विष्णु के 'कल्कि' अवतार की भविष्यवाणी और तत्त्वज्ञान-

Started by Atul Kaviraje, April 16, 2025, 07:48:30 PM

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Atul Kaviraje

विष्णु के 'कल्कि' अवतार की भविष्यवाणी और तत्त्वज्ञान-
(विष्णु के कल्कि अवतार की भविष्यवाणियां और दर्शन)
(The Prophecies and Philosophy of Vishnu's Kalki Avatar) 

भगवान विष्णु के दसवें अवतार, कल्कि, के आगमन की भविष्यवाणी और उनके तत्त्वज्ञान को सरल, भक्तिपूरित और तुकबंदी में प्रस्तुत किया गया है। प्रत्येक चरण के साथ उसका हिंदी अर्थ, प्रतीक, और उपयुक्त इमोजी भी जोड़े गए हैं।�


🌌 चरण 1: कल्कि अवतार की भविष्यवाणी
कविता:

कलयुग के अंत में होगा अवतार,
कल्कि देव आएंगे संसार।
सतयुग की पुनः होगी शुरुआत,
धर्म की होगी पुनः स्थापना।�

हिंदी अर्थ: श्रीमद्भागवत महापुराण के अनुसार, कलयुग के अंत में भगवान विष्णु का दसवां अवतार कल्कि रूप में होगा, जो सतयुग की पुनः शुरुआत करेंगे और धर्म की स्थापना करेंगे।�

प्रतीक: घोड़ा और शस्त्र 🐎🗡��

इमोजी: 🐎🗡��

🌍 चरण 2: अवतार का स्थान और समय

कविता:

उत्तर प्रदेश में होगा जन्म,
सम्भल ग्राम में ब्राह्मण के घर।
सावन मास की पंचमी तिथि,
कल्कि जयंती पर होगा प्रकट।�

हिंदी अर्थ: भगवान कल्कि का जन्म उत्तर प्रदेश के सम्भल ग्राम में एक ब्राह्मण परिवार में होगा, और उनका अवतार सावन मास की पंचमी तिथि को होगा, जिसे कल्कि जयंती के रूप में मनाया जाता है।�

प्रतीक: सम्भल ग्राम का प्रतीक 🏡�

इमोजी: 🏡📅�

🐎 चरण 3: घोड़े पर सवार अवतार

कविता:

दत्त नामक घोड़े पर सवार,
कल्कि देव करेंगे पाप का नाश।
शस्त्रों से करेंगे असुरों का संहार,
धर्म की होगी पुनः स्थापना।�

हिंदी अर्थ: भगवान कल्कि दत्त नामक सफेद घोड़े पर सवार होकर पापियों का नाश करेंगे और असुरों का संहार करके धर्म की पुनः स्थापना करेंगे।�

प्रतीक: घोड़ा और शस्त्र 🐎🗡��

इमोजी: 🐎🗡��

🔱 चरण 4: अवतार का उद्देश्य

कविता:

धर्म की रक्षा करना है उद्देश्य,
अधर्म का नाश करना है कर्तव्य।
कल्कि देव करेंगे यह कार्य,
सभी को मिलेगा शांति का वरदान।�

हिंदी अर्थ: भगवान कल्कि का मुख्य उद्देश्य धर्म की रक्षा करना और अधर्म का नाश करना है, जिससे सभी को शांति का वरदान मिलेगा।�

प्रतीक: धर्म और अधर्म का प्रतीक ⚖️�

इमोजी: ⚖️🕊��

🌟 चरण 5: अवतार के संकेत

कविता:

गुरु, सूर्य और चंद्रमा का मिलन,
पुष्य नक्षत्र में होगा संकेत।
कल्कि देव का होगा प्रकट,
धर्म की होगी पुनः स्थापना।�

हिंदी अर्थ: श्रीमद्भागवत महापुराण के अनुसार, गुरु, सूर्य और चंद्रमा का मिलन पुष्य नक्षत्र में भगवान कल्कि के अवतार का संकेत होगा।�

प्रतीक: ग्रहों का मिलन 🌞🌕�

इमोजी: 🌞🌕✨�

🕊� चरण 6: अवतार का प्रभाव

कविता:

कल्कि देव के आगमन से,
धर्म की होगी पुनः स्थापना।
अधर्म का होगा नाश,
सभी को मिलेगा शांति का वरदान।�

हिंदी अर्थ: भगवान कल्कि के आगमन से धर्म की पुनः स्थापना होगी, अधर्म का नाश होगा, और सभी को शांति का वरदान मिलेगा।�

प्रतीक: शांति का प्रतीक 🕊��

इमोजी: 🕊�🌍�

📖 चरण 7: अवतार की प्रतीक्षा

कविता:

कल्कि देव के आगमन की प्रतीक्षा,
सभी भक्तों की है आस्था।
धर्म की होगी पुनः स्थापना,
सभी को मिलेगा शांति का वरदान।�

हिंदी अर्थ: भगवान कल्कि के आगमन की प्रतीक्षा सभी भक्तों की आस्था है, जिससे धर्म की पुनः स्थापना होगी और सभी को शांति का वरदान मिलेगा।�

प्रतीक: प्रतीक्षा का प्रतीक ⏳�

इमोजी: ⏳🙏�

यह कविता भगवान विष्णु के कल्कि अवतार की भविष्यवाणी और उनके तत्त्वज्ञान को सरल, भक्तिपूरित और तुकबंदी में प्रस्तुत करती है, जिससे उनके आगमन की प्रतीक्षा और उनके उद्देश्य को समझना सरल हो जाता है।

--अतुल परब
--दिनांक-16.04.2025-बुधवार.
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