🎉 विशेष दिवस: शनि देव की पूजा विधि पर आधारित कविता-

Started by Atul Kaviraje, April 12, 2025, 10:05:21 PM

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Atul Kaviraje

🎉 विशेष दिवस: शनि देव की पूजा विधि पर आधारित कविता-

📜 विषय: भगवान शनि की पूजा कैसे करें?-
🌟 How to Worship Shani Dev Properly 🌟

🇮🇳 भक्तिभाव पूर्ण दीर्घ हिंदी कविता-

🪔 एक सुंदर, अर्थपूर्ण, सरल तुकबंदी वाली कविता – 7 चरणों में, प्रत्येक में 4 पंक्तियाँ।
📚 हर चरण के नीचे उसका सरल हिंदी अर्थ भी दिया गया है।

🌑 चरण 1
शनिवार आया, शनि का दिन,
काले या नीले वस्त्र पहन।
पश्चिम दिशा में करें ध्यान,
शनि देव की करें अराधना मान।

📝 अर्थ:
शनिवार के दिन काले या नीले रंग के वस्त्र पहनकर पश्चिम दिशा की ओर मुख करके शनि देव की पूजा करनी चाहिए।

🌒 चरण 2
लोहे के बर्तन में हो स्नान,
तांबे से बचें, रखें ध्यान।
पीपल के नीचे दीपक जलाएं,
तेल अर्पित करते समय सावधानी बरतें।

📝 अर्थ:
शनि देव की पूजा में लोहे के बर्तन का उपयोग करें, तांबे से बचें। पीपल के नीचे दीपक जलाना शुभ होता है, और तेल अर्पित करते समय सावधानी रखें।

🌓 चरण 3
लाल रंग से करें परहेज,
काले तिल और खिचड़ी अर्पित करें।
भोग में उरद की खिचड़ी हो,
शनि देव को यही प्रिय है सो।

📝 अर्थ:
पूजा में लाल रंग का उपयोग न करें; काले तिल और उरद की खिचड़ी अर्पित करें, जो शनि देव को प्रिय है।

🌔 चरण 4
आंखों में न देखें शनि देव,
प्रतिमा के सामने न खड़े रहें।
दाएं या बाएं से करें प्रार्थना,
दृष्टि से बचें, मिले शुभ फल सदा।

📝 अर्थ:
शनि देव की प्रतिमा के सामने खड़े होकर पूजा न करें और उनकी आंखों में न देखें; दाएं या बाएं से प्रार्थना करें।

🌕 चरण 5
स्वच्छता का रखें ध्यान,
गंदगी से दूर रहें भगवान।
साफ-सुथरे वातावरण में करें पूजा,
शनि देव होंगे प्रसन्न, मिलेगा सुख दूजा।

📝 अर्थ:
पूजा स्थल की स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि गंदगी में पूजा करना अशुभ माना जाता है।

🌖 चरण 6
सूर्योदय से पूर्व या सूर्यास्त के बाद,
करें शनि देव की पूजा साद।
इस समय प्रभाव होता है अधिक,
फल मिलता है शुभ और विशेष।

📝 अर्थ:
शनि देव की पूजा सूर्योदय से पहले या सूर्यास्त के बाद करना शुभ फलदायी होता है।

🌗 चरण 7
दान करें शनिवार को विशेष,
काले तिल, तेल, जूते का भिक्ष।
भक्तिपूर्वक करें यह विधान,
शनि देव होंगे प्रसन्न महान।

📝 अर्थ:
शनिवार के दिन काले तिल, तेल, और काले जूते का दान करें; इससे शनि देव प्रसन्न होते हैं।

🔍 संक्षिप्त भावार्थ (Short Meaning):
यह कविता शनि देव की पूजा से संबंधित सभी महत्वपूर्ण नियमों और विधियों को सरल और सटीक रूप में प्रस्तुत करती है। भक्तिभाव से इन नियमों का पालन करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

🎨 सांकेतिक चित्र और भावनात्मक प्रतीक:
🪔🌑🕯�🛕🌿🛒🕉�🙏

--अतुल परब
--दिनांक-12.04.2025-शनिवार.
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