्चाई।

प्रत्येक चरण का अर्थ:

पहला चरण: भ्रष्टाचार सत्ता के हर स्तर में घुस चुका है और हर वर्ग में यह समस्या घातक रूप से फैल गई है।
दूसरा चरण: लोग इसे अपनी स्वार्थ और भय के कारण अपनाते हैं, लेकिन समय के साथ यह अपनी असलियत दिखाता है।
🛑 भ्रष्टाचार के इस दुष्चक्र से बचो,
💔 ईमानदारी से जीवन को जीओ।
🙏 देश को बचाने का यह है तरीका,
🌱 न्याय और सत्य से बनाओ हर दिशा।

प्रत्येक चरण का अर्थ:

पहला चरण: हमें भ्रष्टाचार के इस दुष्चक्र से बचने की जरूरत है, और इसके खिलाफ खड़ा होने के लिए ईमानदारी से जीवन जीना चाहिए।
दूसरा चरण: भ्रष्टाचार से लड़ने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि हम न्याय और सत्य के मार्ग पर चलें और अपने देश को भ्रष्टाचार से बचाएं।
💡 सत्ता के गलियारों में फैली हुई है साजिश,
⚡ कभी न खत्म होने वाली यह काली लकीर।
🎯 हम सभी की जिम्मेदारी है इसका समाधान,
🌏 हमें मिलकर करनी होगी इस समस्या का निवारण।

प्रत्येक चरण का अर्थ:

पहला चरण: भ्रष्टाचार सत्ता में गहरे जड़ें जमा चुका है, जो धीरे-धीरे पूरी व्यवस्था को प्रभावित करता है।
दूसरा चरण: यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम इस समस्या को हल करें और मिलकर इससे निपटने के लिए कदम उठाएं।
💰 भ्रष्टाचार है समाज की सबसे बड़ी बीमारी,
🛑 इससे लड़ने की है हमें पुरानी जिम्मेदारी।
🙏 आओ मिलकर संकल्प लें, और भ्रष्टाचार को हराएं,
🌍 सच्चाई और न्याय से देश को बचाएं।

प्रत्येक चरण का अर्थ:

पहला चरण: भ्रष्टाचार को समाज की सबसे बड़ी समस्या मानते हुए, इसे समाप्त करने के लिए हमें एकजुट होकर प्रयास करना चाहिए।
दूसरा चरण: हम सभी को मिलकर इस पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और इसे खत्म करने के लिए दृढ़ नायक बनने चाहिए।

कविता का समापन:

भ्रष्टाचार, यह असहमति और असमानता की जड़ है,
💔 यह समाज को कमजोर कर देता है, और भविष्य को खतरे में डालता है।
⚖️ हमें एकजुट होकर इसे हराना है,
🌍 और एक सत्य और न्याय से भरपूर समाज बनाना है।

कविता का सार:
यह कविता भ्रष्टाचार के प्रभाव को उजागर करती है और इसे समाज की सबसे बड़ी समस्या मानती है। कविता में यह संदेश है कि हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़ा होना चाहिए और एकजुट होकर इस पर काबू पाना चाहिए। यह हमें ईमानदारी, न्याय और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती है, ताकि हम अपने समाज को एक बेहतर स्थान बना सकें।

चित्र, प्रतीक और इमोजी:

💰 धन: भ्रष्टाचार का मुख्य स्रोत
⚖️ तुला: न्याय और सत्य का प्रतीक
🚨 सावधान: भ्रष्टाचार के खतरों का प्रतीक
💔 दर्द: भ्रष्टाचार के कारण होने वाली पीड़ा
🌱 नई शुरुआत: सुधार और परिवर्तन का प्रतीक
🌍 दुनिया: समाज में बदलाव का प्रतीक

भ्रष्टाचार के खिलाफ यह कविता हमें प्रेरित करती है कि हम सभी मिलकर एक न्यायपूर्ण और ईमानदार समाज के निर्माण की दिशा में कदम बढ़ाएं। 🌍⚖️

--अतुल परब
--दिनांक-17.03.2025-सोमवार.
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