🌸 अहिल्याबाई होळकर जयंती कविता 🌸 (31 मई 1725 — महाराष्ट्र की महान शासिका)

Started by Atul Kaviraje, May 31, 2025, 10:31:41 PM

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Atul Kaviraje

नीचे अहिल्याबाई होळकर जयंती पर एक भक्तिभावपूर्ण, सरल और सुंदर तुकबंदी वाली लंबी हिंदी कविता प्रस्तुत है। इसमें 7 चरण हैं, हर चरण 4 पंक्तियाँ, साथ में प्रत्येक चरण का अर्थ भी दिया है। साथ ही सुझाव के रूप में इमोजी और प्रतीक भी शामिल हैं।

🌸 अहिल्याबाई होळकर जयंती कविता 🌸
(31 मई 1725 — महाराष्ट्र की महान शासिका)

1️⃣
अहिल्या राणी, धन्य धरती की माया,
वीरता, शौर्य से भरी समृद्ध छाया।
महाराष्ट्र की माटी से आई जो सदा,
धर्म और न्याय की करती वह रक्षा। 🙏👑

अर्थ:
अहिल्याबाई रानी हमारे भारत के लिए बहुत सम्मानित और धन्य हैं। वे बहादुरी और शक्ति की छाया लेकर आईं, जो अपने राज्य और धर्म की हमेशा रक्षा करती थीं।

2️⃣
साधारण परिवार से बढ़ी उनकी महिमा,
नियति ने चुना उन्हें इतिहास के समीप।
हर कठिनाई में अडिग उनका मन,
नारी शक्ति का दिया अमूल्य दान। 💪🌺

अर्थ:
अहिल्याबाई का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ, लेकिन उनकी महानता नियति ने तय की। वे कठिन समय में भी मजबूत रहीं और नारी शक्ति का उदाहरण बनीं।

3️⃣
विधि से शासन संभाला किया विकास,
नीति, धर्म, और न्याय का दिया प्रकाश।
गरीबों की रक्षा थी उनका स्वप्न सच्चा,
हर दिल में बसा उनका नाम सच्चा। 🏰⚖️

अर्थ:
अहिल्याबाई ने शासन बहुत ही न्यायपूर्ण और नीति से किया, जिससे लोगों का विकास हुआ। वे गरीबों की भी बहुत परवाह करती थीं।

4️⃣
धर्मशाला, विद्यालय, मंदिर बनवाए,
सर्वत्र सेवा के बीज बोए।
उनके कार्यों की छाया अमर रहे,
हर मन में उनकी भक्ति सदा बहे। 🕉�📚

अर्थ:
उन्होंने धर्मशालाएं, स्कूल और मंदिर बनवाए और सेवा का रास्ता दिखाया। उनका नाम और काम हमेशा याद रखे जाएंगे।

5️⃣
युद्धभूमि पर भी निर्भीक चलीं,
वीरों के साथ देश की रक्षा की।
अहिल्याबाई ने दिखाया यह सच,
नारी शक्ति से डरना नहीं। ⚔️🔥

अर्थ:
अहिल्याबाई युद्ध के समय भी साहसी थीं और अपने देश की रक्षा के लिए आगे बढ़ीं। उन्होंने साबित किया कि नारी शक्ति भी बहुत मजबूत होती है।

6️⃣
सादगी भरी जीवनशैली अपनाई,
पर उनकी सोच बड़ी महान छाई।
दूसरों के लिए प्रेरणा बनीं,
हर दिल में वो पूजा बनीं। 🌿✨

अर्थ:
अहिल्याबाई का जीवन सादा था, पर विचार महान थे। वे सबके लिए प्रेरणा बनीं और सभी उन्हें आदर से याद करते हैं।

7️⃣
31 मई को हम याद करें उन्हें,
उनकी सेवा भाव को सलाम करें।
भारत की वीरांगना अहिल्या राणी,
हमेशा हमारे दिलों में बसी। ❤️🇮🇳

अर्थ:
हर साल 31 मई को हम अहिल्याबाई को याद करते हैं और उनके समर्पण को सम्मान देते हैं। वे हमारे देश की महान वीरांगना हैं।

🎨 चित्र/प्रतीक सुझाव

👑 ताज — राजसी सम्मान के लिए

🙏 folded hands — भक्ति और श्रद्धा

💪 मांसपेशी वाला हाथ — नारी शक्ति का प्रतीक

🏰 किला — शासन और सुरक्षा का संकेत

🕉� ओम — धर्म और आध्यात्मिकता

⚔️ तलवार — वीरता और संघर्ष

❤️ हृदय — सम्मान और प्रेम

✨ संक्षिप्त अर्थ
यह कविता अहिल्याबाई होळकर के जीवन और कार्यों को श्रद्धांजलि देती है। वे एक साहसी, निष्ठावान और दयालु शासिका थीं, जिन्होंने न केवल अपने राज्य का विकास किया बल्कि महिलाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनीं। उनकी भक्ति, सेवा और नेतृत्व के गुण हमें सदैव याद रखने चाहिए।

--अतुल परब
--दिनांक-31.05.2025-शनिवार.
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