तुकामाय महाराज पुण्यतिथि-🌺 "संत तुकामाय को नमन" 🙏

Started by Atul Kaviraje, June 03, 2025, 10:21:14 PM

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Atul Kaviraje

🙏📿🌸
भक्तिभावपूर्ण दीर्घ हिंदी कविता
विषय: तुकामाय महाराज पुण्यतिथि
📅 03 जून 2025, मंगलवार
🛕 स्थान: येहेलेगाव, जिला – हिंगोली (महाराष्ट्र)

🌺 "संत तुकामाय को नमन" 🙏
(भक्ति, साधना और सेवा से प्रेरित कविता – सरल तुकबंदी, सात चरणों में)

🌼 चरण 1: जन्म हुआ धरती पर दीप समान
धरती पे उतरे जैसे उजियारा,
तुकामाय थे संत हमारा।
हेलेगाव में जन्म लिया,
प्रेम-भक्ति का दीप जला।

🔹 अर्थ:
तुकामाय महाराज का जन्म ऐसे हुआ जैसे अंधकार में उजाला फैलाने वाला एक संत। उन्होंने भक्ति और प्रेम का दीप जलाया।

🖼�: 👶🪔🛕📿

🌼 चरण 2: सादगी थी जीवन की राह
न धन माँगा, न चाही शान,
सेवा में गुजरा जीवन प्राण।
रूखा-सूखा भोजन खाया,
ईश भक्ति में मन लहराया।

🔹 अर्थ:
उन्होंने कभी धन, वैभव या प्रतिष्ठा की इच्छा नहीं की। उनका जीवन सेवा, संतोष और ईश्वरभक्ति में बीता।

🖼�: 🍂🙏🍛🧘

🌼 चरण 3: भक्ति थी जिनकी सांस-सांस में
नाम जपते हर दम मौन,
नभ में गूंजे उनके गुणगान।
पालखी चली, बजा मृदंग,
हर भक्त को मिले उमंग।

🔹 अर्थ:
तुकामाय महाराज हर क्षण प्रभु नाम का स्मरण करते थे। उनके भजन आज भी भक्तों में उमंग भरते हैं।

🖼�: 📿🎵🪕🚩

🌼 चरण 4: समाज का किया जागरण
भेद मिटाए, बाँटी शांति,
दिया हर हृदय को एकता की भ्रांति।
जो भूखा था, उसे भोजन दिया,
सच्चे संत का कर्म किया।

🔹 अर्थ:
उन्होंने समाज में एकता, सेवा और करुणा का संदेश फैलाया। हर ज़रूरतमंद की मदद की।

🖼�: 🤝🍲🕊�👫

🌼 चरण 5: पुण्यतिथि का दिन है पावन
तीर्थ बना हेलेगाव धाम,
जहाँ बहे संतों का नाम।
श्रद्धा से होती कीर्तनधारा,
भक्तों का उमड़े प्यार दोबारा।

🔹 अर्थ:
तुकामाय महाराज की पुण्यतिथि के दिन हेलेगाव तीर्थ बन जाता है। भक्तगण भजन, कीर्तन और सेवा में डूब जाते हैं।

🖼�: 🛕🌸🪔📯

🌼 चरण 6: सीखें उनसे जीवन पथ
सच्चाई, सेवा, प्रेम का सार,
तुकामाय थे जग के उपकार।
चलो उसी पथ पर बढ़ जाएं,
जीवन को अर्थमय बनाएं।

🔹 अर्थ:
हमें तुकामाय महाराज की तरह सच्चाई, सेवा और प्रेम के मार्ग पर चलना चाहिए। यही उनके उपदेश का सार है।

🖼�: 🧘�♂️🌿📜👣

🌼 चरण 7: वंदन है चरणों में बारंबार
तेरे चरणों में शीश झुकाएं,
भक्ति में मन सदा रमाएं।
हे तुकामाय, तुझसे प्रार्थना,
कर दो जीवन पावन-धरा।

🔹 अर्थ:
हम तुकामाय महाराज को बार-बार नमन करते हैं और उनसे प्रार्थना करते हैं कि हमारे जीवन को भी भक्तिपूर्ण बनाएं।

🖼�: 🙇�♂️🛐🌼📿

🙏 समापन भाव:
🌟 "संतों के बिना जीवन अधूरा है,
उनकी शिक्षाएं ही असली धरोहर हैं।
तुकामाय महाराज अमर रहें,
हर भक्त के हृदय में सदैव बसे रहें!" 🌟

--अतुल परब
--दिनांक-03.06.2025-मंगळवार.
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