🌸 मोहिनी एकादशी 🌸 (भक्ति और शुद्धि का पर्व)

Started by Atul Kaviraje, May 08, 2025, 10:49:11 PM

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Atul Kaviraje

यह रही एक सुंदर, सरल, तुकबंदी युक्त और भक्ति-भावपूर्ण हिंदी कविता "मोहिनी एकादशी" पर, जिसमें 7 चरण हैं, हर चरण में 4 पंक्तियाँ हैं। प्रत्येक चरण का भावार्थ भी नीचे दिया गया है। कविता में भाव, प्रतीक, और उपयुक्त इमोजी शामिल किए गए हैं।

🌸 मोहिनी एकादशी 🌸
(भक्ति और शुद्धि का पर्व)

चरण 1
सज गई आज भक्तों की टोली, 🌺
हर मुख पे राम-नाम की बोली। 🙏
निर्मल मन से व्रत जो करते,
पाप-बंधन से मुक्त वो रहते। 🔔

अर्थ:
आज मोहिनी एकादशी के दिन भक्तों का समूह श्रद्धा से जुड़ता है। जो लोग सच्चे मन से उपवास करते हैं, वे पापों से मुक्त हो जाते हैं।

चरण 2
हरि की लीला मोहिनी रूप,
दैत्यों से छीना अमृत-स्रोत। 🧝�♂️✨
भक्ति में जो हो मगन प्राणी,
उसको मिलती कृपा भवानी। 🌼

अर्थ:
भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप में देवताओं को अमृत दिया। जो भी भक्तिभाव से पूजा करता है, उसे माँ भवानी और विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।

चरण 3
व्रत की थाली सजे सवेरा, 🍎🍌
तुलसी-जल से पूजे मेरा। 🌿
जपते हैं हरिपद का नामा,
हर दिल में बसा श्रीराम। 🔱

अर्थ:
प्रातःकाल भक्त व्रत की थाली सजाते हैं, तुलसी से भगवान की पूजा करते हैं और श्रीराम का नाम जपते हैं।

चरण 4
नैवेद्य बिना लोभ के अर्पण,
त्याग अहंकार करे समर्पण। 🤲
मौन व्रत से मन को साधे,
सत्य-पथ पे जीवन बांधे। 🕉�

अर्थ:
भक्त बिना लोभ के भगवान को नैवेद्य अर्पित करता है, अपने अहंकार को त्याग कर ईश्वर को समर्पित हो जाता है और मौन व्रत से मन की शुद्धि करता है।

चरण 5
मोह और माया छूटे जब,
हरि-स्मरण बने जीवन रब। ✨
एकादशी का पावन व्रत,
दुःख हरता, सुख दे अनुरक्त। 🌙

अर्थ:
जब इंसान मोह-माया से ऊपर उठकर भगवान का स्मरण करता है, तब यह व्रत उसके सारे दुःख हर लेता है और आनंद देता है।

चरण 6
मंदिर में दीप जलाए जाएं, 🪔
हर कोना प्रभु से मिल जाए।
अंतरात्मा गाए भजन,
हर क्षण बने मधुर मिलन। 🎶

अर्थ:
एकादशी के दिन मंदिरों में दीप जलाए जाते हैं, हर कोना प्रभु की उपस्थिति से भर जाता है, और भक्त भजन गाते हैं जिससे आत्मा प्रभु से जुड़ती है।

चरण 7
मोहिनी एकादशी का यह पर्व,
करे हृदय को शुद्ध और गर्व। 💖
श्रद्धा से जो करे उपवास,
पाए सदा प्रभु का प्रकाश। 🌟

अर्थ:
यह पर्व हृदय को शुद्ध करता है और आत्मगौरव बढ़ाता है। जो श्रद्धा से उपवास करते हैं, उन्हें ईश्वर का प्रकाश और मार्गदर्शन मिलता है।

✨ संक्षेप में भावार्थ:
मोहिनी एकादशी आत्मशुद्धि, भक्ति, त्याग और प्रभु प्रेम का अद्भुत अवसर है। इस दिन किया गया व्रत आत्मा को हल्का करता है और मोक्ष की ओर अग्रसर करता है। 🌺🙏

--अतुल परब
--दिनांक-08.05.2025-गुरुवार.
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