अमर उजाला-'प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का होगा आधुनिकीकरण: -

Started by Atul Kaviraje, July 03, 2025, 04:47:22 PM

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Atul Kaviraje

ग्रामीण आरोग्य सेवांमध्ये सुधारणा: प्राथमिक आरोग्य केंद्रांचे आधुनिकीकरण होणार

01.07.2025 - मंगळवार

अमर उजाला (Amar Ujala): 'प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का होगा आधुनिकीकरण: स्वास्थ्य मंत्रालय ने की घोषणा'

Additional Information and Main Points (Hindi):

अमर उजाला की 1 जुलाई 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देशभर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHCs) के व्यापक आधुनिकीकरण की घोषणा की है। यह कदम ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और पहुँच को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, जहाँ अक्सर बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी देखी जाती है।

इस आधुनिकीकरण अभियान के मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं:

बुनियादी ढांचे का उन्नयन: मौजूदा PHCs की इमारतों की मरम्मत और नवीनीकरण किया जाएगा। आवश्यकतानुसार नई इमारतों का निर्माण होगा, जिनमें पर्याप्त रोशनी, वेंटिलेशन, साफ-सफाई और मरीजों के लिए प्रतीक्षालय जैसी सुविधाएं होंगी।

आधुनिक उपकरणों की स्थापना: PHCs को आवश्यक नैदानिक (diagnostic) उपकरण जैसे रक्त जांच मशीनें, ईसीजी (ECG) मशीनें, और अन्य बुनियादी चिकित्सा उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे स्थानीय स्तर पर ही कई बीमारियों का पता लगाना संभव होगा।

दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता: आवश्यक दवाओं और टीकों की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी, ताकि मरीजों को समय पर और सही इलाज मिल सके। दवाओं की कमी एक बड़ी समस्या रही है, जिस पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

डिजिटल कनेक्टिविटी और टेलीमेडिसिन: PHCs को बेहतर इंटरनेट कनेक्टिविटी से लैस किया जाएगा ताकि टेलीमेडिसिन सेवाओं का प्रभावी ढंग से उपयोग हो सके। इससे ग्रामीण क्षेत्रों के मरीज दूर बैठे विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श ले पाएंगे।

मानव संसाधन विकास: डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ की संख्या बढ़ाई जाएगी और उन्हें आधुनिक स्वास्थ्य तकनीकों और रोगी प्रबंधन में प्रशिक्षित किया जाएगा। स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए नियमित प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाएंगे।

स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन: PHCs में स्वच्छता मानकों को बेहतर बनाने और बायो-मेडिकल कचरे के उचित निपटान के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी, जिससे संक्रमण का खतरा कम हो।

इस पहल से प्राथमिक स्तर पर ही अधिकांश स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान हो पाएगा, बड़े अस्पतालों पर बोझ कम होगा, और ग्रामीण आबादी को उनके घर के करीब बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ मिल सकेंगी।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-02.07.2025-बुधवार.
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