कुडणे मेला - गोवा पर भक्ति भावपूर्ण हिंदी कविता-

Started by Atul Kaviraje, April 18, 2025, 09:50:25 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

कुडणे मेला - गोवा पर भक्ति भावपूर्ण हिंदी कविता-

कुडणे मेला गोवा, सुंदर दर्शन का स्थल,
दर्शन से मन शांत, मिलता है सच्चा बल।
भक्तों का उमड़ा हुजूम, आस्था से भरा है,
प्रभु के चरणों में सब, समर्पण से सजा है।

अर्थ:
कुडणे मेला गोवा, एक ऐसा स्थल है जहाँ पर भक्तों की आस्था और प्रभु के दर्शन से मन को शांति मिलती है। यहाँ हर कोई अपने आस्थाओं के साथ प्रभु के चरणों में समर्पित होता है।

कुडणे मेला गोवा में, भक्तों का बिखरे प्यार,
प्रभु की महिमा सुनकर, छूटते हैं सारे शिकार।
हर दिल में भक्ति का रंग, हो रहा साकार,
मनुष्य का हो रहा उद्धार, आस्था का आधार।

अर्थ:
यहां पर भक्तों की भक्ति से वातावरण पवित्र हो जाता है। प्रभु की महिमा और उनके दर्शन से हर दिल को शांति मिलती है, जिससे आस्था मजबूत होती है और जीवन में उद्धार होता है।

भक्तों का मिलन होता, सुरीली भक्ति की गान,
हर कदम पर होता विश्वास, प्रभु का हो रहा ध्यान।
गंगा-जमुना की तरह बहे, हर ह्रदय का सम्मान,
समझो इस मेलें को, दिव्य पूजा का स्थान।

अर्थ:
यहाँ भक्तों का मिलन एक साथ होता है और वे प्रभु की भक्ति में लीन रहते हैं। सभी का ध्यान प्रभु में होता है और हर कोई अपने आस्थाओं को बढ़ाता है। यह स्थल दिव्य पूजा का स्थान माना जाता है।

धन्य है यह मेला, आशीर्वाद से भरा,
हर दिल में प्रभु का आशीर्वाद छुपा है,
कुडणे मेला में मिलती है आस्था की बारी,
भगवान की महिमा में बसी है सच्ची सुखदायिनी सारी।

अर्थ:
कुडणे मेला भगवान के आशीर्वाद से भरा हुआ है, जहां आस्थाएँ समाहित होती हैं और भगवान की महिमा से हर व्यक्ति को सच्चा सुख मिलता है। यह एक दिव्य स्थल है, जहाँ हर कोई प्रभु का आशीर्वाद प्राप्त करता है।

चित्र और इमोजी:

🏖�🙏

⛪🕯�

🕊�✨

💖💫

--अतुल परब
--दिनांक-17.04.2025-गुरुवार.
===========================================