🙏 सैलानी बाबा संदल महोत्सव - खोपेगांव, जिला-लातूर-

Started by Atul Kaviraje, April 19, 2025, 09:18:02 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

🙏 सैलानी बाबा संदल महोत्सव - खोपेगांव, जिला-लातूर-

सैलानी बाबा संदल महोत्सव एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, जो हर साल खोपेगांव, जिला लातूर में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस महोत्सव का उद्देश्य बाबा की भक्ति में डूबकर शांति और आशीर्वाद प्राप्त करना है। यह महोत्सव गांव के लोगों और श्रद्धालुओं को एकजुट करता है, जिससे वे एक साथ मिलकर बाबा की पूजा करते हैं और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को सवारते हैं।

यहां प्रस्तुत है सैलानी बाबा संदल महोत्सव पर आधारित एक सुंदर, सरल और अर्थपूर्ण तुकबंदी:

चरण 1:
सैलानी बाबा संदल का महोत्सव आया,
खोपेगांव में भक्तों का हुजूम समाया।
भक्ति और श्रद्धा से भरी हुई है हर बात,
साधुओं का ध्यान, बाबा के चरणों में सच्ची रात।

अर्थ: सैलानी बाबा संदल महोत्सव खोपेगांव में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। भक्तों का समर्पण और श्रद्धा इस दिन बाबा के चरणों में सर्वोच्च होती है, और लोग भक्ति में डूबकर बाबा के दर्शन करते हैं।

चरण 2:
संध्या की बेला में, मंत्रों से गूंजे हर गली,
हर भक्त के दिल में बाबा की याद बसी।
साधु और भक्त मिलकर गाते हैं भक्ति गीत,
सैलानी बाबा के चरणों में मिलता हर एक को अमृत।

अर्थ: संध्या समय जब मंत्रों का उच्चारण होता है, तब खोपेगांव की गलियाँ भक्ति के संगीत से गूंज उठती हैं। बाबा की भक्ति में हर कोई डूबा रहता है, और बाबा की कृपा से सभी को शांति और आशीर्वाद मिलता है।

चरण 3:
शिव धाम के चरणों में जो भक्ति करे,
सैलानी बाबा का आशीर्वाद वह जरूर पाए।
संसार के बंधनों से मुक्त होता है दिल,
सच्ची भक्ति से नित मिलता है जीवन का नया सिलसिला।

अर्थ: जो भक्त सच्चे मन से बाबा की भक्ति करते हैं, उन्हें बाबा का आशीर्वाद अवश्य मिलता है। भक्ति से दिल के सभी बंधन टूट जाते हैं, और जीवन में नई दिशा प्राप्त होती है।

चरण 4:
दूर-दूर से आते हैं श्रद्धालु सभी,
सैलानी बाबा का महोत्सव है सबकी आराधना।
नृत्य, गीत और भजनों से गूंजे हर जगह,
भक्ति से हर दिल में बाबा की याद रहे।

अर्थ: इस महोत्सव में दूर-दूर से भक्त बाबा की पूजा के लिए आते हैं। यहां नृत्य, गीत और भजन होते हैं, जो महोत्सव को और भी पवित्र और उल्लासपूर्ण बनाते हैं।

चरण 5:
संकट में जो बाबा को पुकारे,
वह कभी खाली हाथ नहीं लौटे।
सैलानी बाबा की कृपा से हर मन शांत हो,
जीवन की राह में बुराई का सामना न हो।

अर्थ: बाबा की भक्ति से संकटों से मुक्ति मिलती है। जब भक्त बाबा को सच्चे मन से पुकारते हैं, तो बाबा उनकी हर कठिनाई दूर कर देते हैं और जीवन को शांति से भर देते हैं।

चरण 6:
माहौल में हर चेहरा है खुशहाल,
सैलानी बाबा का आशीर्वाद है सर्वश्रेष्ठ सवाल।
भक्तों के मन में अपार विश्वास हो,
बाबा की महिमा हर जगह गूंजे और वाह हो।

अर्थ: महोत्सव के दौरान हर व्यक्ति खुशी और आनंद से भरा होता है। बाबा का आशीर्वाद भक्तों के दिलों में अपार विश्वास भरता है, और उनकी महिमा हर जगह फैलती है।

चरण 7:
सैलानी बाबा के महोत्सव का यह उत्सव सजीव,
हर दिल में बाबा का प्रेम गूंजे, यही है हमारा जीवन।
आओ! सभी मिलकर मनाएं हम ये पुण्य पर्व,
सैलानी बाबा की महिमा को हर कोई निभाए और कहे धन्यवाद।

अर्थ: सैलानी बाबा संदल महोत्सव एक जीवंत उत्सव है, जो भक्तों के दिलों में बाबा के प्रेम और आशीर्वाद को फैलाता है। इस महोत्सव में सभी मिलकर बाबा की महिमा का प्रचार करते हैं और बाबा को धन्यवाद अर्पित करते हैं।

📜 सारांश
सैलानी बाबा संदल महोत्सव खोपेगांव का एक महत्वपूर्ण और भव्य आयोजन है, जो भक्तों को आध्यात्मिक शांति और आशीर्वाद प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है। इस महोत्सव में सभी भक्त बाबा की भक्ति में डूबकर उनके आशीर्वाद को प्राप्त करते हैं, और साथ ही जीवन में सुख-शांति का अनुभव करते हैं। यह महोत्सव हमें प्रेम, श्रद्धा और समर्पण का सच्चा संदेश देता है।

🖼� चित्र, प्रतीक और इमोजी:

🙏 – भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक

🕉� – सैलानी बाबा का प्रतीक

🌸 – शांति और भक्ति का प्रतीक

🎶 – भक्ति संगीत और भजन का प्रतीक

🌿 – बाबा की कृपा और आशीर्वाद का प्रतीक

💡 निष्कर्ष
सैलानी बाबा संदल महोत्सव न केवल धार्मिक भावना को जागृत करता है, बल्कि यह हमें भक्ति, श्रद्धा, और समाज की एकता का संदेश भी देता है। इस महोत्सव में भाग लेने से हम न केवल बाबा के आशीर्वाद से परिपूर्ण होते हैं, बल्कि हमारे जीवन में शांति और संतोष का अनुभव करते हैं। 🙏🌸🎶

--अतुल परब
--दिनांक-18.04.2025-शुक्रवार.
===========================================