श्री विष्णु का सर्वव्यापी अस्तित्व-2

Started by Atul Kaviraje, April 23, 2025, 09:49:54 PM

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Atul Kaviraje

श्री विष्णु का सर्वव्यापी अस्तित्व-
(भगवान विष्णु का सर्वव्यापी अस्तित्व)
(The Omnipresent Existence of Lord Vishnu) 

कविता:

श्री विष्णु का सर्वव्यापी अस्तित्व-

चरण 1
विष्णु का रूप है सर्वव्यापी, हर सृष्टि में समाहित,
सारे जगत में बसा हुआ, उनका प्रेम है अनमोल और अमित।
उनका अस्तित्व हर कण में, हर जीव में वास,
उनकी भक्ति से मिलती है, जीवन को शांति का आभास।

📝 अर्थ: भगवान विष्णु का अस्तित्व सम्पूर्ण सृष्टि में व्याप्त है और उनकी भक्ति से जीवन में शांति और सुख मिलता है।

चरण 2
राम के रूप में प्रकट हुए, कृष्ण के रूप में जो आए,
धर्म की रक्षा करने के लिए, हमेशा साथ में वह छाए।
उनका हर रूप है शुभ, हर रूप में है एक आदर्श,
हमारे जीवन में उनकी भक्ति से मिलता है सर्वश्रेष्ठ।

📝 अर्थ: भगवान विष्णु ने अपने अवतारों के रूप में धर्म की रक्षा की और उनके प्रत्येक रूप में आदर्श प्रकट हुआ।

चरण 3
निराकार रूप में वह हैं, ब्रह्मांड में हर कण में बसा,
उनकी भक्ति से मिलता है सुख, जीवन का हर कष्ट पलभर में चला।
विष्णु की उपासना में शक्ति है, मन की शांति पाई जाती है,
जन्मों का समापन होता है, जब भगवान के चरणों में आशा समाती है।

📝 अर्थ: भगवान विष्णु के निराकार रूप में उनके अस्तित्व को स्वीकारने से जीवन में शांति और कष्टों से मुक्ति मिलती है।

चरण 4
विष्णु का रूप है करुणामय, सृष्टि के पालनहार,
उनकी दया से ही मिलती है, जीवन में सच्ची राह।
हमें उनका नाम सुमिरन करना, यह है जीवन का सार,
भगवान विष्णु के बिना जीवन है, शून्य और अपार।

📝 अर्थ: भगवान विष्णु की कृपा से ही जीवन में शांति और सही मार्ग मिलता है, और उनके बिना जीवन निरर्थक है।

विवेचनापरक विश्लेषण:
भगवान विष्णु का सर्वव्यापी अस्तित्व उनके प्रत्येक अवतार और उनके निराकार रूप से स्पष्ट होता है। वे न केवल हमारे जीवन में मौजूद हैं, बल्कि सृष्टि के हर कण में समाहित हैं। विष्णु का यह अस्तित्व हमें यह सिखाता है कि भगवान की शक्ति और भक्ति में अपार शक्ति है, जो हमें जीवन में हर मुश्किल से उबारने में सक्षम है। उनके अवतारों से हम यह समझ सकते हैं कि भगवान हर युग में अपने भक्तों की रक्षा के लिए आते हैं और जीवन के हर संकट का समाधान करते हैं।

उदाहरण:
भगवान कृष्ण ने गीता में कहा था कि वे इस ब्रह्मांड के कण-कण में व्याप्त हैं। उनकी यह बात दर्शाती है कि उनका अस्तित्व न केवल हमारे पास है, बल्कि वह सर्वत्र हैं, हर स्थान पर और हर जीव में उनका प्रभाव है। उनका यह संदेश हमें अपने जीवन में धर्म, सत्य और भक्ति की महत्ता को समझने में मदद करता है।

चित्र, प्रतीक और इमोजी:

🙏🌍
विष्णु का सर्वव्यापी रूप - भगवान विष्णु का अस्तित्व हर कण में बसा हुआ है।

🕉�✨
धर्म की रक्षा - भगवान विष्णु के अवतारों से हम यह सीखते हैं कि वे हमेशा धर्म की रक्षा करते हैं।

💫🌟
भक्ति और आस्था - विष्णु की भक्ति से जीवन में शांति और उद्धार प्राप्त होता है।

निष्कर्ष:
भगवान विष्णु का सर्वव्यापी अस्तित्व हमारे जीवन में शांति, समृद्धि और धर्म का स्रोत है। उनका अस्तित्व हर कण में समाहित है, और उनकी भक्ति से हम जीवन की हर कठिनाई को पार कर सकते हैं। भगवान विष्णु का यह संदेश हमें यह सिखाता है कि जब हम अपनी भक्ति और आस्था से जीवन में आगे बढ़ते हैं, तो भगवान की कृपा से हमें हर बाधा से मुक्ति मिलती है। उनके प्रत्येक अवतार और निराकार रूप में उनकी शक्ति और करुणा का अनुभव किया जा सकता है।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-23.04.2025-बुधवार.
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