श्री सिद्धेश्वर यात्रा-संगवाड, तालुकI-पाटण-

Started by Atul Kaviraje, April 24, 2025, 07:25:36 PM

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Atul Kaviraje

श्री सिद्धेश्वर यात्रा-संगवाड, तालुकI-पाटण-

श्री सिद्धेश्वर यात्रा - संगवाड, तालुका-पाटण-

एक भक्ति भाव से ओत-प्रोत सुंदर कविता, जिसमें श्री सिद्धेश्वर यात्रा के प्रत्येक चरण का वर्णन किया गया है। यह कविता 07 चरणों में प्रस्तुत की गई है, जिनका प्रत्येक चरण भक्तिपूर्ण और सरल तुकबंदी में है। साथ ही, हर चरण का हिंदी में अर्थ भी दिया गया है।

कविता -

श्री सिद्धेश्वर यात्रा-

चरण 1
संगवाड में सिद्धेश्वर का वास है,
जहां भक्तों की मनोकामना साकार है।
शिव की महिमा से रौनक बसी है यहाँ,
हर दिल में श्रद्धा का नूर है यहाँ।

📝 अर्थ: इस चरण में संगवाड में स्थित श्री सिद्धेश्वर का महिमा का वर्णन किया गया है, जहाँ उनकी कृपा से भक्तों की मनोकामनाएँ पूरी होती हैं और श्रद्धा से वातावरण रोशन होता है।

चरण 2
पवित्र गंगा में स्नान कर निकलें हम,
शिव के दर्शन से जीवन हो रंगमंच।
सिद्धेश्वर के चरणों में भक्ति सजी है,
सच्चे प्रेम में बसा है जीवन का सच्चा अंश।

📝 अर्थ: इस चरण में गंगा स्नान की महिमा का उल्लेख किया गया है, साथ ही सिद्धेश्वर के चरणों में श्रद्धा और भक्ति का महत्व बताया गया है, जिससे जीवन में सुख और प्रेम की वृद्धि होती है।

चरण 3
आरती की आवाज़ से गूंजे हर ओर,
हर दिल में बस जाए शांति और प्यार।
सिद्धेश्वर की भक्ति से चढ़े हर हाथ,
अविरल बहे प्रेम की हर धारा।

📝 अर्थ: इस चरण में आरती की गूंज और हर दिल में शांति के स्थिर होने का संदेश है। सिद्धेश्वर की भक्ति से प्रेम की धारा हमेशा बहती रहती है और जीवन में सुख और समृद्धि आती है।

चरण 4
पवित्र भूमि संगवाड की शरण में हम,
कष्टों से मुक्त होकर आए हैं हम।
सिद्धेश्वर के चरणों में बसी है शक्ति,
हमारी आस्था से सजी है यह भूमि।

📝 अर्थ: इस चरण में संगवाड की भूमि की महिमा है, जहां सिद्धेश्वर के दर्शन से भक्त अपने कष्टों से मुक्त हो जाते हैं। सिद्धेश्वर की शक्ति और आस्था के प्रति श्रद्धा को यहाँ व्यक्त किया गया है।

चरण 5
भक्ति के रंग में रंगी यह यात्रा,
सिद्धेश्वर के दर्शन से सजे हर रथ।
भक्तों के साथ चलता शिव का रथ,
सच्ची भक्ति से मिलती जीवन की राह।

📝 अर्थ: इस चरण में सिद्धेश्वर के रथ की यात्रा का वर्णन किया गया है, जो भक्तों को सच्ची भक्ति और जीवन की दिशा प्रदान करती है। यह चरण भक्ति के रंग में रंगी यात्रा की शक्ति और महिमा को दर्शाता है।

चरण 6
शिव का आशीर्वाद जो हम पर हो,
हमेशा उसे अपने दिल में बसाए हो।
सिद्धेश्वर की कृपा से रौशन है जीवन,
भक्ति से सजी है हमारी यह अद्भुत मंजिल।

📝 अर्थ: इस चरण में शिव के आशीर्वाद के महत्व को बताया गया है, जो हमेशा भक्तों के जीवन को रौशन करता है। सिद्धेश्वर की कृपा से जीवन में अद्भुत शांति और सौंदर्य आता है।

चरण 7
सिद्धेश्वर की भक्ति से मिलती है शक्ति,
संगवाड की यात्रा हो जाती है संपूर्ण।
हम सब मिलकर करें भक्ति का प्रचार,
सिद्धेश्वर के चरणों में बसा है सच्चा प्यार।

📝 अर्थ: इस अंतिम चरण में सिद्धेश्वर की भक्ति से मिलने वाली शक्ति और संपूर्णता का वर्णन किया गया है। साथ ही यह आह्वान किया गया है कि सभी भक्त मिलकर भक्ति का प्रचार करें, क्योंकि सिद्धेश्वर के चरणों में सच्चा प्यार है।

चित्र, प्रतीक और इमोजी:

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सिद्धेश्वर मंदिर - भक्तों की श्रद्धा का केंद्र, जहां भक्ति की शक्ति महसूस की जा सकती है।

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शिव का आशीर्वाद - जीवन में शांति और समृद्धि लाने वाली शक्तिशाली कृपा।

निष्कर्ष:
यह कविता श्री सिद्धेश्वर की महिमा और उनके दर्शन से मिलने वाली भक्ति शक्ति का चित्रण करती है। संगवाड की यात्रा न केवल भक्तों के लिए एक धार्मिक अनुभव है, बल्कि यह जीवन में शांति, प्रेम और आस्था का संचार करती है। सिद्धेश्वर की भक्ति में जीवन की सभी समस्याएँ हल हो जाती हैं और हर कदम पर भगवान का आशीर्वाद मिलता है।

"भक्ति के मार्ग पर चलें, सिद्धेश्वर के चरणों में शांति पाएं!" 🌸🙏

--अतुल परब
--दिनांक-22.04.2025-मंगळवार.
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