🍣 अंतर्राष्ट्रीय सुशी दिवस-“सुशी का स्वाद, संस्कृति का सम्मान”

Started by Atul Kaviraje, June 19, 2025, 10:54:12 AM

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Atul Kaviraje

📅 दिनांक: 18 जून 2025 – बुधवार
🍣 अंतर्राष्ट्रीय सुशी दिवस विशेष लेख व कविता
🎌 जापानी व्यंजन की कला, संस्कृति और स्वाद का उत्सव
📝 7 चरणों की सरल हिंदी कविता | अर्थ सहित | भाव, प्रतीक और इमोजी के साथ

🥢 कविता शीर्षक: "सुशी का स्वाद, संस्कृति का सम्मान"

🍙 1. चरण
समंदर की ताज़गी लाती, चावल में जो लिपटी हो,
स्वादों की ये पंखुड़ी, नयनाभिराम सजी हो।
सुशी नहीं बस व्यंजन है, संस्कृति का संदेश है,
हर कौर में जापान बसा, हर रंग एक विशेष है। 🎐🍣

🔸 अर्थ: सुशी केवल एक खाना नहीं, बल्कि जापानी संस्कृति और सौंदर्य का प्रतीक है।

🌊 2. चरण
कभी हो सैलमन की परत, कभी हो टेम्पुरा का स्वाद,
हर टुकड़े में कला दिखे, हर प्लेट हो जैसे संवाद।
इटामा (Chef) की मेहनत, बनती स्वाद की कविता,
सुशी से जुड़ी हर रचना, मानो जीवन की गति सा। 🎨👨�🍳

🔸 अर्थ: सुशी बनाना एक कला है जिसमें शेफ की रचनात्मकता और मेहनत झलकती है।

🧡 3. चरण
सोया सॉस की हल्की बूँद, वसानबी की तीखी बात,
इमली, अदरक, चावल संग, ये स्वादों की है बारात।
हर देश में बदले रूप, पर आत्मा वही रहे,
सुशी हर दिल को भाए, जब प्यार से परोसी जाए। 🍥🥢

🔸 अर्थ: सुशी के स्वाद अनेक होते हैं, परंतु उसका मूल भाव – सादगी और प्रेम – हर जगह एक-सा रहता है।

🌎 4. चरण
अंतर्राष्ट्रीय दिवस का दिन, सुशी को मिले सम्मान,
संस्कृति को जोड़े हमसे, भाषा से परे ज्ञान।
एकता का यह स्वाद भरा, अनूठा है उपहार,
हर थाली में दोस्ती का, बढ़े प्रेम संसार। 🌐🤝

🔸 अर्थ: सुशी दिवस केवल खाना खाने का नहीं, बल्कि वैश्विक संस्कृति और मेलजोल का उत्सव है।

🧘 5. चरण
धीरे चबाओ, ध्यान करो, हर ग्रास में पाओ शांति,
सुशी का ये सरल तरीका, देता मन को आनंदांत।
खाना सिर्फ पेट भरना नहीं, ये आत्मा की पूजा हो,
हर स्वाद में प्रेम जगे, यही सच्चा सुखरूप हो। 🧘�♂️🍚

🔸 अर्थ: सुशी का सेवन ध्यान और सौम्यता से किया जाए तो यह भोजन से बढ़कर एक अनुभव बन जाता है।

🍵 6. चरण
चाय के प्याले संग मिलकर, सुशी से दिन सजाएं,
परिवार, मित्र, साथ बैठें, रिश्तों को फिर निभाएं।
कच्चा हो या पका हुआ, हर स्वाद अपनाएं,
खुशियों की ये थाली भरें, मिल-बैठ सुशी गाएं। 🫖👨�👩�👧�👦

🔸 अर्थ: सुशी खाने का सही आनंद अपनों के साथ मिलकर बैठने और साथ खाने में है।

🌟 7. चरण
तो आज के दिन एक वचन दो, स्वाद से प्रेम बढ़ाएं,
दूसरी संस्कृति समझें, सम्मान से अपनाएं।
खाओ, मुस्काओ, जीओ साथ, सुशी का संदेश यही,
खाद्य हो संवाद का सेतु, सुशी तो दुनिया की बही। ✨❤️

🔸 अर्थ: सुशी हमें सिखाती है कि हम भोजन के माध्यम से संस्कृति, प्रेम और सम्मान को कैसे जोड़ सकते हैं।

🎨 चित्र कल्पना / Visual Imagination
📸 कल्पना कीजिए:

एक सुंदर प्लेट में कई रंगों की सुशी रखी है।

पास में ग्रीन वसानबी, गुलाबी अदरक और काले सोया सॉस की बौली।

लकड़ी की छड़ियों से कोई ध्यानपूर्वक एक टुकड़ा उठा रहा है।

बैकग्राउंड में हल्की जापानी संगीत और मुस्कराते चेहरे। 🥢🍣🍵🎶

📚 संक्षिप्त निष्कर्ष / सारांश
अंतर्राष्ट्रीय सुशी दिवस केवल खाने का नहीं, बल्कि संवाद, शांति और संस्कृति का उत्सव है। यह हमें सिखाता है कि स्वाद, कला और परंपरा मिलकर दुनिया को जोड़ सकती है।
आज के दिन हम न केवल सुशी का स्वाद लें, बल्कि एक नई संस्कृति को अपनाने का आदर भी करें।

📅 18 जून 2025 – अंतर्राष्ट्रीय सुशी दिवस
🥢 "हर स्वाद में प्रेम, हर व्यंजन में सम्मान।"
🍣 #SushiDay #GlobalCulture #TasteAndTradition
🎌 धन्यवाद | नमस्ते | अरिगातो गोज़ाइमासु (ありがとう ございます)

--अतुल परब
--दिनांक-18.06.2025-बुधवार.
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