भागवत एकादशी - एक सुंदर भक्ति कविता-

Started by Atul Kaviraje, March 27, 2025, 07:44:15 PM

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Atul Kaviraje

भागवत एकादशी - एक सुंदर भक्ति कविता-

भागवत एकादशी, शुभ अवसर आता है,
सच्चे भक्‍त का मन, श्रीकृष्‍ण में रमता है।
प्रभु की भक्ति से जीवन संवरता है,
आओ मिलकर इस दिन को हम मनाएं, यही सच्चा फल है। 🌸✨

अर्थ:
भागवत एकादशी एक विशेष दिन है, जब हम श्रीकृष्ण की भक्ति में रत होकर अपने जीवन को श्रेष्ठ बना सकते हैं। यह दिन भगवान के प्रति हमारी भक्ति को प्रगाढ़ करता है।

चरण 1: प्रभु का ध्यान करें, मंत्र जाप से जीवन शुभ बने,
भक्ति से मन में शांति और सुख मिले। 🕉�

अर्थ:
पहला चरण है प्रभु के ध्यान और मंत्र जाप का। इससे हमारे जीवन में शांति और सुख का वास होता है। भक्ति से दिल में एक विशेष शांति का अनुभव होता है।

चरण 2: उपवासी रहकर हर पल प्रभु का नाम लें,
व्रत का पालन कर, श्री कृष्ण से साक्षात जुड़ें। 🍛🙏

अर्थ:
दूसरा चरण है उपवास रखना और हर समय श्री कृष्ण का नाम जपना। यह भक्ति की विशेष अवस्था होती है, जिससे भगवान के साथ आत्मिक संबंध स्थापित होता है।

चरण 3: श्री कृष्ण की लीलाओं का श्रवण करें,
उनकी भक्ति में हर मनुष्य खो जाए। 📖🎶

अर्थ:
तीसरा चरण है श्री कृष्ण की लीलाओं को सुनना और उनके ज्ञान में डूबना। इससे मनुष्य उनके दिव्य गुणों और कार्यों में रम जाता है।

चरण 4: प्रेम और समर्पण से सच्चे दिल से प्रार्थना करें,
श्री कृष्ण की कृपा से जीवन को सवारें। 🙏💖

अर्थ:
चौथा चरण है भगवान के प्रति सच्चे प्रेम और समर्पण से प्रार्थना करना। इससे हम भगवान की कृपा प्राप्त कर सकते हैं, और हमारा जीवन सही मार्ग पर चलता है।

चरण 5: श्री कृष्ण की भक्ति से मनुष्य का भाग्य जागे,
हर दुख, हर कष्ट दूर हो जाए। 💫🌺

अर्थ:
पाँचवां चरण है श्री कृष्ण की भक्ति से मनुष्य का भाग्य उज्जवल होना। उनके आशीर्वाद से जीवन के सारे दुःख दूर हो जाते हैं।

चरण 6: हर एक कार्य में भगवान का नाम लिया जाए,
सच्चे भक्त का हर कार्य पुण्य में बदल जाए। 🕊�💫

अर्थ:
छठा चरण है भगवान के नाम को हर कार्य में शामिल करना। जब हम भगवान के नाम के साथ कार्य करते हैं, तो वह कार्य पुण्य में बदल जाता है।

चरण 7: भागवत एकादशी का व्रत पूर्ण करें,
मन, वचन और शरीर से भगवान को भाए। 🌿❤️

अर्थ:
सातवां और अंतिम चरण है भागवत एकादशी का व्रत पूरी श्रद्धा और निष्ठा से निभाना। मन, वचन और शरीर से भगवान की भक्ति करना सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि यही सच्चा भक्ति मार्ग है।

कविता का सार:
भागवत एकादशी हमें भगवान के साथ आत्मिक संबंध बनाने और जीवन को सच्चे मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती है। यह दिन हमारे जीवन को सुधारने का दिन है। भक्ति और व्रत के माध्यम से हम भगवान के निकट आ सकते हैं और जीवन में शांति, सुख और समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं।

लघु कविता:-

एकादशी आई है, मन में प्रेम बढ़ाए,
भगवान की भक्ति से जीवन संवर जाए।
व्रत करो, पूजा करो, प्रेम में खो जाओ,
श्री कृष्ण की कृपा से आशीर्वाद पाओ। 🌹✨

अर्थ:
भागवत एकादशी का दिन प्रेम और भक्ति से जुड़ने का दिन है। इस दिन व्रत और पूजा करके हम श्री कृष्ण के आशीर्वाद को प्राप्त करते हैं और जीवन में सुख, शांति और समृद्धि पाते हैं।

चित्र और प्रतीक:

🕉� - भक्ति और साधना का प्रतीक

🙏 - प्रार्थना और समर्पण

🌸 - पवित्रता और भक्ति का प्रतीक

📖 - श्री कृष्ण की लीलाओं का श्रवण

🌺 - भक्तिरस और दिव्यता

💖 - प्रेम और भक्ति

💫 - भगवान की कृपा

🙏 इस भागवत एकादशी पर हम सब अपने जीवन को भक्ति और शांति से भरें, और श्री कृष्ण के आशीर्वाद से अपनी आत्मा को उच्चतम स्तर तक ले जाएं।

--अतुल परब
--दिनांक-26.03.2025-बुधवार.
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