🌺 भवानी माता की मंत्र ध्यान साधना का अभ्यास 🌺

Started by Atul Kaviraje, June 20, 2025, 10:08:04 PM

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Atul Kaviraje

भवानी माता की मंत्र ध्यान साधना का अभ्यास-
(भवानी माता के मंत्र ध्यान और साधना का अभ्यास)
(The Practice of Mantra Meditation and Sadhana of Bhavani Mata)

🌺 भवानी माता की मंत्र ध्यान साधना का अभ्यास 🌺
(भक्तिभावपूर्ण, सरल तुकबंदी में 7 चरणों की लंबी हिंदी कविता, प्रत्येक चरण के पश्चात हिंदी अर्थ सहित, प्रतीकों, चित्रों और इमोजी सहित)

🌸 चरण 1:
माँ भवानी शक्ति रूपा, करुणा से भरी हुई।
अंधकार में ज्योति बनकर, सदा साथ हमारी रही।
भक्ति में जो मन लगाए, संकट सारे दूर करे।
सत्य, शांति, शक्ति का स्रोत, माँ हर दिल को छू ले।
📿🕯�🕊�🌺

🔸 अर्थ: भवानी माता करुणा और शक्ति की देवी हैं। वे अंधकार में प्रकाश बनकर हमारे साथ रहती हैं और जो सच्चे मन से उनकी भक्ति करता है, उसके कष्ट दूर करती हैं।

🌸 चरण 2:
मंत्र जपे जो प्रेम से, "ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे"।
कण-कण में शक्ति भर दे, हो मन निर्मल पवित्र सच्चे।
ध्यान लगे चरणों में जब, अशांति पल में भागे।
अंतर से जो पुकारे माँ को, कृपा सदा बरसाए।
🧘�♀️🔔🪔📿

🔸 अर्थ: भवानी माता के मंत्र का जाप पूरे मन और प्रेम से करने पर मन में शांति और शक्ति आती है। ध्यान से ही माँ की कृपा प्राप्त होती है।

🌸 चरण 3:
श्वास-श्वास में गूँजे नाम, चित्त शांत हो जाए।
माँ की छवि नेत्रों में बस जाए, भक्ति की धारा बह जाए।
हृदय में हो एक आस्था, जीवन में उजियारा हो।
माँ भवानी का नाम जपे, हर संकट फिर हारा हो।
🌼🧎�♂️🌞📖

🔸 अर्थ: जब हम हर सांस में माँ का नाम लेते हैं, तो हमारे मन को शांति मिलती है और जीवन में आस्था व रोशनी का प्रवेश होता है।

🌸 चरण 4:
साधना में हो समर्पण, ना कोई द्वेष, ना छल।
निर्मल मन, पवित्र विचार, भक्ति हो निर्मल।
प्रातः काल दीप जलाकर, ध्यान करें मन लगाकर।
माँ के स्वरूप का चिंतन, कर दे अंतर को उजागर।
🪔🌄🧘�♂️🕊�

🔸 अर्थ: भवानी माता की साधना बिना किसी द्वेष और छल के करनी चाहिए। साफ मन और सच्चे समर्पण से साधना करने पर आत्मा निर्मल होती है।

🌸 चरण 5:
विजय की देवी भवानी, अज्ञान पर करती वार।
जो डर से जूझ न पाए, उसे दे साहस अपार।
तलवार नहीं, करुणा है, शक्ति की असली पहचान।
साधक को देती विवेक, सिखाए सच्चा धर्म विधान।
⚔️💖📿📘

🔸 अर्थ: भवानी माता हमें केवल बाहरी नहीं, बल्कि भीतरी अंधकार से लड़ने की शक्ति देती हैं। उनका असली अस्त्र करुणा और विवेक है।

🌸 चरण 6:
सप्तशती या दुर्गासप्तशती, हो माँ का स्तुति पाठ।
हर शब्द से जाग्रत शक्ति, करे जीवन में सुधार।
108 बार जपे जो नाम, साधना में लीन रहे।
माँ भवानी की कृपा फिर, जीवन में चमत्कार करे।
📜🧘�♀️📿✨

🔸 अर्थ: दुर्गा सप्तशती या भवानी मंत्रों का नियमित पाठ साधक को भीतर से मजबूत बनाता है और जीवन में चमत्कारिक बदलाव लाता है।

🌸 चरण 7:
प्रेम से करें आरती, गूंजे शंख और घंटा।
माँ भवानी के चरणों में, हो श्रद्धा का अनुपम व्रत।
भक्ति की यह साधना, हो हर दिल का संबल।
माँ के ध्यान से जीवन बने, सरल, सफल और सुंदर।
🔔🪔🌟🙏

🔸 अर्थ: आरती और ध्यान के माध्यम से हम माँ को धन्यवाद देते हैं। यह साधना जीवन को सुंदर, सच्चा और सफल बना देती है।

🌟 उपसंहार:
भवानी माता की मंत्र ध्यान साधना कोई कर्मकांड नहीं, बल्कि आत्मा के शुद्धिकरण और समाज की भलाई का साधन है। यह साधना प्रेम, संतुलन और आत्मिक बल का स्रोत बनकर जीवन को प्रकाशित करती है।

🕉�📿 जय भवानी माता! 🙏🌺

--अतुल परब
--दिनांक-20.06.2025-शुक्रवार.
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