भ्याड

Started by अमोल कांबळे, July 14, 2011, 02:17:20 PM

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अमोल कांबळे

कधीतरी  मरायचं ,
अशा  भ्याड  हल्ल्यांना  काय  घाबरायचं ,
उंदराने  यायचं ,
नि  घाण  करून  जायचं ,
म्हणून  का  मांजराने  गप्प बसून  राहायचं .
शांत  बसतो  म्हणून  डिवचू  नका ,
करंगळी  म्हणून  हाथ  धरू  नका .
तलवारी  आमच्या  म्यान  बऱ्या ,
रक्त  काढायला  लाऊ  नका ,
शिवबाचा  वारसा  आम्हाला ,
रक्त  आमचे  सळसळते ,
भ्याड  हल्ले  आम्ही  करत  नाही ,
उठलो  तर  व्हाल  पळते .
एक  ठिणगी   बस  झाली ,
तुमची  राख  करायला ,
नका  भाग  पाडू  आम्हाला ,
तुमची  खांडोळी  करायला .
एक  अब्ज  लोकांनी  ओरडून  जर  गलका  केला
दुनिया  म्हणेल पाकिस्तान  तर  नुसत्या  आवाजाने  मेला

"खबरदार  जर  टाच  मारुनी  याल  पुढे, चिंधड्या   उडवीन....  राई ...राई  एवड्या ...जय  भवानी!  जय  शिवाजी! जय  महाराष्ट्र! भारत  माता  कि  जय !
                                        मैत्रेय (अमोल कांबळे)

gaurig

छान....

खरच आता सगळ्यानी एकजुट होवुन लढन्याची वेळ आली आहे......

अमोल कांबळे

एक प्रामाणिक प्रयत्न
धन्यवाद