🌸 भैरवनाथ उत्सव-वल्हे, तालुका-पुरंदर 🌸-"भैरवनाथ का आशीर्वाद"-

Started by Atul Kaviraje, April 22, 2025, 10:15:26 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

🌸 भैरवनाथ उत्सव-वल्हे, तालुका-पुरंदर 🌸

💫 हर्षित भक्ति के साथ भैरवनाथ उत्सव का महत्त्व और उसका श्रद्धापूर्वक वर्णन।

कविता: "भैरवनाथ का आशीर्वाद"-

पद 1:
🕉� वळ्हे में आओ भैरवनाथ के दर्शन करने,
🙏 भक्तों का मन है पूर्ण रूप से श्रद्धा से हरने।
🌸 पुण्यभूमि में तुम बसा हो साकार रूप में,
✨ हर भक्त की प्रार्थना पूरी होती है तुम्हारी धीरज में।

अर्थ:
वल्हे गाँव में भैरवनाथ के दर्शन का महत्व बहुत बड़ा है। यहाँ हर भक्त श्रद्धा से उनके चरणों में बसा होता है और सभी की मनोकामनाएँ पूरी होती हैं।

पद 2:
💖 भैरवनाथ का आशीर्वाद, जीवन में सुख लाए,
🌱 हर दुख, हर कष्ट को भगवान हल्का बनाए।
🚩 आओ हम सब मिलकर भक्ति में लीन हो जाएं,
🙏 और भैरवनाथ की महिमा का गान करें।

अर्थ:
भैरवनाथ का आशीर्वाद हमें सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करता है। उनके आशीर्वाद से जीवन में आने वाली कठिनाइयाँ समाप्त हो जाती हैं और हम एक सकारात्मक दिशा में बढ़ते हैं।

पद 3:
🎉 वळ्हे में उत्सव है भैरवनाथ का, खुशी छाई है हर दिल में,
🌸 श्रद्धा और भक्ति से परिपूर्ण यह त्योहार, समर्पण और प्रेम की है नज़दीकी।
🎶 भक्तों के संग मिलकर गाओ तुम भैरव भजन,
✨ भैरवनाथ का आशीर्वाद सबसे बड़ा उपहार है।

अर्थ:
भैरवनाथ का उत्सव वळ्हे में पूरे उल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। यह दिन भगवान की भक्ति, प्रेम और समर्पण का प्रतीक बनकर सभी भक्तों को एकजुट करता है।

पद 4:
🌺 पुण्य की भूमि पर भैरवनाथ का वास है,
🌍 हर कोई वहाँ आकर एक नया रास्ता पा लेता है।
🕯� भक्ति से सच्ची शक्ति मिलती है, भगवान के कदमों में शांति का आशीर्वाद मिलता है,
🙏 भैरवनाथ की पूजा से हर दिल को सुकून मिलता है।

अर्थ:
भैरवनाथ के दर्शन और पूजा से न केवल पुण्य की प्राप्ति होती है, बल्कि उनकी भक्ति से दिल को सुकून और शांति भी मिलती है। उनके चरणों में सबकी समस्याएँ दूर होती हैं।

चित्र और प्रतीक:

🕉� भैरवनाथ की मूर्ति

🙏 भक्ति और श्रद्धा

🎉 उत्सव का वातावरण

🌸 पुण्यभूमि

🎶 भैरव भजन

✨ आशीर्वाद और समृद्धि

विश्लेषण: यह कविता भैरवनाथ उत्सव के महत्व को उजागर करती है, जो भक्ति और समर्पण का प्रतीक है। हर भक्त के दिल में भैरवनाथ के प्रति एक गहरी श्रद्धा है और उनका आशीर्वाद जीवन में सुख-शांति और समृद्धि लाता है। वळ्हे गाँव में आयोजित इस उत्सव से श्रद्धालु एकजुट होते हैं और भक्ति के गहरे अनुभव में डूब जाते हैं।

--अतुल परब
--दिनांक-21.04.2025-सोमवार.
===========================================