🙏 संकष्ट चतुर्थी पर विस्तृत हिंदी लेख 🙏 📅 तारीख: 14 जून 2025 (शनिवार)-

Started by Atul Kaviraje, June 15, 2025, 10:31:36 AM

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Atul Kaviraje

संकष्ट चतुर्थी-

🙏 संकष्ट चतुर्थी पर विस्तृत हिंदी लेख 🙏
📅 तारीख: 14 जून 2025 (शनिवार)
🌙 व्रत विशेष: संकष्ट चतुर्थी (गणपति भक्तों का प्रिय दिन)

🌟 परिचय: क्या है संकष्ट चतुर्थी?
संकष्ट चतुर्थी, भगवान श्री गणेश को समर्पित एक विशेष व्रत और पर्व है, जो हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को आता है। "संकष्ट" का अर्थ होता है संकट या दुःख, और "चतुर्थी" का अर्थ है चौथा दिन (तिथि)। इस दिन व्रत रखने से जीवन के संकट दूर होते हैं और श्री गणेश कृपा प्राप्त होती है। 🙏🐘

🌺 इस दिन का धार्मिक महत्व
भगवान गणेश को विघ्नहर्ता (विघ्नों को हरने वाला) कहा गया है।

भक्त इस दिन व्रत रखकर गणपति का पूजन, चंद्रमा को अर्घ्य और संकटमोचन की प्रार्थना करते हैं।

माना जाता है कि इस व्रत से रोग, कष्ट, आर्थिक समस्याएं, और पारिवारिक बाधाएं दूर होती हैं।

विशेषतः मंगल चतुर्थी (जो मंगलवार को आती है) और संकष्ट चतुर्थी अत्यंत फलदायी मानी जाती है।

🕉�✨🙏

🪔 पूजन विधि (संक्षेप में)
सुबह स्नान कर व्रत का संकल्प लें।

भगवान गणेश की प्रतिमा को स्नान कराकर, उन्हें दूर्वा, लाल फूल, और मोदक अर्पण करें।

दिनभर फलाहार करें या निर्जल व्रत रखें।

रात्रि में चंद्रमा उदय के बाद चंद्र देव को अर्घ्य दें।

भगवान गणेश की कथा सुनें या पढ़ें। 📖

📸 कल्पना करें:
🪔 एक स्वच्छ चौकी पर गणपति विराजमान हैं, पास में मोदक, दूर्वा और दीपमाला जल रही है।

🌼 भक्तिभावपूर्ण उदाहरण
1️⃣ पार्वती माता और गणेश
पौराणिक कथा के अनुसार, माता पार्वती ने सबसे पहले चतुर्थी व्रत रखा और अपने पुत्र गणेश के जीवन की रक्षा की। तभी से यह व्रत संकटों को टालने वाला माना गया। 🙏👩�👦

2️⃣ राजा और साधु की कथा
एक बार एक राजा ने बिना अर्घ्य दिए चंद्रमा का दर्शन कर लिया। उसे बदनामी का सामना करना पड़ा। तब एक साधु ने उसे संकष्ट चतुर्थी का व्रत बताया। राजा ने व्रत किया, और उसका संकट टल गया।

📚 यह दर्शाता है कि संकष्ट चतुर्थी से नाम, यश, और संकट से मुक्ति मिलती है।

💫 व्रत का वैज्ञानिक दृष्टिकोण
यह व्रत मानसिक एकाग्रता और आत्मसंयम को बढ़ाता है।

उपवास करने से पाचनतंत्र को आराम मिलता है और शरीर की डिटॉक्सिफिकेशन होती है।

चंद्र अर्घ्य देने से मानसिक तनाव कम होता है।

🧘�♀️🧘

📝 संकष्ट चतुर्थी से मिलने वाले लाभ
✔️ घर में शांति और समृद्धि
✔️ मनोकामनाओं की पूर्ति
✔️ विद्यार्थियों को ज्ञान की प्राप्ति
✔️ रोगों से मुक्ति
✔️ पारिवारिक कलहों से छुटकारा
✔️ सौभाग्यवती जीवन की प्राप्ति (विवाहित स्त्रियों हेतु)

📜 एक भक्ति-कविता: "गणपति कृपा"
चरण 1:
विघ्न हरन को आए हो, संकट को हर जाए।
मोदक हाथ में लेके, कृपा की वर्षा लाए। 🍥
मंगल का ये पर्व है, भक्ति से मन नहाए,
गणपति के इस पूजन से, जीवन में दीप जलाए। 🕯�

अर्थ:
भगवान गणेश अपने भक्तों के संकट हरने आते हैं, और उन्हें सुख-शांति से भरते हैं।

🌈 कुछ भक्ति चित्र और प्रतीक (Symbols & Emojis)
🐘 = श्री गणेश का प्रतीक

🌕 = चंद्रमा (अर्घ्य देना)

🪔 = दीप, भक्ति का प्रकाश

🍥 = मोदक, गणेश जी का प्रिय भोग

🌿 = दूर्वा (21 तिनके अर्पण)

📿 = जाप और ध्यान का प्रतीक

🙏 = भक्तिभाव

📖 = व्रतकथा

🔚 निष्कर्ष
संकष्ट चतुर्थी केवल एक धार्मिक दिन नहीं, बल्कि विश्वास, अनुशासन और भक्ति का संगम है। यह दिन हमें सिखाता है कि हर संकट के पार जाने के लिए श्रद्धा, संयम और प्रार्थना जरूरी है।

💬 आप भी इस संकष्ट चतुर्थी को अपने जीवन के कष्टों से मुक्ति पाने का अवसर बनाएं।

🪔✨🙏
शुभ संकष्ट चतुर्थी!
ॐ गण गणपतये नमः
🙏🐘🌿🌙🍥📿

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-14.06.2025-शनिवार.
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