दैनिक जागरण: 'वित्त मंत्री ने शुरू की बजट की तैयारी: विभिन्न क्षेत्रों से ले रही

Started by Atul Kaviraje, July 03, 2025, 04:39:59 PM

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Atul Kaviraje

दैनिक जागरण (Dainik Jagran): 'वित्त मंत्री ने शुरू की बजट की तैयारी: विभिन्न क्षेत्रों से ले रहीं राय'

दैनिक जागरण: 'वित्त मंत्री ने शुरू की बजट की तैयारी: विभिन्न क्षेत्रों से ले रहीं राय'

०१ जुलाई २०२५ - मंगलवार:

वित्त मंत्री ने शुरू की बजट की तैयारी: विभिन्न क्षेत्रों से ले रहीं राय

देश के आर्थिक भविष्य को आकार देने वाले आगामी केंद्रीय बजट की तैयारी आधिकारिक तौर पर शुरू हो गई है। १ जुलाई २०२५, मंगलवार से केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख हितधारकों और विशेषज्ञों के साथ पूर्व-बजट परामर्श बैठकों का सिलसिला शुरू कर दिया है। दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, इन बैठकों का मुख्य उद्देश्य अर्थव्यवस्था के हर पहलू पर गहन चर्चा करना और बजट में समावेशी व प्रभावी नीतियों को सुनिश्चित करने के लिए सभी वर्गों की राय जानना है।

अतिरिक्त जानकारी:

राय लेने का उद्देश्य: इन परामर्श सत्रों का प्राथमिक उद्देश्य जमीनी हकीकत को समझना है। वित्त मंत्री विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधियों, जिनमें उद्योग जगत के दिग्गज, अर्थशास्त्री, किसान संगठनों के नेता, श्रमिक संघों के प्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता और उपभोक्ता समूहों के सदस्य शामिल हैं, से सीधी बातचीत कर रही हैं। इन चर्चाओं के माध्यम से सरकार को विभिन्न क्षेत्रों की चुनौतियों, अपेक्षाओं और सुझावों की विस्तृत जानकारी मिलती है, जो एक संतुलित और व्यापक बजट तैयार करने में सहायक होती है।

चर्चा के प्रमुख बिंदु: बैठकों में कई महत्वपूर्ण आर्थिक और सामाजिक मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श हो रहा है। इनमें प्रमुख रूप से आर्थिक विकास दर को बनाए रखने और उसे गति देने के उपाय, बढ़ती महंगाई पर नियंत्रण के तरीके, रोजगार के नए अवसर पैदा करना, घरेलू और विदेशी निवेश (FDI) को आकर्षित करने के लिए आवश्यक नीतिगत बदलाव, विभिन्न उद्योगों की विशिष्ट मांगें, कर सुधारों की संभावना और राजकोषीय घाटे को प्रबंधित करने की रणनीतियाँ शामिल हैं। इसके अलावा, सामाजिक सुरक्षा जाल को मजबूत करने और बुनियादी ढाँचे के विकास पर भी जोर दिया जा रहा है।

वित्त मंत्री का दृष्टिकोण: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक सहभागी और समावेशी दृष्टिकोण अपना रही हैं। उनका लक्ष्य केवल संख्यात्मक लक्ष्यों को प्राप्त करना नहीं है, बल्कि एक ऐसा बजट प्रस्तुत करना है जो सभी वर्गों की आकांक्षाओं को पूरा कर सके और देश को सतत विकास के पथ पर आगे बढ़ाए। इन मुलाकातों के माध्यम से वह यह सुनिश्चित कर रही हैं कि बजट में विभिन्न हितधारकों की चिंताओं और सुझावों को उचित स्थान मिले।

अर्थव्यवस्था पर प्रभाव और अपेक्षाएँ: यह परामर्श प्रक्रिया देश की अर्थव्यवस्था के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इससे बजट में सरकार की प्राथमिकताओं और नीतियों का पता चलेगा। उम्मीद की जा रही है कि आगामी बजट आर्थिक स्थिरता लाएगा, विकास को गति देगा और आम आदमी के जीवन स्तर में सुधार करेगा। इन बैठकों से प्राप्त इनपुट के आधार पर एक सुविचारित और प्रभावी बजट तैयार होने की संभावना है, जो मौजूदा आर्थिक चुनौतियों का समाधान करेगा और भविष्य के लिए एक मजबूत नींव रखेगा।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-02.07.2025-बुधवार.
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