मोहर्रम मास का आरंभ: भक्ति और चिंतन का शुक्रवार 🌙🕌🌙🕌📜✨🕋🚢🌱🙏🥳

Started by Atul Kaviraje, June 28, 2025, 10:55:53 AM

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Atul Kaviraje

मोहर्रम मास का आरंभ: भक्ति और चिंतन का शुक्रवार 🌙🕌

आज, २७ जून, २०२५, शुक्रवार, का दिन आध्यात्मिक रूप से बहुत खास है। यह सप्ताह के अंत के साथ-साथ मुस्लिम मोहर्रम मास का भी आरंभ है। यह पवित्र महीना इस्लाम धर्मावलंबियों के लिए गहन चिंतन, प्रार्थना और नए संकल्पों का समय लेकर आता है। इस विशेष अवसर पर, प्रस्तुत है एक भक्तिपूर्ण हिंदी कविता:

मोहर्रम का पावन आरंभ 📜✨

१. जुम्मे की पवित्रता 🕌
आज जुम्मे का पावन दिन है, बरकत संग है आया,
मोहर्रम का ये माह मुबारक, देखो अब है छाया।
खुशियों की सौगातें लेकर, हर दिल को है भाया,
रब का रहमत का दरिया, हम सब पर लहराया।
अर्थ: आज शुक्रवार का पवित्र दिन आया है, जो अपने साथ आशीर्वाद लेकर आया है। देखो, मोहर्रम का यह मुबारक महीना अब छा गया है। यह अपने साथ खुशियों की सौगात लेकर आया है और हर दिल को भाया है, अल्लाह की रहमत का दरिया हम सब पर लहरा रहा है।

२. हिजरत का मार्ग 🕋
पैगंबर मोहम्मद की वो हिजरत, याद दिलाता ये मास,
मक्का से मदीना का सफर, था जो एक नया आकाश।
इस्लाम की नींव यहाँ से, हुई और भी मजबूत,
सत्य और न्याय की राह पर, चलते हैं हम अब।
अर्थ: यह महीना पैगंबर मोहम्मद की हिजरत (प्रवास) की याद दिलाता है, जो मक्का से मदीना का एक नया अध्याय था। इसी प्रवास से इस्लाम की नींव और भी मजबूत हुई, और हम अब सत्य व न्याय के मार्ग पर चलते हैं।

३. मुहर्रम की गंभीरता 🌙
मोहर्रम का चाँद ये निकला, चिंतन का है ये काल,
अल्लाह की इबादत में डूबे, हर हाल और हर चाल।
शहादत की यादें लेकर, करता हमको सलाम,
पुण्य कमाओ इस महीने में, छोड़ो सब गलत काम।
अर्थ: मोहर्रम का यह चाँद चिंतन का समय लेकर निकला है। हर स्थिति और हर क्रिया में अल्लाह की इबादत में लीन हो जाओ। यह महीना शहीदों की याद दिलाता है और हमें सलाम करता है। इस महीने में पुण्य कमाओ और सभी गलत कामों को छोड़ दो।

४. आशूरा की पुकार 🚢
नूह की किश्ती बची थी, मूसा को मिली थी राह,
कर्बला की दास्तान भी है, इमाम हुसैन की आह।
रोज़े रखो, दुआएँ माँगो, पावन ये है दिन,
हक की खातिर जो कुर्बान हुए, न झुकना कभी।
अर्थ: इसी महीने में पैगंबर नूह की नाव बची थी और पैगंबर मूसा को रास्ता मिला था। कर्बला की कहानी और इमाम हुसैन की शहादत की आह भी जुड़ी है। रोज़े रखो, दुआएँ माँगो, यह पवित्र दिन है। सत्य के लिए जो कुर्बान हुए, उनके लिए कभी मत झुको।

५. आत्म-सुधार का समय 🌱
पिछली सारी भूलें भुलाकर, लो अब नया संकल्प,
नेकी की राह पर चलना, जीवन का हो ये कल्प।
अल्लाह का नाम लेकर, करो नेक हर काम,
आशीर्वाद मिले तुम्हें हर पल, सुबह से लेकर शाम।
अर्थ: पिछली सारी गलतियों को भूलकर अब नया संकल्प लो। जीवन का यह उद्देश्य हो कि नेकी के मार्ग पर चलना है। अल्लाह का नाम लेकर हर नेक काम करो। तुम्हें हर पल, सुबह से शाम तक आशीर्वाद मिले।

६. प्रार्थना और सद्भाव 🙏
दुआओं में याद रखो सबको, छोटे बड़े और खास,
खुशियाँ आएँ हर जीवन में, फैले प्रेम की आस।
भाईचारा और एकता, बना रहे हरदम,
मिलकर चलो, नेक राह पर, मिटेगा हर गम।
अर्थ: अपनी दुआओं में सभी को याद रखो, चाहे वे छोटे हों, बड़े हों या खास हों। हर जीवन में खुशियाँ आएँ और प्रेम की आशा फैले। भाईचारा और एकता हमेशा बनी रहे। मिलकर नेक राह पर चलो, हर गम मिट जाएगा।

७. मोहर्रम की मुबारकबाद 🥳
मोहर्रम मास की, हार्दिक शुभकामनाएँ,
जीवन में अमन-चैन भर दे, ऐसी हम करते कामनाएँ।
अल्लाह का करम बरसे, हर घर में हो शांति,
यह मास मुबारक हो सबको, दूर हो हर भ्रांति।
अर्थ: मोहर्रम मास की हार्दिक शुभकामनाएँ। हम कामना करते हैं कि यह महीना आपके जीवन में अमन-चैन भर दे। अल्लाह की कृपा बरसे और हर घर में शांति हो। सभी को यह मास मुबारक हो, और हर भ्रम दूर हो।

इमोजी सारांश:
🌙🕌📜✨🕋🚢🌱🙏🥳

--अतुल परब
--दिनांक-27.06.2025-शुक्रवार.
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