धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज की पुण्यतिथि-कविता:-

Started by Atul Kaviraje, March 31, 2025, 08:15:22 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज की पुण्यतिथि-कविता:-

चरण 1: धर्मवीर छत्रपति संभाजी, वीरता की मिसाल,
भारत माँ के सपूत, थे शौर्य में कमाल।
महाराष्ट्र के रक्षक, संजीवनी प्राण,
लहराए थे उन्होंने, भारतीय तिरंगा महान।

अर्थ:
यह पहला चरण छत्रपति संभाजी महाराज की वीरता और देश के प्रति उनके समर्पण का वर्णन करता है। वह भारतीय इतिहास के महान योद्धा थे, जिन्होंने अपने शौर्य और देशप्रेम से दुश्मनों को हराया और अपने राज्य की रक्षा की।

चरण 2: मुठभेड़ों में लड़ा, न डिगे कभी रास्ते से,
कष्टों को सहा, न थमे अपने लक्ष्य से।
राष्ट्रधर्म की खातिर, संग्राम में कड़ी लड़ी,
शत्रु से भी न डरें, आत्मविश्वास ने हर मोड़ पड़ी।

अर्थ:
यह चरण उनके संघर्षों और बलिदान का बयान करता है। वह कभी भी अपने उद्देश्य से नहीं डिगे, चाहे जितने भी कष्ट आए। उनका आत्मविश्वास और राष्ट्रप्रेम उन्हें मुश्किलों से लड़ने की ताकत देता था।

चरण 3: गौरवमयी छत्रपति की, पुण्यतिथि हम मनाए,
उनके वीरता की गाथा, हर दिल में समाए।
राष्ट्र के लिए बलिदान, वीरता की सीख हमें,
हर हिंदुस्तानी में, बसी हो उनका नाम हमेशा।

अर्थ:
यह चरण उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता है। उनकी वीरता की गाथाओं को याद करते हुए, हम सभी को उनके जीवन से प्रेरणा लेकर राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाने की सीख मिलती है।

चरण 4: संपूर्ण भारत में गूंजे, संभाजी महाराज का नारा,
सिंहासन पर बिठाया, उनका गौरवमयी आरा।
हर दिल में बसी उनकी वीरता की लहर,
सतत बढ़े उनकी पुण्यतिथि की महिमा, और विश्व में फैले असर।

अर्थ:
यह चरण छत्रपति संभाजी महाराज के गौरवमयी योगदान की सराहना करता है और यह बताता है कि उनके नाम की गूंज केवल भारत में ही नहीं, बल्कि विश्वभर में फैली हुई है। उनकी वीरता की लहर अब भी हमारे दिलों में गूंजती है।

चरण 5: सम्राट संभाजी के बलिदान को, सदा याद रखेंगे हम,
उनकी पुण्यतिथि पर, श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे हम।
वीरता की गाथा अमर रहे, हर दिल में गूंजे,
हमारे ह्रदय में हमेशा, उनका नाम यूँ ही मूंजे।

अर्थ:
यह चरण उनकी पुण्यतिथि पर उनके महान बलिदान को याद करता है और उनके प्रति श्रद्धा व्यक्त करता है। उनकी वीरता और समर्पण को हम हमेशा याद रखेंगे और उनका नाम हमारे दिलों में सदैव गूंजेगा।

चित्र और इमोजी:

👑 छत्रपति संभाजी महाराज की छवि - उनकी वीरता और गौरव का प्रतीक

🇮🇳 भारतीय तिरंगा - उनकी देशभक्ति और समर्पण का प्रतीक

🏰 महल और किले - छत्रपति महाराज के राज्य और शौर्य के प्रतीक

💪 शक्ति और वीरता के प्रतीक - उनके संघर्ष और बलिदान का प्रतीक

🌺 श्रद्धांजलि फूल - उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धा का प्रतीक

सारांश:
धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज की पुण्यतिथि पर यह कविता उनके अद्वितीय बलिदान, वीरता और देशप्रेम की गाथा को श्रद्धांजलि अर्पित करती है। उनका योगदान भारतीय इतिहास में अमूल्य रहेगा और उनकी प्रेरणा हमें हमेशा राष्ट्र के लिए अपने कर्तव्यों का पालन करने की प्रेरणा देती रहेगी।

--अतुल परब
--दिनांक-29.03.2025-शनिवार.
===========================================