🌼 श्री गुरु देव दत्त एवं आदर्श गुरु मूल्य 🌼

Started by Atul Kaviraje, May 29, 2025, 10:15:22 PM

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Atul Kaviraje

श्री गुरु देव दत्त एवं आदर्श गुरु मूल्य-
(श्री गुरु देव दत्त द्वारा सिखाया गया एक आदर्श गुरु का मूल्य)
श्री गुरु देव दत्त एवं आदर्श गुरु का महत्व-
(श्री गुरु देव दत्त द्वारा सिखाया गया आदर्श गुरु का महत्व)
(The Value of an Ideal Guru as Taught by Shri Guru Dev Datta)

🙏
यह रही एक भक्तिभावपूर्ण, अर्थपूर्ण, सरल तुकबंदी में सुंदर हिंदी कविता,
विषय: श्री गुरु देव दत्त एवं आदर्श गुरु मूल्य
(With 🕉� प्रतीक, चित्र संकेत, हर चरण का हिंदी अर्थ, और संक्षिप्त व्याख्या)

🌼 श्री गुरु देव दत्त एवं आदर्श गुरु मूल्य 🌼
(The Value of an Ideal Guru as Taught by Shri Guru Dev Datta)

📜 चरण १:
गुरु देव दत्त का नाम पुकारें, हर संकट फिर दूर हो।
भक्ति भाव से जो झुके, हर पथ उसका सरल हो।
गुरु वही जो अज्ञान हरें, अंतर्मन का द्वार खोले।
प्रेम, त्याग, और सेवा से, सच्चे पथ की राह बोले।

🔸 अर्थ: श्री गुरु देव दत्त की शरण में आने से जीवन के संकट सरल हो जाते हैं। वे अज्ञान हटाकर प्रेम, त्याग और सेवा का मार्ग दिखाते हैं।

🌿 चरण २:
तीनों रूपों का तेज समेटे, ब्रह्मा, विष्णु, महेश रूप।
ज्ञान-विज्ञान का सागर गहरा, हर कण में उनका रूप।
गुरु की महिमा असीम है, हर भक्त को यह समझ आए।
श्रद्धा और सबूरी लेकर, जो साधक आगे बढ़ जाए।

🔸 अर्थ: श्री दत्तात्रेय तीनों देवों का समन्वय हैं। उनका ज्ञान और शक्ति अपार है, जिसे श्रद्धा व धैर्य से ही पाया जा सकता है।

🕯� चरण ३:
ना केवल उपदेश दिए, आचरण से राह दिखाई।
संकट में जो साथ निभाए, वही गुरु सच्चा भाई।
गुरु वह दीपक है जो, तम को आलोक बनाता।
गुरु बिना जीवन अधूरा, पथ हरदम भटकाता।

🔸 अर्थ: श्री गुरु देव दत्त ने आचरण से जीवन सिखाया। सच्चा गुरु वही है जो अंधकार में दीपक बनकर मार्गदर्शन करे।

📿 चरण ४:
संतों में जो श्रेष्ठ कहाए, वह गुरु देव दत्त हैं प्यारे।
भक्तों की हर बात सुनें, चरणों में रखते सहारे।
बिना गुरु के ज्ञान अधूरा, प्यासा रहता आत्मा का कुंआ।
गुरु देव का स्मरण करें, हर दुःख से हो छूटा धुआँ।

🔸 अर्थ: श्री गुरु देव दत्त संतों में श्रेष्ठ हैं। उनकी स्मृति और शरण से ही आत्मा को शांति और दिशा मिलती है।

🌸 चरण ५:
गुरु की कृपा से ही जग में, सच्चा जीवन बन पाता।
सत्संग, साधना, सेवा से, मन का अंधियारा छँट जाता।
ज्ञान की जो बात बताए, ममता में सब कुछ लुटाए।
ऐसे गुरु को शीश नवाएँ, जो आत्मा का दीप जलाए।

🔸 अर्थ: सच्चे गुरु ही जीवन को सार्थक बनाते हैं। वे प्रेमपूर्वक ज्ञान देते हैं और आत्मा को जाग्रत करते हैं।

🛕 चरण ६:
भौतिक सुख-सुविधा से परे, गुरु दिखाएँ सच्चा ध्येय।
त्याग और तप की राह चले, रहे न मोह का घेरे।
गुरु के बिना साधना अधूरी, ज्ञान अधूरा भाव अधूरा।
गुरु देव ही जीवन के, हर प्रश्न का हैं हल पूरा।

🔸 अर्थ: गुरु सच्चे जीवन का ध्येय बताते हैं। उनके बिना जीवन अधूरा और भटकता हुआ होता है।

🕊� चरण ७:
चलो करें वंदन हम सब, श्री गुरु देव दत्त को प्यारा।
भक्ति में तन्मय हो जाएँ, छोड़ें अंहकार सारा।
उनके गुण करें आत्मसात, जीवन बन जाए उजियारा।
गुरु की सेवा सर्वोपरि, वही जीवन का सितारा।

🔸 अर्थ: आइए हम सब श्री गुरु देव दत्त की शरण लें, भक्ति और सेवा से जीवन को उजाला करें।

🛕 प्रतीक, चित्र संकेत व भाव:
🎨 प्रतीक/इमोजी   अर्थ

🙏   शरणागति, नम्रता
📿   साधना, जप
🕯�   प्रकाश, मार्गदर्शन
🌸   भक्ति, पवित्रता
🛕   गुरु पीठ, संत परंपरा
🕊�   आत्मा की शांति
🌿   तप व संयम

✨ संक्षिप्त निष्कर्ष:
श्री गुरु देव दत्त न केवल त्रिदेवों का समन्वय हैं, बल्कि वे गुरुत्व के आदर्श हैं।
उनका जीवन, शिक्षाएँ और मार्गदर्शन हर साधक के लिए प्रेरणा, शरण और आत्मज्ञान का स्रोत है।
उनकी कृपा से ही सच्चे अर्थों में अध्यात्म की यात्रा पूरी होती है।

📿🙏 जय गुरु देव दत्त! 🙏📿

--अतुल परब
--दिनांक-29.05.2025-गुरुवार.
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