महांकालेश्वर (दरगोबा देव) यात्रा - हिंदी कविता-

Started by Atul Kaviraje, April 20, 2025, 09:41:11 PM

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Atul Kaviraje

महांकालेश्वर (दरगोबा देव) यात्रा - हिंदी कविता-
(07 चरण, 04 पंक्तियाँ प्रत्येक चरण के साथ, हिंदी अर्थ सहित, भक्ति भावपूर्ण)

चरण 1
दरगोबा देव का नाम लिया, मन में भक्तिभाव जगा,
यात्रा पर निकले हम, साकार रूप में उन्हें पाया।
सांगली के खेतों में, हर दिशा में उनका प्रेम,
महांकालेश्वर का आशिर्वाद हमें मिल ही गया।

अर्थ:
इस चरण में हम महांकालेश्वर (दरगोबा देव) का स्मरण करते हैं, और उनकी कृपा से यात्रा की शुरुआत करते हैं। इस यात्रा में उनका आशीर्वाद प्राप्त करना हमारा मुख्य उद्देश्य है।

चरण 2
पारे गाँव से चली यात्रा, हर दिल में है एक आस,
नदी की लहरें गातीं, शांति की एक अजीब सी खास।
संग-संग चलते भक्त, सबकी आस्था समान,
हर कदम पर महांकालेश्वर, दिखें जैसे भगवान।

अर्थ:
यात्रा पारे गाँव से शुरू होती है, जहाँ भक्तों की आस्था एकजुट होती है। नदी की लहरें शांति और प्रेम का संदेश देती हैं, और महांकालेश्वर की उपस्थिति महसूस होती है।

चरण 3
रास्ता जो कठिन था, अब आसान सा लगने लगा,
दरगोबा देव का नाम, हर कठिनाई को सुलझने लगा।
ध्यान में उनकी छवि, दिलों को शांति देती,
आत्मा में सुकून की अनुभूति बसी रहती।

अर्थ:
यात्रा के कठिन रास्ते अब आसान लगने लगते हैं, क्योंकि महांकालेश्वर (दरगोबा देव) का नाम लेते हुए हर मुश्किल को पार किया जा सकता है। उनकी छवि हमारे दिलों को शांति प्रदान करती है।

चरण 4
धूप की तपिश में भी, ठंडक का अहसास हुआ,
हर जगह महांकालेश्वर की महिमा का विस्तार हुआ।
शक्ति और प्रेम का अनोखा मिलाजुला रूप,
उनकी कृपा में हर भक्त का दिल होता है शुद्ध।

अर्थ:
महांकालेश्वर की महिमा हमें हर जगह महसूस होती है, चाहे सूरज की तपिश हो या कठिन समय। उनकी कृपा से हर भक्त का ह्रदय शुद्ध और शांत होता है।

चरण 5
गाँव-गाँव से भक्तों का जत्था, बढ़ता ही चला जा रहा,
महांकालेश्वर के चरणों में प्रेम सच्चा दिख रहा।
शिव का भव्य रूप हर भक्त के मन में समाया,
सचमुच उनका आशीर्वाद, हर जीवन को संजीवनी जैसा पाया।

अर्थ:
यात्रा में भक्तों का जत्था बढ़ता जा रहा है, और सभी भक्त महांकालेश्वर के चरणों में अडिग विश्वास और प्रेम के साथ समर्पित हैं। उनके आशीर्वाद से जीवन को नया अर्थ मिलता है।

चरण 6
पारे गाँव में महांकालेश्वर की गाथा गाई जाती,
उनकी शक्ति और कृपा की कथा सच्ची बताई जाती।
मंदिर में गूंजे भजनों का स्वर, मन को शांति दे,
महांकालेश्वर की पूजा में समर्पण की भावना जागे।

अर्थ:
महांकालेश्वर की गाथाएँ पारे गाँव में गाई जाती हैं और उनकी शक्ति एवं कृपा का वर्णन किया जाता है। उनके भजन मन को शांति और आत्मिक सुख प्रदान करते हैं।

चरण 7
यात्रा का समापन हुआ, महांकालेश्वर का आशीर्वाद पाया,
हर दिल में प्रेम, हर आत्मा में शांति समाई।
वापसी की राह में भी, भक्ति का आनंद था,
महांकालेश्वर की कृपा से सब कुछ सरल था।

अर्थ:
यात्रा समाप्त हुई, लेकिन महांकालेश्वर का आशीर्वाद हमारे साथ हमेशा रहेगा। भक्ति और प्रेम की भावना हर दिल में समाई है, और उनके आशीर्वाद से जीवन में शांति आई है।

🖼� प्रतीक और इमोजी
🙏🌸🕉�🌿🏞�

प्रतीकात्मक अर्थ:

🙏 = श्रद्धा और भक्ति

🌸 = महांकालेश्वर का दिव्य आशीर्वाद

🕉� = शिव और आध्यात्मिक शक्ति

🌿 = प्राकृतिक सौंदर्य और यात्रा

🏞� = यात्रा मार्ग

निष्कर्ष:
यह कविता महांकालेश्वर (दरगोबा देव) की यात्रा की भक्ति भाव से भरी यात्रा को दर्शाती है, जो भक्तों की आस्था और प्रेम से परिपूर्ण है। उनके आशीर्वाद से सभी कठिनाइयाँ सरल हो जाती हैं और जीवन में शांति का अनुभव होता है।

"जहां महांकालेश्वर का आशीर्वाद हो, वहां जीवन संपूर्ण होता है।"

--अतुल परब
--दिनांक-19.04.2025-शनिवार.
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