🔱🧘‍♂️ कविता शीर्षक: "योगी शिव की वाणी" 🕉️🌌

Started by Atul Kaviraje, June 09, 2025, 09:56:42 PM

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Atul Kaviraje

शिव और योग अभ्यास-
(Shiva and Yoga Practice)

यह रही विषय "शिव और योग अभ्यास" पर आधारित एक भक्तिभाव-पूर्ण, अर्थपूर्ण, सरल तुकबंदी वाली सात चरणों की कविता,
जिसमें हर चरण में 4 पंक्तियाँ, उसके नीचे सरल अर्थ, और साथ में चित्रात्मक प्रतीक (Emojis) शामिल हैं।

🔱🧘�♂️ कविता शीर्षक: "योगी शिव की वाणी" 🕉�🌌

🔱 चरण 1
हिमगिरी चोटी पर ध्यान लगाए,
शिव शांति की भाषा सिखलाए।
डमरु की धुन, मौन की बात,
योग से खुलते हैं हर भ्रांतिपथ। 🧘�♂️🔔🌿🌄

अर्थ:
हिमालय की ऊँचाइयों पर ध्यानमग्न शिव, योग और मौन की शक्ति से हमें आंतरिक शांति का मार्ग दिखाते हैं।

🕉� चरण 2
शिव का स्वरूप अचल, निशब्द,
योग से जोड़े आत्मा-रब।
त्रिनेत्र खोलें अंतर ज्ञान,
मुक्ति पाए जिसका मन जान। 👁�🧘�♀️💫🔱

अर्थ:
शिव का शांत और स्थिर रूप हमें ध्यान से आत्मा और परमात्मा को जोड़ने की प्रेरणा देता है। उनका तीसरा नेत्र ज्ञान का द्वार है।

🌬� चरण 3
प्राणायाम से जीवन जगे,
शिव की सांसों में सब कुछ लगे।
इड़ा-पिंगला-सुषुम्ना धार,
त्रिशूल में बसें तीनों द्वार। 🌬�🔱🌀📿

अर्थ:
योग की प्राणशक्ति — इड़ा, पिंगला और सुषुम्ना — शिव के त्रिशूल से जुड़ी मानी जाती हैं, जिससे ऊर्जा का संतुलन होता है।

💃 चरण 4
नटराज बन शिव नृत्य करें,
ब्रह्मांड की गति में तत्त्व भरें।
हर आसन हो एक लय,
योग से बने आत्मा अभय। 💃🌌🔔🧘

अर्थ:
शिव का नटराज रूप दर्शाता है कि योग केवल मौन नहीं, बल्कि जीवन की लय और ऊर्जा में पूर्ण संतुलन है।

📿 चरण 5
एकासन हो या गहन ध्यान,
शिव से जुड़ता है आत्म-ज्ञान।
नियम, यम, और संयम साथ,
योग शिव का प्रेम-पथ। 🪔🧘�♂️📘🙏

अर्थ:
योग अभ्यास के सभी अंग — यम, नियम, आसन, ध्यान — शिव से जुड़ते हैं और आत्मज्ञान का मार्ग खोलते हैं।

🏞� चरण 6
ना महल, ना ताज उन्हें भाए,
श्मशान भी उन्हें ध्यान सिखाए।
संसार से नाता जो तोड़े,
वही शिव-योग में खो जाए। ☠️🏞�🕯�🔕

अर्थ:
शिव का श्मशान-वासी स्वरूप बताता है कि योग त्याग, वैराग्य और संसार से मुक्ति की राह है।

🙏 चरण 7
हे शिव! सिखाओ वह विधि,
जिससे हर प्राणी योग में जिए।
मन स्थिर हो, भाव पवित्र,
हर आत्मा बने शिव समचित। 🕉�🧘�♀️💫🙏

अर्थ:
अंत में प्रार्थना है कि शिव हमें ऐसा योग-साधन सिखाएँ जिससे हम शांत, पवित्र और शिवस्वरूप बन सकें।

🧘�♂️ प्रतीकात्मक इमोजी सारांश (Symbols & Emojis):
प्रतीक   अर्थ
🔱   त्रिशूल – शक्ति, तीन नाड़ी तत्त्व
🧘�♂️   योग मुद्रा
🕯�   ध्यान और आंतरिक प्रकाश
👁�   तीसरा नेत्र – ज्ञान
🌬�   प्राणायाम – जीवन वायु
📿   जप, नियम
💃   नटराज रूप
🌌   ब्रह्मांडीय नृत्य
🙏   समर्पण
🕉�   ओम् – ब्रह्मतत्त्व

📜 यह कविता विशेष रूप से योग दिवस, महाशिवरात्रि, या ध्यान शिविरों के लिए उपयोगी हो सकती है।

--अतुल परब
--दिनांक-09.06.2025-सोमवार.
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