राष्ट्रीय पनीर दिवस कविता-

Started by Atul Kaviraje, June 04, 2025, 10:44:03 PM

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Atul Kaviraje

यहाँ आपके लिए 7 चरणों में सरल, सीधी-सरल हिंदी तुकबंदी वाली कविता, हर चरण के बाद उसका अर्थ, और साथ में कुछ इमोजी/सिंबल भी हैं — जो 4 जून 2025 के राष्ट्रीय पनीर दिवस के विषय पर है।

राष्ट्रीय पनीर दिवस कविता
(7 चरण, हर चरण 4 लाइनें, सरल तुकबंदी के साथ)

1.
पनीर की खुशबू महके घर-आंगन,
स्वाद में छुपा है प्यार और रंग-रंग।
साथ बैठो दोस्तों, लाओ ढेर सारी मिठास,
जीवन में बहे मीठी मिठास। 🧀❤️

अर्थ:
पनीर की खुशबू से घर खुशहाल हो जाता है। यह स्वाद प्यार और खुशी से भरा होता है। दोस्तों के साथ मिलकर इसका आनंद लेना जीवन को मीठा बनाता है।

2.
गौडा हो या कॉम्टे का झोंका,
ब्री की चटनी संग मीठा टोका।
हर स्वाद में है कुछ खास बात,
पनीर लाता जीवन में मिठास। 🧀🍯

अर्थ:
गौडा, कॉम्टे या ब्री जैसे पनीर के अलग-अलग प्रकार अपने-अपने स्वाद और खासियत लेकर आते हैं। ये हर तरह की खुशियाँ लाते हैं।

3.
स्वास्थ्य का है ये खजाना,
प्रोटीन से भरा हर खाना।
दिल से मिले इसका उपहार,
पनीर है सेहत का आधार। 💪🧀

अर्थ:
पनीर स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी है, यह प्रोटीन से भरपूर है और शरीर के लिए आवश्यक है।

4.
चखो इसे जब अपने संग,
मुस्कुराए हर एक अंग।
बूढ़े और बच्चे सब सहमत,
पनीर से जुड़े प्रेम के फंद। 😊👵👶

अर्थ:
जब हम पनीर खाते हैं तो हर कोई खुश हो जाता है, चाहे बूढ़ा हो या बच्चा, सबका प्यार जुड़ जाता है।

5.
रसोई में चलती रचनात्मकता,
पनीर के संग बढ़े सौंदर्यता।
टिक्का, पास्ता या सूप में डालो,
हर पकवान में नया कमाल हो। 🍲🍝🔥

अर्थ:
पनीर के कारण खाना बनाने में नयी रचनात्मकता आती है। इसे कई तरह से बना सकते हैं और हर पकवान स्वादिष्ट होता है।

6.
मिल बैठो, बांटो प्यार का फलसफा,
पनीर दिवस है खुशियों का सफ़र।
साथ मिल जश्न मनाओ आज,
जीवन बने स्वादों का राज़। 🎉🤝🧀

अर्थ:
पनीर दिवस पर सब मिलकर खुशियाँ मनाएं और प्यार बांटें। यह दिन जीवन को स्वादिष्ट बनाने का राज़ है।

7.
चखो, जीयो, मुस्कुराओ बार-बार,
पनीर दिवस करे हर दिल तैयार।
मिल जाओ सब, बंधे हर दिल का तार,
खुशहाल रहे हमारा संसार। 🌍❤️✨

अर्थ:
पनीर दिवस सभी को मिलकर खुश रहने और मुस्कुराने का अवसर देता है। इससे दुनिया में प्रेम और एकता बढ़ती है।

--अतुल परब
--दिनांक-04.06.2025-बुधवार.
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