शिशु मालिश दिवस - हिंदी कविता-

Started by Atul Kaviraje, April 09, 2025, 09:34:02 PM

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Atul Kaviraje

शिशु मालिश दिवस -  हिंदी कविता-

परिचय:
शिशु मालिश दिवस का महत्व अत्यधिक है, यह दिन हमें बच्चों की देखभाल और उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करता है। शिशु की मालिश से उनके शारीरिक विकास में मदद मिलती है और यह उनके स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है। इस कविता के माध्यम से हम शिशु मालिश के लाभ को भक्ति और प्रेमभाव से व्यक्त करेंगे।

कविता - शिशु मालिश दिवस-

चरण 1:
शिशु की मालिश में छिपा है सुख,
सेहत और प्यार का है यह वरदान।
माँ की गोदी और तेल की खुशबू,
स्माइली में बसी है हर एक जान। 🌸🍼

अर्थ:
पहले चरण में हम बताते हैं कि शिशु मालिश में शांति और सुख की भावना होती है। यह बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए अत्यंत फायदेमंद है। माँ की गोदी और तेल की खुशबू बच्चों को सुरक्षा और प्यार का अहसास कराती है।

चरण 2:
मालिश से होता है शिशु का विकास,
हड्डियाँ होती हैं मजबूत और खास।
स्वस्थ रहें बच्चों के शरीर,
उनका भविष्य हो उज्जवल और खास। 🌿💪

अर्थ:
इस चरण में हम यह बताते हैं कि शिशु की मालिश उनके शारीरिक विकास को प्रोत्साहित करती है। इससे उनकी हड्डियाँ मजबूत होती हैं और उनका शरीर स्वस्थ रहता है। यह उनके भविष्य को उज्जवल बनाने का कार्य करता है।

चरण 3:
मालिश से होता है रक्त संचार में सुधार,
माँ-बाप का प्यार सिखाता है प्यार।
शिशु को मिलता है आनंद और खुशियाँ,
इनसे बढ़ती है जीवन में सुख-शांति का भान। 🌸💖

अर्थ:
यह चरण बताता है कि शिशु की मालिश से रक्त संचार में सुधार होता है और बच्चों को माँ-बाप का अपार प्यार और सुरक्षा का अहसास होता है। इस प्यार और देखभाल से बच्चों में आनंद और शांति आती है।

चरण 4:
हर दिन की मालिश से मिलता है आराम,
निंद्रा गहरी होती है, बिना किसी ग़म।
शिशु के चेहरे पर मुस्कान है क्यूंकि,
मालिश से मिलती है उसे संजीवनी की शांति। 🌟🌙

अर्थ:
इस चरण में बताया गया है कि शिशु को रोज़ मालिश करने से उसे आराम मिलता है और गहरी निंद्रा आती है। यह बच्चों के चेहरे पर मुस्कान और संतुष्टि लाता है। मालिश से उन्हें शांति और आराम मिलता है।

चरण 5:
माँ के हाथों की मालिश में प्यार,
शिशु की सेहत को मिलता है बहुत आशीर्वाद।
प्यार और देखभाल से होता है विकास,
शिशु की मुस्कान में है जीवन का आकर्षण। 🌻👶

अर्थ:
यह चरण माँ के हाथों से शिशु की मालिश के महत्व को व्यक्त करता है। माँ का प्यार और देखभाल शिशु के स्वास्थ्य और विकास को प्रभावित करते हैं। शिशु की मुस्कान में जीवन का सबसे बड़ा आकर्षण और खुशी छिपी रहती है।

चरण 6:
नन्हें हाथों को सहेजते हैं हम,
तेल से उनकी त्वचा को निखारते हैं हम।
मालिश से बच्चों में बढ़ता है प्यार,
नवीन ऊर्जा से होता है उनका आकार। 🌼🤱

अर्थ:
इस चरण में हम शिशु की नन्ही त्वचा की देखभाल और मालिश की प्रक्रिया को व्यक्त करते हैं। तेल से उनकी त्वचा को मुलायम और निखारा जाता है। इससे बच्चों में सकारात्मक ऊर्जा आती है और उनका शारीरिक और मानसिक विकास होता है।

चरण 7:
शिशु की मालिश से जीवन मिलता है गति,
प्यार में निखरता है हर बचपन की ममता।
शिशु की मुस्कान से जगमगाता है संसार,
मालिश से मिलता है जीवन का खजाना प्यार। 💖🌟

अर्थ:
अंतिम चरण में हम शिशु की मालिश के अंतर्गत मिलने वाली जीवनदायिनी ऊर्जा और प्यार का जिक्र करते हैं। यह बच्चों के जीवन को गति और खुशी प्रदान करती है और उनके बचपन को बहुत ही खूबसूरत बनाती है।

चित्र, प्रतीक और इमोजी:

👶 शिशु: शिशु के स्वास्थ्य और विकास का प्रतीक।

🌸 फूल: शिशु की कोमलता और मासूमियत को दर्शाता है।

🍼 दूध की बोतल: शिशु की देखभाल और पोषण का प्रतीक।

💖 प्यार: माँ-बाप का असीम प्यार शिशु के लिए।

🌟 चमकते सितारे: शिशु के चेहरे पर मुस्कान और उनकी खुशी का प्रतीक।

🤱 माँ की देखभाल: शिशु को माँ की देखभाल और प्यार की पहचान।

समाप्ति:
शिशु मालिश दिवस, हमें शिशुओं की देखभाल के महत्व को याद दिलाता है। यह उनके शारीरिक और मानसिक विकास के लिए आवश्यक है और उनके जीवन में प्यार और देखभाल की महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस दिन को मनाते हुए हम बच्चों के भविष्य के लिए एक मजबूत नींव बना सकते हैं।

शिशु की खुशियाँ और उनकी मुस्कान हमेशा बनी रहे! 🌟💖

--अतुल परब
--दिनांक-08.04.2025-मंगळवार.
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