शिव एवं आयुर्वेद- (शिव का आयुर्वेद से संबंध)-हिंदी कविता-

Started by Atul Kaviraje, June 16, 2025, 09:28:33 PM

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Atul Kaviraje

शिव एवं आयुर्वेद-
(शिव का आयुर्वेद से संबंध)
(Shiva's Connection to Ayurveda)

यहाँ शिव एवं आयुर्वेद विषय पर भक्तिभावपूर्ण, सरल और अर्थपूर्ण हिंदी कविता प्रस्तुत कर रहा हूँ।
7 चरण, 4 लाइनें प्रत्येक, सरल तुकबंदी के साथ। हर चरण के नीचे उसका संक्षिप्त हिंदी अर्थ भी दिया है। साथ में कुछ इमोजी और प्रतीक भी शामिल हैं।

शिव एवं आयुर्वेद
(Shiva and Ayurveda)

प्रथम चरण
शिव शंकर हैं ज्ञान के दाता,
आयुर्वेद के भी हैं रचयिता।
त्रिशूल में छिपा है राज सारा,
स्वास्थ्य का सदा है वह पहरा। ⚔️🕉�

अर्थ:
भगवान शिव ज्ञान के सच्चे उपहारक हैं, और आयुर्वेद के निर्माता भी। उनके त्रिशूल में जीवन के रहस्य छुपे हैं जो स्वास्थ्य की रक्षा करते हैं।

द्वितीय चरण
वात-पित्त-कफ को जो संतुलित करे,
शिव ही वह शक्ति सारा दे।
योग ध्यान से जो हमें बनाये,
जीवन के कष्ट दूर भगाये। 🧘�♂️🔥💧

अर्थ:
त्रिदोष का संतुलन शिव की देन है। योग और ध्यान से जीवन के दुख दूर होते हैं और शांति मिलती है।

तृतीय चरण
नाग का सहारा विष नाशक है,
शिव की छवि में उसका प्रभाव।
जीवन को देते हैं वे बचाव,
रोगों से मिलता है उद्धार। 🐍🙏

अर्थ:
नाग विषहरण का प्रतीक है, और शिव के साथ उसका गहरा संबंध है। ये हमें रोगों से बचाते हैं।

चतुर्थ चरण
गंगा जल शिवलिंग पर बहता,
शुद्धि का संदेश हर दिल तक जाता।
स्वास्थ्य और मन दोनों पावन,
प्रकृति से मिलता है उपहार महान। 💧🌿

अर्थ:
गंगा जल शिवलिंग पर बहता है, जो शुद्धि और स्वास्थ्य का प्रतीक है। प्रकृति से हमें जीवन के बड़े उपहार मिलते हैं।

पंचम चरण
चरक-सुश्रुत को जो सिखलाया,
शिव ने जीवन विज्ञान जगाया।
आयुर्वेद में उनका स्थान,
सदैव रहेगा महान। 📜✨

अर्थ:
शिव ने ऋषि चरक और सुश्रुत को आयुर्वेद का ज्ञान दिया, जिससे आयुर्वेद का विकास हुआ और वह आज भी महान है।

षष्ठ चरण
योगासन और प्राणायाम का मेल,
शिव से मिलता है हमें खेल।
स्वस्थ मन-शरीर का वह आधार,
आयुर्वेद का अमृत उपहार। 🧘�♀️🌬�🍃

अर्थ:
योग और प्राणायाम शिव से जुड़े हैं। ये आयुर्वेद के स्वस्थ जीवन के लिए महत्वपूर्ण हैं।

सप्तम चरण
शिव की पूजा से मिलता बल,
स्वास्थ्य-संपदा का सतत जल।
आयुर्वेद संग शिव का संगम,
जीवन बने खुशहाल व धन्य। 🙏🕉�💖

अर्थ:
शिव की आराधना से शक्ति और स्वास्थ्य मिलती है। शिव और आयुर्वेद का यह संगम जीवन को खुशहाल बनाता है।

संक्षिप्त सारांश (Short Meaning)
भगवान शिव ने हमें आयुर्वेद और योग के माध्यम से जीवन में स्वास्थ्य, शांति और दीर्घायु का उपहार दिया है। उनका त्रिशूल त्रिदोष का प्रतीक है, और नाग विषहरण का। गंगा जल शुद्धि और शांति का संदेश लेकर आता है। योग और प्राणायाम के द्वारा शरीर और मन का संतुलन शिव की देन है। शिव की पूजा से हमें स्वास्थ्य और समृद्धि मिलती है।

इमोजी और प्रतीक
🕉�🙏⚔️🐍💧🧘�♂️🔥🌿🍃✨📜💖

चित्रों का सुझाव
शिवलिंग पर गंगा जल की बूँदें 💧

त्रिशूल और नाग का प्रतीक ⚔️🐍

योग मुद्रा में शिव 🧘�♂️

आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ 🌿🍃

पुस्तकें (चरक, सुश्रुत) 📜

--अतुल परब
--दिनांक-16.06.2025-सोमवार.
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