तुळजा भवानी – भवानी शंकर मंदिर वर्धापन दिन-"जय भवानी माँ की महिमा"

Started by Atul Kaviraje, June 17, 2025, 10:50:03 AM

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Atul Kaviraje

🙏✨ हिंदी भक्ति-कविता ✨🙏
📅 तारीख: 16 जून 2025 – सोमवार
🛕 अवसर: तुळजा भवानी – भवानी शंकर मंदिर वर्धापन दिन, कळस, तालुका – इंदापूर
🎉 भाव: भक्ति, श्रद्धा, प्रेरणा
🎨 चित्रात्मक प्रतीक / Symbols / Emojis: 🌺🛕🗡�🕉�🔥👑📿🦁

🌸 कविता शीर्षक: "जय भवानी माँ की महिमा"

(७ चरण, ४ पंक्तियाँ प्रति चरण – सरल तुकबंदी सहित)

1️⃣ चरण –
तुळजापूर की पावन वंदना, देवी भवानी अमर कहानी।
शक्तिपीठ का तेज अनोखा, रचती है विजय की निशानी।
धूप व दीपों की छाया में, भक्तों की लगती है कतार।
माँ की दृष्टि पड़े जो जिस पर, बने वह भाग्य का अधिकारी।

📖 अर्थ: तुळजा भवानी मंदिर देवी की दिव्यता से परिपूर्ण है, जहाँ भक्त अपने जीवन में विजय की आशा लिए आते हैं।

🛕🌺🕯�🙏

2️⃣ चरण –
छत्रपती शिवाजी ने मानी, भवानी माँ की बात।
भवानी तलवार पाकर, रच दिया स्वराज्य का घात।
शौर्य की वह मूर्तिमान प्रेरणा, माँ की कृपा से आई।
मराठा स्वाभिमान की देवी, बनके माँ संग आई।

📖 अर्थ: शिवाजी महाराज को भवानी माँ की कृपा से पराक्रम और तलवार मिली, जिससे उन्होंने स्वराज्य की नींव रखी।

🗡�👑🔥🚩

3️⃣ चरण –
मंदिर में गूंजे मंगलगान, आरती की मधुर बानी।
शंख-घंटे की ध्वनि में, बसी भवानी माँ की रानी।
सिंहवाहिनी माता आई, करुणा से भरी दृष्टि लायी।
भक्तों के सारे संकट दूर, आशिष में शक्ति समायी।

📖 अर्थ: मंदिर में आरती, शंख और घंटे की गूंज के साथ माँ भवानी की शक्ति का अनुभव होता है।

🎶📿🦁🔔

4️⃣ चरण –
कलश नगरी में उत्सव आया, भवानी माँ का दिन समाया।
श्रद्धा के दीप जलते जाएं, माँ की महिमा हरदम गाया।
कळस नगरी करे जयकार, भवानी की हो मन से पुकार।
भाव से जो माँ को पुकारे, ना रहे जीवन में कोई भार।

📖 अर्थ: वर्धापन दिन के अवसर पर पूरे कळस गाँव में उत्सव और भक्ति का वातावरण होता है।

🏮🎉🌼🛕📯

5️⃣ चरण –
भक्तजनों की कतार लगे, दर्शन को माँ के द्वार।
कंचन-सी आभा से दमके, देवी का दरबार।
साज-श्रृंगार से माँ सजे, पुष्पों से रचते हार।
हृदय की शुद्धि से माँ प्रसन्न, देती वर अपार।

📖 अर्थ: माँ भवानी का सजीव दरबार भक्तों के प्रेम और समर्पण से जगमगाता है।

🌸👣💫🧘�♀️🪔

6️⃣ चरण –
माँ भवानी करुणा सागर, रक्षक हैं हर समय।
विघ्न-बाधा सब हर लेती, जब भक्त करें प्रेम से स्मरण।
शक्ति, भक्ति, विवेक की देवी, हैं वह श्रद्धा की पहचान।
सत्य मार्ग दिखा के चलती, भवानी माँ महान।

📖 अर्थ: माँ भवानी न केवल शक्ति की देवी हैं, बल्कि विवेक और सत्य की मार्गदर्शिका भी हैं।

🌊🕉�🌞🛡�

7️⃣ चरण –
आज वर्धापन का शुभ अवसर, कर ले हम संकल्प महान।
धर्म, सेवा और सत्य का, हो जीवन में सम्मान।
माँ भवानी से करें विनती, कृपा बनी रहे हरपल।
जीवन हो मंगलमय, उज्जवल हो हर कल।

📖 अर्थ: इस पावन दिन हम माँ से शक्ति, विवेक और सेवा का आशीर्वाद माँगते हैं।

📜✨🎇🕊�🌿

🔚 निष्कर्ष / सार
तुळजा भवानी माता केवल एक देवी नहीं, वह मराठा स्वाभिमान की जननी, शिवप्रेरणा की स्रोत और भक्तों की भावनाओं की आधार हैं।
उनके वर्धापन दिन पर हम सबके जीवन में शक्ति, भक्ति और सुख का आगमन हो — यही हमारी सच्ची श्रद्धांजलि है।

🛕🌺 जय भवानी! जय भवानी शंकर! 🌺🛕

--अतुल परब
--दिनांक-16.06.2025-सोमवार.
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