भवानगिरी महाराज संजीवन समाधी उत्सव-"भवानगिरी महाराज की संजीवनी छाया"

Started by Atul Kaviraje, June 17, 2025, 10:50:52 AM

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Atul Kaviraje

🌺 भक्ति पूर्ण दीर्घ हिंदी कविता 🌺
📅 तारीख: 16 जून 2025 – सोमवार
🛕 अवसर: भवानगिरी महाराज संजीवन समाधी उत्सव
📍 स्थान: शिरभावी, तालुका – सांगोला, जिल्हा – सोलापूर
🌟 भावना: श्रद्धा | साधना | संतसेवा | आत्मिक प्रेरणा

🎨 प्रतीक / Symbols / Emojis: 🛕🕉�📿🌸🔥🕯�🪔🙏🕊�

✨ कविता शीर्षक: "भवानगिरी महाराज की संजीवनी छाया"

(सरल भाषा, अर्थपूर्ण, सात चरणों में, प्रत्येक चरण के बाद हिंदी अर्थ)

1️⃣ चरण:
शिरभावी में संत विराजे, भवानगिरी नाम महान,
भक्तों के मन का संबल, जीवन का बने प्रमाण।
संजीवन समाधी पावन, शांत ऊर्जा की खान,
जग में फैले चेतना, सदा रहे वह ज्ञान।

📖 अर्थ: भवानगिरी महाराज की समाधी न केवल एक स्मारक है, बल्कि भक्तों के लिए प्रेरणा और आत्मिक शांति का स्रोत भी है।

🛕🌿🕊�📿

2️⃣ चरण:
संतों की वाणी सजीव, होती नहीं कभी अंत,
वे दे जाते अमृत बोल, मन हो जाता संत।
कथाओं से जीवित होता, युगों का वह प्रसंग,
शांत समाधी से मिलती है, भक्ति में नव उमंग।

📖 अर्थ: संतों की वाणी और विचार अमर होते हैं; वे अपने मौन में भी हमें नई भक्ति से भर देते हैं।

🕉�🔔🌸📜

3️⃣ चरण:
१६ जून की शुभ घड़ी, ले आई पुण्य अवसर,
श्रद्धा, सेवा और सुमिरन से, पावन हो हर पथिक सवर।
आरती की गूंजें ध्वनि, दीपों से हो उजास,
संत की समाधी पर हो, आस्था का विश्वास।

📖 अर्थ: यह पावन दिन, भक्तों के लिए आध्यात्मिक उत्थान का मौका है – जहाँ आरती, दीप और आस्था का संगम होता है।

🪔🎇📿🌟

4️⃣ चरण:
नैवेद्य, फूल, और मंत्र, ले जाते प्रेम की बात,
भक्ति से ही खुलता है, संतत्व का असली द्वार।
जन-जन करे जयकारा, "जय गुरू देव!" पुकार,
शब्दहीन शांति में छुपा, जीवन का उपहार।

📖 अर्थ: पूजा के माध्यम से हम संत के दिव्य प्रेम और शक्ति को अनुभव करते हैं, जहाँ मौन में भी ज्ञान का प्रकाश होता है।

🌺🔱📣🌼

5️⃣ चरण:
संजीवन समाधी साक्षात, संत की अमर पहचान,
हर भक्त के मन में बसती, वह दिव्यता महान।
भावनाओं की गहराई में, मिलता ईश्वर ज्ञान,
भवानगिरी महाराज जैसे, न हों फिर कोई समान।

📖 अर्थ: यह समाधी भवानगिरी महाराज की अमर उपस्थिति का प्रतीक है, जो सभी को आध्यात्मिक ज्ञान का बोध कराती है।

🌟🕯�🕊�🙏

6️⃣ चरण:
संत का जीवन दीप सम, जलता रहे निशदिन,
उनके पदचिन्हों पर चलें हम, यही हो सत्य साधन।
सेवा, करुणा, त्याग का, पाठ सिखाए हरपल,
भक्ति, प्रेम, और सत्य में, हो जीवन का बल।

📖 अर्थ: संतों का जीवन एक प्रकाश-पथ है; वह हमें त्याग, सेवा और प्रेम की शिक्षा देता है।

🪔👣💖📘

7️⃣ चरण:
आओ करें नमन उन्हें, श्रद्धा से मन भीगे,
साधना की उस ज्योति से, हर अंतःकरण जले।
संत की कृपा से जीवन में, हर सुख मिल जाए,
भवानगिरी महाराज की छाया, सदा साथ निभाए।

📖 अर्थ: इस अवसर पर हम संत चरणों में अपना शीश झुकाते हैं और उनके आशीर्वाद से जीवन को पवित्र बनाते हैं।

🛕🔥🙏🌈

🔚 निष्कर्ष / सार
भवानगिरी महाराज की संजीवन समाधी न केवल एक आस्था का स्थल है, बल्कि यह भक्तों के जीवन में आशा, शक्ति और शांति का शाश्वत स्रोत है।
16 जून 2025 का यह पावन सोमवार हमें स्मरण कराता है कि संतों की उपस्थिति अमर होती है – और उनकी छाया में ही जीवन का सही अर्थ निहित है।

📿🕯� "जय गुरुदेव! जय भवानगिरी महाराज!" 🕯�📿

--अतुल परब
--दिनांक-16.06.2025-सोमवार.
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