🚩शिव राज्याभिषेक समारोह-रायगढ़ किला-6 जून 2025, शुक्रवार-

Started by Atul Kaviraje, June 06, 2025, 10:19:37 PM

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Atul Kaviraje

शिव राज्याभिषेक समारोह-रायगढ़ किला-

🚩 शिव राज्याभिषेक समारोह – एक ऐतिहासिक और भक्तिभावपूर्ण लेख 🚩
📅 तारीख: 6 जून 2025, शुक्रवार
📍 स्थल: रायगढ़ किला, महाराष्ट्र
🗡� विषय: शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक – ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्त्व पर आधारित विस्तृत लेख, प्रतीक, भाव, चित्रवाचक संकेतों और उदाहरणों सहित।

🏰 परिचय: शिव राज्याभिषेक का गौरवपूर्ण क्षण
6 जून 1674 — यह वह दिन था जब छत्रपती शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक रायगढ़ किले में अत्यंत विधिवत, वैदिक मंत्रों और उत्साह के साथ हुआ।
यह केवल एक राजा के सिंहासन पर बैठने का दिन नहीं था, बल्कि यह था:

हिंदवी स्वराज्य की स्थापना का शुभारंभ।
स्वाभिमान, संस्कृति और धर्म की पुनर्स्थापना।

👑 राज्याभिषेक का ऐतिहासिक महत्त्व
🔶 मुग़ल और अन्य विदेशी आक्रांताओं के आतंक के बीच, भारतवर्ष को स्वदेशी शासन की आवश्यकता थी।
🔶 शिवाजी महाराज ने न केवल युद्ध भूमि में साहस दिखाया, बल्कि उन्होंने राज्य की परिकल्पना धर्म, न्याय और लोकहित पर आधारित की।
🔶 राज्याभिषेक से उन्होंने यह स्पष्ट संदेश दिया —

"अब जनता को राजा नहीं ढूंढना पड़ेगा, राजा स्वयं जनता के बीच जन्मा है।"

🔱 समारोह की मुख्य विशेषताएँ
📿 वैदिक विधि अनुसार जलाभिषेक:
कावेरी, यमुना, सरस्वती, गोदावरी, गंगा सहित सप्त नदियों के जल से महाराज का अभिषेक किया गया।

🕉� राज्यतिलक:
पंडित गागाभट्ट ने उन्हें "क्षत्रिय सूर्यवंशी राजा" के रूप में प्रमाणित किया और वे "छत्रपति" बने।

🎊 सांस्कृतिक आयोजन:
रायगढ़ किला दीपों, पताकाओं, और ढोल-ताशों से गूंज उठा। भारत के कोने-कोने से विद्वान, योद्धा और साधु शामिल हुए।

📜 शिवाजी महाराज का घोषवाक्य:

"हिंदवी स्वराज्य हेच आमचं ध्येय आहे।"

🌿 उदाहरण: स्वराज्य और न्याय की झलक
🗣� एक किसान जो अन्य राज्यों में ज़मीन के लिए संघर्ष करता था, वह रायगढ़ दरबार में न्याय मांगने आया।
🔔 शिवाजी महाराज ने स्वयं उसकी बात सुनी, और आदेश दिया कि उसकी ज़मीन लौटाई जाए।
⚖️ यह घटना बताती है कि राज्याभिषेक केवल रथ, तलवार और तिलक नहीं था — यह था जनता की सेवा का संकल्प।

🙏 भक्तिभावपूर्ण भावार्थ
👑 शिवाजी महाराज केवल एक योद्धा नहीं, वे भगवान शंकर के प्रतिनिधि के रूप में माने गए।
🕯� उनका राज्य केवल राजसत्ता नहीं, बल्कि धर्म, संस्कृति और जनकल्याण का संगम था।

"शिवराज्य म्हणजे स्वराज्य, स्वराज्य म्हणजे जनतेचं राज्य।"

🪔 प्रतीक व चिन्हों का अर्थ
🔣 प्रतीक   💡 अर्थ
🔱 त्रिशूल   धर्म और वीरता का प्रतीक
📿 माला   वैदिक परंपरा, आस्था
🏰 किला   आत्मनिर्भरता, सुरक्षा
🕯� दीप   प्रकाश, ज्ञान, स्वतंत्रता
🐘 हाथी   शौर्य, वैभव और शासन की गरिमा
🏹 धनुष-बाण   शक्ति और साहस का प्रतीक
🚩 भगवा ध्वज   हिंदवी स्वराज्य, सनातन संस्कृति

📚 नैतिक विवेचन
🔆 शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक केवल इतिहास नहीं, वह प्रेरणा का जीवंत स्रोत है।
🔆 उन्होंने सिद्ध किया कि —

राजा का कार्य केवल शासन नहीं, सेवा भी है।

धर्म केवल पूजा नहीं, कर्तव्य भी है।

जनता केवल प्रजा नहीं, शक्ति का मूल है।

🙌 निष्कर्ष: आज के लिए संदेश
👉 6 जून का दिन हमें याद दिलाता है कि यदि संकल्प पवित्र हो और इरादा अडिग, तो इतिहास बदला जा सकता है।
👉 आज भी, शिवराज्य के आदर्श हमें अपने जीवन, कार्य और समाज में सत्य, सेवा और संस्कार स्थापित करने की प्रेरणा देते हैं।

🏵� आप सभी को शिव राज्याभिषेक दिवस की मंगलमय शुभकामनाएँ!
🌺 जय भवानी! जय शिवाजी! 🌺
🚩 हर घर में शिवराय, हर दिल में स्वराज्य! 🚩

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-06.06.2025-शुक्रवार.
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