📜 विषय: वरूथिनी एकादशी 🗓️ अवसर: 24 अप्रैल 2025, गुरुवार-

Started by Atul Kaviraje, April 25, 2025, 10:11:35 PM

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Atul Kaviraje

प्रस्तुत है एक भक्तिभाव पूर्ण, सरल, अर्थपूर्ण और तुकांत शैली में लंबी कविता
📜 विषय: वरूथिनी एकादशी
🗓� अवसर: 24 अप्रैल 2025, गुरुवार
🙏 शैली: 7 चरण, प्रत्येक में 4 पंक्तियाँ, हर चरण का अर्थ सहित
🎨 साथ में प्रतीक, चित्र और इमोजी भी

🌼🕉� भक्ति कविता – "वरूथिनी व्रत की महिमा"

🕊� चरण 1:
एकादशी आई पावन, शुभ संदेशा लाई।
व्रत कर लो मन शुद्ध से, प्रभु कृपा जो छाई।
वरूथिनी नाम है इसका, रक्षक भाव समाई।
पाप हरें, पुण्य दे, आत्मा को सच्ची छाई। 🌸

📖 अर्थ:
वरूथिनी एकादशी एक पवित्र तिथि है जो आत्मा की शुद्धि, पापों के विनाश और ईश्वर की कृपा प्राप्ति का अवसर देती है।

🌟 चरण 2:
विष्णु जी का व्रत है यह, पालन कर जो भाव से।
मोक्ष द्वार खुल जाता है, हो जीवन फिर नव भाव से।
उपवास, जप, ध्यान करो, प्रेम करो प्रभु नाव से।
सुख-दुख सब मिट जाते हैं, जब जुड़ते प्रभु छाव से। 🪔

📖 अर्थ:
यह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। इसे श्रद्धा से करने पर जीवन में आध्यात्मिक जागृति और दुखों से मुक्ति मिलती है।

🌿 चरण 3:
वरूथिनी का अर्थ है, जो रक्षा करे सदा।
विपत्ति से जो बचाए, दे जीवन को प्रबुद्ध दिशा।
जप, ध्यान और सेवा से, बदल जाए हर दशा।
यह व्रत है दिव्य सुरक्षा की, यह सत्य की अभिलाषा। 🛡�

📖 अर्थ:
"वरूथिनी" का मतलब है "रक्षक"। यह व्रत व्यक्ति को संकटों से बचाता है और सही मार्ग की ओर ले जाता है।

🧘�♀️ चरण 4:
भोजन नहीं, संयम रखो, यह तप है आत्मा का।
मांस, मद्य, तामस त्यागो, बढ़ाओ बल धर्मा का।
करें दया, सेवा सभी से, पथ यही है कर्मा का।
प्रभु के स्मरण से जुड़ जाए, मन मंदिर परमात्मा का। 🕉�

📖 अर्थ:
इस दिन संयम और सात्विकता बहुत ज़रूरी है। तामसी भोजन और बुरे कर्मों का त्याग कर प्रभु का ध्यान करना चाहिए।

💖 चरण 5:
दान करो जरूरतमंद को, बनो करुणा की मूरत।
वस्त्र, अन्न, जल दो प्रेम से, यही सच्ची पूर्ति।
लोभ, अहंकार छोड़ो, यही है व्रत की मूर्ति।
सच्चे मन से जो दे, प्रभु करे उसकी सवारी। 🤲

📖 अर्थ:
व्रत के साथ-साथ दान करना भी पुण्य का काम है। यह दिन सेवा और विनम्रता का अभ्यास करने का अवसर है।

🛕 चरण 6:
मंदिर में जाओ प्रभु के, सुनो हरि की बाणी।
गीता का पाठ करो, लो प्रेम में डूबे पानी।
कीर्तन, भजन गाओ तुम, मिल भक्तों की रजधानी।
हर श्वास में राम कहो, यही है सच्ची कहानी। 🎶

📖 अर्थ:
इस दिन प्रभु की आराधना, कीर्तन, गीता पाठ और भजन करने से आत्मा शुद्ध होती है और प्रभु की निकटता मिलती है।

🌈 चरण 7:
वरूथिनी एकादशी आई, लेकर आशीर्वाद भारी।
खोलो ह्रदय के द्वार को, छोड़ो जीवन की खुमारी।
सत्य, प्रेम, सेवा में रहो, यही प्रभु की सवारी।
इस व्रत से ही मिलती है, मोक्ष की अंतिम तैयारी। ✨

📖 अर्थ:
यह दिन आत्मा की मुक्ति और मोक्ष की दिशा में एक महत्वपूर्ण क़दम है। प्रभु की कृपा पाने के लिए सच्चे मन से व्रत और भक्ति करना चाहिए।

🖼�📸 प्रतीक और चित्र (Pictures & Symbols with Meaning)

प्रतीक / Emoji   अर्थ

🛐   पूजा और आराधना
🌸   पवित्रता और शुद्धि
🛡�   रक्षा और सुरक्षा
🤲   दान और करुणा
🎶   भजन और कीर्तन
🕯�   दीपक - आत्मज्ञान
📿   जपमाला - ध्यान और भक्ति
✨   मोक्ष की ओर प्रगति

🔚🌟 निष्कर्ष (Short Conclusion)
वरूथिनी एकादशी एक ऐसा पावन अवसर है जो आत्मा को पापों से मुक्त करता है और भक्ति, सेवा, संयम व सत्य की राह पर चलने की प्रेरणा देता है।
🙏 "एकादशी व्रत न केवल शरीर का तप है, यह आत्मा की यात्रा का आरंभ भी है।"

🙏✨ "आपको वरूथिनी एकादशी की पावन शुभकामनाएं"

--अतुल परब
--दिनांक-24.04.2025-गुरुवार.
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