🙏 चौंडेश्वरी देवी वर्धापन दिन 🙏 (स्थान: कणकवली — श्रद्धा, शक्ति और संस्कृति -

Started by Atul Kaviraje, May 08, 2025, 10:49:56 PM

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Atul Kaviraje

यह रही एक सुंदर, सरल तुकबंदी में लिखी गई भक्ति-भाव से पूर्ण हिंदी कविता – "चौंडेश्वरी देवी वर्धापन दिन (कणकवली)" पर। यह कविता सात चरणों (स्तंभों) में है, प्रत्येक चरण में चार पंक्तियाँ हैं, साथ ही हर चरण का हिंदी में सरल भावार्थ भी दिया गया है। 🛕🌸

🙏 चौंडेश्वरी देवी वर्धापन दिन 🙏
(स्थान: कणकवली — श्रद्धा, शक्ति और संस्कृति का संगम)

चरण 1
चौंडा माई का पावन द्वार,
भक्तों से भरा हर इक गलियार। 🌼
कणकवली में गूंजे जयकार,
माँ की कृपा करे उद्धार। 🔔

अर्थ:
चौंडेश्वरी देवी के मंदिर में आज भक्तों की भीड़ है। कणकवली में चारों ओर जयकारें गूंज रही हैं और माँ की कृपा सबको उबार रही है।

चरण 2
लाल चूनर से सजी हैं माता,
स्वर्ण मुकुट, मणियों की बाता। 👑
करुणा की वो मूर्तिमान छाया,
हर संकट में बनें सहाया। 🕊�

अर्थ:
माँ चौंडेश्वरी आज लाल चूनर और स्वर्ण आभूषणों से सजी हैं। वे करुणा की साक्षात प्रतिमा हैं और हर भक्त की रक्षा करती हैं।

चरण 3
घंटा बजे, धूप जले मंद, 🪔
भक्ति में लीन है हर एक अंत।
नैवेद्य चढ़े प्रेम से भारी,
आरती में डूबे नर-नारी। 🌺

अर्थ:
मंदिर में आरती की गूंज, धूप की महक और प्रेम से चढ़ाया गया नैवेद्य भक्तों को आध्यात्मिक शांति दे रहा है।

चरण 4
शंखध्वनि से गूंजा आकाश, 📯
सजी हुई है भक्ति की प्रकाश।
माँ की कथा करें सब गाएँ,
श्रद्धा के मोती मन में लाएँ। 💫

अर्थ:
शंख की ध्वनि से आकाश गूंज रहा है, मंदिर रौशनी से जगमगा रहा है। भक्त माँ की कथाएँ सुन रहे हैं और हृदय में श्रद्धा संचित कर रहे हैं।

चरण 5
झांकी में वीर रूप दिखाई,
दुष्टों से जब युद्ध लड़ाई। ⚔️
भक्तों की लाज बचाई थी,
माँ ने दया की छाया दी। 🛡�

अर्थ:
झांकी में माँ का शक्तिशाली रूप प्रदर्शित है, जिन्होंने पापियों का नाश कर भक्तों की रक्षा की थी।

चरण 6
सज गई पालखी फूलों वाली,
नाचे गाँव की हर एक गली। 🌸🚩
भक्ति के रंगों में रंगा नगर,
माँ का जयकार करे अमर। 🙌

अर्थ:
फूलों से सजी पालखी गाँव की गलियों में घूम रही है, हर ओर माँ का जयघोष हो रहा है और पूरा नगर भक्ति के रंग में रंगा है।

चरण 7
वर्धापन दिन का पर्व महान,
शक्ति-भक्ति का अनुपम प्रमाण। ✨
जो माँ को सच्चे मन से ध्याए,
उसका जीवन सफल बन जाए। 🕉�

अर्थ:
यह वर्धापन दिन माँ की शक्ति और भक्ति का अद्भुत प्रमाण है। जो भक्त सच्चे मन से माँ की आराधना करता है, उसका जीवन सफल हो जाता है।

🌟 संक्षिप्त सारांश:
चौंडेश्वरी देवी वर्धापन दिन केवल एक पर्व नहीं, बल्कि श्रद्धा, शक्ति और संस्कृति का उत्सव है। यह दिन भक्तों के लिए माँ के प्रति समर्पण, आस्था और शांति का प्रतीक होता है। 🌸🙏🛕

--अतुल परब
--दिनांक-08.05.2025-गुरुवार.
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