🌸 कविता शीर्षक: "कृष्ण के चरणों में समर्पण"

Started by Atul Kaviraje, May 07, 2025, 09:28:44 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

श्री कृष्ण और उनके भक्तों का बलिदान-
(कृष्ण और उनके भक्तों का त्याग)
(Krishna and the Renunciation of His Devotees)               

🌺 श्री कृष्ण और उनके भक्तों का बलिदान-
(Krishna and the Renunciation of His Devotees)
📿 भक्ति, त्याग और प्रेम से ओतप्रोत एक दीर्घ हिंदी कविता
🪔 सरल तुकबंदी | ७ चरण | हर चरण का अर्थ | प्रतीक, चित्र व इमोजी सहित 🙏

🌸 कविता शीर्षक: "कृष्ण के चरणों में समर्पण"
चरण १
मुरलीधर मोहिनी छवि, मन को हर ले जाए।
भक्ति में जो डूबे मन, सब दुख दूर भगाए।
श्रीहरि के नाम जपें जो, मोक्ष वही पाए।
त्याग-तपस्या के पथ से, सच्चा भक्त बन जाए।
🎶🦚🎻

अर्थ:
कृष्ण की मधुर मुरली और मोहक रूप से भक्त मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। जो सच्चे भाव से उनका नाम जपता है, वही मुक्ति को प्राप्त करता है।

चरण २
मीरा ने विष प्याला पिया, पर राधा सा प्रेम न टला।
हरि की लगन में सब कुछ, बिना शर्त अर्पण चला।
सांझ-सवेरे बस गोविंद, मन मंदिर में चला।
भक्तों ने त्यागा जगत, हरि में जीवन डला।
🍷🪷🧎�♀️

अर्थ:
मीरा ने विष का प्याला पीकर भी कृष्णप्रेम नहीं छोड़ा। सच्चे भक्त हर परिस्थिति में भगवान को नहीं छोड़ते और सब कुछ उन्हें अर्पित कर देते हैं।

चरण ३
सुदामा सखा दरिद्र सही, पर प्रेम अनंत था।
द्वारका का राजा भी, मित्रता में पवित्र था।
मुट्ठीभर चावल से, श्रीकृष्ण का मन संत था।
भक्ति नहीं देखती धन, भाव ही बस मंत्र था।
🌾🏰🤝

अर्थ:
सुदामा गरीब थे, लेकिन उनकी भक्ति अमूल्य थी। कृष्ण ने उनकी मित्रता को सिर माथे लिया, क्योंकि ईश्वर भाव को ही देखते हैं।

चरण ४
अर्जुन के सारथी बने, धर्मयुद्ध कराया।
प्रिय को युद्धभूमि में, सच्चाई का पाठ पढ़ाया।
मोह को त्याग कर, कर्म का व्रत अपनाया।
गीता के ज्ञान से, जग को राह दिखाया।
🛡�📖🏹

अर्थ:
कृष्ण ने अर्जुन को मोह त्यागने की प्रेरणा दी। उन्होंने गीता में कर्म, धर्म और सत्य का मार्ग बताया – यही सच्चा बलिदान है।

चरण ५
गोवर्धन उठाकर किया, गांव का रक्षण।
इंद्र के घमंड को, चुराया अहं का क्षण।
भक्तों के लिए सब कुछ, हरि करें समर्पण।
प्रेम से जो पुकारे, कृष्ण करें दर्शन।
🌧�🏔�👑

अर्थ:
गोवर्धन लीला दर्शाती है कि कृष्ण अपने भक्तों की रक्षा के लिए चमत्कार कर सकते हैं। वह सच्चे भक्त की पुकार जरूर सुनते हैं।

चरण ६
द्रौपदी की लाज बचाई, चीर बढ़ाया बार।
भक्त की पीड़ा देखी, दौड़े बिना विचार।
त्यागे सब नियम तब, जब भक्त को दरकार।
हरि के लिए समर्पित, भक्तों का अपार प्यार।
🧵🕊�👘

अर्थ:
द्रौपदी की रक्षा करने के लिए कृष्ण ने सारे बंधन तोड़े। जब भक्त सच्चे हृदय से पुकारता है, भगवान उसकी सहायता के लिए दौड़ पड़ते हैं।

चरण ७
कृष्ण और उनके भक्तों का, संबंध है अलौकिक।
त्याग, प्रेम और सेवा से, बना सच्चा संगीत।
संसार की माया छोड़, जो लिपटे हरि के गीत।
वही बने जीवन में, भवसागर के मीत।
🌊🎼🌺

अर्थ:
भगवान कृष्ण और उनके भक्तों का रिश्ता केवल पूजा का नहीं, वह त्याग, सेवा और आत्मसमर्पण का है। यही रिश्ता उन्हें संसार से ऊपर ले जाता है।

✨ संक्षिप्त सार (Short Meaning)
भगवान श्रीकृष्ण और उनके भक्तों का प्रेम, त्याग और समर्पण का संगम है।
यह संबंध मानव और ईश्वर के बीच की आत्मीयता को दर्शाता है।
कृष्ण ने हमेशा अपने भक्तों के त्याग को सम्मान दिया और हर संकट में उनके साथ खड़े रहे।
➡️ भक्ति, सेवा, सच्चाई और त्याग ही कृष्ण की सच्ची पूजा है।

🕉� प्रतीक और इमोजी तालिका
भाव   प्रतीक / इमोजी
कृष्ण   🦚🎻👑
भक्त   🙇�♀️🧎�♂️🙏
प्रेम   ❤️🪷
त्याग   🍃🍂
ज्ञान   📖🧠
युद्ध और धर्म   🛡�🏹⚔️

जय श्रीकृष्ण! राधे राधे! 🙏🌸

--अतुल परब
--दिनांक-07.05.2025-बुधवार.
===========================================